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शनिवार, 3 मार्च 2012

यहाँ पर सब शांति ... शांति है - ब्लॉग बुलेटिन

प्रिय ब्लॉगर मित्रो ,
प्रणाम !

एक कस्बे में एक बार एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें उस कस्बे के सबसे सुखी व खुशहाल शादीशुदा जोड़े को चुना जाना था!

 संता और उसकी पत्नी को सबसे खुशहाल जोड़े के रूप में चुना गया अगले दिन एक स्थानीय समाचारपत्र का संवाददाता उनका साक्षात्कार लेने उनके घर जा पहुंचा!

 दरअसल संता और उसकी पत्नी अपने शांतिपूर्ण और सुखमय विवाहित जीवन के लिये पूरे कस्बे में प्रसिद्द हो चुके थे उनके बारे में यह कहा जाता था कि उनके बीच में आज तक कभी कोई झगड़ा किसी प्रकार की कोई तकरार तक नही हुई इसी बात से प्रभावित होकर वह संवाददाता उन दोनों का साक्षात्कार लेने उनके घर पहुंचा!

 सवांददाता ने जब उनसे पूछा की क्या ये सच है आप लोगों में कभी कोई तकरार नही हुई तो संता ने बताया जब हमारी शादी हुई तो उसके फ़ौरन बाद हमलोग हनीमून मनाने के लिये कश्मीर गये हुये थे!

 वहां हम लोगों ने बहुत मजे किये बर्फ में घूमें, घुड़सवारी की, घुड़सवारी करते हुए मेरा घोड़ा तो ठीक था पर जिस घोड़े पर मेरी पत्नी सवार थी वह जरा सा उदण्ड था उसने दौड़ते दौड़ते अचानक मेरी पत्नी को नीचे गिरा दिया!

 पत्नी ने घोड़े की पीठ पर हाथ फेरते हुये कहा यह पहली बार है और फिर उसी घोड़े पर सवार हो गई थोड़ी दूर चलने के बाद घोड़े ने फिर उसे नीचे गिरा दिया!

 पत्नी ने इस बार कहा यह दूसरी बार है और फिर उसी घोड़े पर सवार हो गई!

 तीसरी बार जब घोड़े ने उसे नीचे गिराया तो मेरी पत्नी ने घोड़े से कुछ नहीं कहा, बस अपने पर्स से पिस्तौल निकाली और घोड़े को गोली मार दी!

 मैं अपनी पत्नी पर चिल्लाया ये तुमने क्या किया तुमने एक बेजुबान जानवर को मार दिया क्या तुम पागल हो गई हो?

 पत्नी ने मेरी तरफ देखा और कहा ......ये पहली बार है!

 और बस, तभी से हमारी जिंदगी सुख और शान्ति से चल रही है!


सादर आपका 



 
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अब आज्ञा दीजिये ...

जय हिंद !!

15 टिप्‍पणियां:

  1. शुक्रिया शिवम् भाई... बढ़िया लिनक्स मिले....

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  2. शिवम जी,....
    अच्छे लिंक्स के लिए बहुत२ बधाई....

    भूले सब सब शिकवे गिले,भूले सभी मलाल
    होली पर हम सब मिले खेले खूब गुलाल,
    खेले खूब गुलाल, रंग की हो बरसातें
    नफरत को बिसराय, प्यार की दे सौगाते,

    NEW POST...फिर से आई होली...

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  3. आशा करते हैं और दुआ भी कि बात "पहली बार" तक ही रहे.. और जीवन में खुशहाली बनी रहे.. बेहतर बुलेटिन!!

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  4. आपका बहुत-बहुत आभार!
    होलीकोत्सव की शुभकामनाएँ।

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  5. शिवम् भाई हकीक़त से रूबरू ("पहली बार") होने से दिल बाग़-बाग़ हुआ .... होली की शुभकामनाएं ..... बहुत अच्छी -अच्छी जानकारी देने के लिए आभार ...

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  6. बढि़या प्रस्‍तुति. धन्‍यवाद, आभार आपका.

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  7. बहुत ही सुंदर ,पोस्ट झलकियां मिसर जी । प्रस्तावना का सार समझने का प्रयास कर रहे हैं और उम्मीद है कि सही दिशा में पहुंचेंगे । सटीक और सार्थक बुलेटिन

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  8. एक पुराना चुटकुला याद आया.....

    पत्नी- नई कार और नए पति में कोई फर्क नहीं…. दोनों ही 2-3 साल ठीकठाक चलते हैं.
    ...
    पति - पुरानी कार और पुरानी बीवी में भी कोई फर्क नहीं… दोनों ही आवाज़ करती हैं !!!

    बस फ़िर उसके बाद ज़रूर पत्नी ने नम्बर-१ कहा होगा.... नहीं तो ठांय........

    सुपर बुलेटिन.....

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  9. वाह, क्या बात है
    बहुत सुंदर रचनाएं यहां पढने को मिलीं.

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  10. शांति तो होगी ही - पहली बार गोली चली और थोड़ी सी जो पी ली है

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  11. बहुत सुन्दर लिंक संयोजन्।

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