प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम |
अब आज्ञा दीजिए ...
जय हिन्द !!!
प्रणाम |
वलेंटाइन दिवस की पूर्व संध्या पर आप मे से जो इस बात से दुखी है कि उनके पास कोई भी
वलेंटाइन नहीं है ... याद रखें ... विश्व एड्स दिवस की पूर्व संध्या पर
शायद आपको एड्स भी नहीं था !
इस लिए ... टेंशन नहीं लेने का ... मस्त रहने का ... 😉
सादर आपका
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प्रेम और ठंडी चाय
वर्ण पिरामिड----"दाग"
साझा संकल्प
हो दैय्या रे दैय्या चढ़ गए पापी बिछुवा ------------ mangopeople
एक पाती प्रेम की
ग़रीबी-रेखा
काश, ऐसी बेटियां भगवान सबको दे...!!!
होलोकास्ट और सिनेमा - रामजी तिवारी
मटमैला इल्म़ !
झाँसी और ओरछा की घुमक्कड़ी #4: ओरछा किला
प्राण साहब की ९९ वीं जयंती
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~अब आज्ञा दीजिए ...
जय हिन्द !!!
ये तो वैलेंटाईन= ऐड्स टाईप हो गया :) सुन्दर प्र्स्तुति।
जवाब देंहटाएंसुंदर बुलेटिन। मेरी रचना शामिल करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद, शिवम जी।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति 👌
जवाब देंहटाएंसादर
आभार आपका, सर जी।
जवाब देंहटाएंरोचक संकलन। मेरी रचना को बुलेटिन में स्थान देने के लिए हार्दिक आभार।
जवाब देंहटाएंजो बदला नहीं जा सकता उसे बदलने के लिए उस पर सिर पटकते रहने से क्या फायदा
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी बुलेटिन प्रस्तुति
क्या यह महज इत्तेफाक है कि वैलेंटाइन दिवस या कहिए प्रेम दिवस ही मधुबाला का जन्म दिवस भी है !
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
जवाब देंहटाएंबेहतरीन आरंभ एवं प्रस्तुति ,सभी रचनाकारों को हार्दिक बधाई,मेरी रचना को स्थान देने के लिए सहृदय आभार आदरणीय।
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