प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम |
पति: क्या हुआ? ये घर के बाहर इतनी भीड़ क्यों लगी है?
पत्नी: कुछ नहीं, मैंने पड़ोसियों से कहा कि, हमारे दामाद आ रहे है मुंबई से।
पति: तो इसमें इतनी भीड़ कैसी?
पत्नी: अरे जानू, मैं अंग्रेजी सीख रही हूँ न, इसलिये मैंने ये बात अंग्रेजी में कही।
पति: वाह! क्या कहा तुमने अंग्रेजी में?
पत्नी: मैंने कहा कि आज हमारे घर Sunny Leone आ रहे हैं।
पति: भगवान के लिये बंद कर अपनी ये अंग्रेजी... उसे Sunny Leone नहीं, Son-in-Law कहते हैं।
सादर आपका
शिवम् मिश्रा
प्रणाम |
पति: क्या हुआ? ये घर के बाहर इतनी भीड़ क्यों लगी है?
पत्नी: कुछ नहीं, मैंने पड़ोसियों से कहा कि, हमारे दामाद आ रहे है मुंबई से।
पति: तो इसमें इतनी भीड़ कैसी?
पत्नी: अरे जानू, मैं अंग्रेजी सीख रही हूँ न, इसलिये मैंने ये बात अंग्रेजी में कही।
पति: वाह! क्या कहा तुमने अंग्रेजी में?
पत्नी: मैंने कहा कि आज हमारे घर Sunny Leone आ रहे हैं।
पति: भगवान के लिये बंद कर अपनी ये अंग्रेजी... उसे Sunny Leone नहीं, Son-in-Law कहते हैं।
सादर आपका
शिवम् मिश्रा
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
क्यों पैदा किया
डॉ राहत इंदौरी के 22 बेहतरीन शेर
चाहिए एक एलेक्सा मुझे भी!
समय है ज्ञान को किताबों से बाहर निकालने का
जालंधर में 106वीं राष्ट्रीय विज्ञान कांग्रेस का शुभारम्भ
बहुत गरूर था हमे,आसमानों में आशिया बनाना था....
आशियाना आत्मा का
थोड़ी सी नासमझी
हिन्द , हम व हिन्दी..
नायब सूबेदार बाना सिंह की ७० वीं वर्षगांठ
गत वर्ष का एक निष्पक्ष लेखा जोखा --
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
अब आज्ञा दीजिए ...
जय हिन्द !!!
हाहाहा
जवाब देंहटाएंअंग्रेजी का ऐसा ही सुरूर छाया है आजकल कि सब अर्थ का अनर्थ हो रहा हैं।
बुलेटिन में हमे भी शामिल करने के लिए आभार।
बढ़िया प्र्स्तुति।
जवाब देंहटाएंबेहतरीन प्रस्तुति 👌
जवाब देंहटाएंबेहतरीन रचना संकलन एवं प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंआरंभ तो और भी उत्तम
मेरी रचना को स्थान देने के लिए आभार
आप सब का बहुत बहुत आभार |
जवाब देंहटाएंहार्दिक आभार आपका
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छा
जवाब देंहटाएंbaat nahi karne ki shayari
Also check out :- Rahat Indori Shayari
जवाब देंहटाएं