प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम |
अपनी कलात्मक बल्लेबाजी से
अधिक कप्तानी के कारण क्रिकेट जगत में अमिट छाप छोड़ने वाले मंसूर अली खां
पटौदी ने भारतीय क्रिकेट में नेतृत्व कौशल की नई मिसाल और नए आयाम जोड़े
थे। वह पटौदी ही थे जिन्होंने भारतीय खिलाड़ियों में यह आत्मविश्वास जगाया
था कि वे भी जीत सकते हैं।
अब आज्ञा दीजिए ...
जय हिन्द !!!
प्रणाम |
आज भारत
के पूर्व क्रिकेट कप्तान मंसूर अली खान पटौदी की ७८ वीं जयंती है | नवाब पटौदी गुजरे जमाने की मशहूर अभिनेत्री शर्मिला
टैगोर के पति और सैफ अली खान के पिता थे।
भारत के लिए
46 टेस्ट खेल चुके पटौदी देश के सबसे युवा और सफल कप्तानों में से रहे ।
उन्होंने 40 टेस्ट मैचों की भारत की अगुवाई की। पटौदी ने 34.91 की औसत
से 2793 रन बनाए । उन्होंने अपने करियर में छह शतक और 16 अर्धशतक जमाए ।
पटौदी का जन्म भले ही पांच जनवरी 1941 को भोपाल
के नवाब परिवार में हुआ था लेकिन उन्होंने हमेशा विषम परिस्थितियों का
सामना किया। चाहे वह निजी जिंदगी हो या फिर क्रिकेट। तब 11 साल के जूनियर
पटौदी ने क्रिकेट खेलनी शुरू भी नहीं की थी कि ठीक उनके जन्मदिन पर उनके
पिता और पूर्व भारतीय कप्तान इफ्तिखार अली खां पटौदी का निधन
हो गया था। इसके बाद जब पटौदी ने जब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खेलना
शुरू किया तो 1961 में कार दुर्घटना में उनकी एक आंख की रोशनी चली गई।
इसके बावजूद वह पटौदी का जज्बा और क्रिकेट कौशल ही था कि उन्होंने भारत की
तरफ से न सिर्फ 46 टेस्ट मैच खेलकर 34.91 की औसत से 2793 रन बनाए बल्कि
इनमें से 40 मैच में टीम की कप्तानी भी की।
ब्लॉग बुलेटिन टीम और हिन्दी ब्लॉग जगत की ओर से भारत
के पूर्व क्रिकेट कप्तान मंसूर अली खान पटौदी की ७८ वीं जयंती के अवसर पर उन्हें सादर नमन |
सादर आपका
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तर्क कुतर्क के बीच
३४०. बूढ़ा पेड़
अब एक जमुना नाम का नाला है , मेरे शहर में -सतीश सक्सेना
झाँसी और ओरछा की घुमक्कड़ी #3: झाँसी का किला और रानी महल
बड़े घर की बेटी
कष्ट के बाद ही सुख है
"आशियाना"
जब तुम गए
हम वाकई में असहिष्णु हैं !
तुझमें नयापन क्या है .......फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
टाइगर पटौदी की ७८ वीं जयंती
~~~~~~~~~~~~~~~~~अब आज्ञा दीजिए ...
जय हिन्द !!!
नमन टाईगर पटौदी जी को उनकी जयंती पर। सुन्दर प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंसलाम, नवाब साहब को..
जवाब देंहटाएंशानदार बुलेटिन..
आभार...
सादर..
टाइगर पटौदी को सादर नमन। सुन्दर बुलेटिन। मेरी पोस्ट को इस बुलेटिन में जगह देने के लिए दिल से आभार।
जवाब देंहटाएंसुन्दर लिंक संयोजन । टाइगर पटौदी को सादर नमन । ब्लॉग बुलेटिन मे मेरी रचना को स्थान देने के लिए तहेदिल से आभार ।
जवाब देंहटाएंसुन्दर लिंक्स। मेरी कविता शामिल की.आभार
जवाब देंहटाएंभारत के इस महान कप्तान को सलाम! वस्तुत: वह भारतीय क्रिकेट के नवाब थे। सुंदर रचनाओं के संकलन का आभार।
जवाब देंहटाएंआभार आपका शिवम् !
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