सभी हिंदी ब्लॉगर्स को नमस्कार।
विश्वकर्मा जयन्ती सनातन परंपरा में पूरी धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है। इस दिन औद्योगिक क्षेत्रों, फैक्ट्रियों, लोहे, मशीनों तथा औज़ारों से सम्बंधित कार्य करने वाले, वाहन शोरूम आदि में विश्वकर्मा की पूजा होती है। इस अवसर पर मशीनों और औज़ारों की साफ-सफाई आदि की जाती है और उन पर रंग किया जाता है। विश्वकर्मा जयन्ती के अवसर पर ज़्यादातर कल-कारखाने बंद रहते हैं और लोग हर्षोल्लास के साथ भगवान विश्वकर्मा की पूजा करते है। विश्वकर्मा हिन्दू मान्यताओं और धार्मिक ग्रंथों के अनुसार देवताओं के शिल्पी के रूप में जाने जाते हैं।
आज की बुलेटिन में बस इतना ही कल फिर मिलेंगे तब तक के लिए शुभरात्रि। सादर ... अभिनन्दन।।
आप सभी को विश्वकर्मा जयंती की बहुत बहुत बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं। सादर।।
~ आज की बुलेटिन कड़ियाँ ~
आज की बुलेटिन में बस इतना ही कल फिर मिलेंगे तब तक के लिए शुभरात्रि। सादर ... अभिनन्दन।।
विश्वकर्मा जयंती के साथ साथ नंदाष्टमी और खतड़ुआ दोनो उत्तराखण्ड में मनाये जाने वाले त्योहारों जिसमें एक माँ नंदा देवी की अष्टमी और दूसरा जाड़े के आने के संकेत और फसल की शुरुआत के लिये मनाया जाता है की भी शुभकामनाएं। सुन्दर बुलेटिन हर्षवर्धन।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर बुलेटिन आज का ! मेरी रचना, 'हैरान हिंदी' को आज के बुलेटिन में स्थान देने के लिए आपका हृदय से धन्यवाद एवं आभार हर्षवर्धन जी ! विश्वकर्मा जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं !
जवाब देंहटाएंएक से एक पठनीय रचनाओं से सुसज्जित आज का बुलेटिन..नमन आपके श्रम को..आभार !
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी बुलेटिन प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंशादार बुलेटिन
जवाब देंहटाएंआभार
सादर
बहुत अच्छा बुलेटिन। मेरी रचना शामिल करने के लिए शुक्रिया।
जवाब देंहटाएं☺
सभी को विश्वकर्मा जयंती की बहुत बहुत बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं।
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