प्रिय ब्लॉगर मित्रों ,
प्रणाम |
प्रणाम |
चलो फिर से वो नजारा याद कर लें,
शहीदो के दिल में थी जो ज्वाला वो याद कर लें,
जिसमें बहकर आजादी पहुंची थी किनारे पर,
बलिदानियों के खून की वो धारा याद कर लें।
शहीदो के दिल में थी जो ज्वाला वो याद कर लें,
जिसमें बहकर आजादी पहुंची थी किनारे पर,
बलिदानियों के खून की वो धारा याद कर लें।
ब्लॉग बुलेटिन टीम की ओर से आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !!
सादर आपका
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आजादी
ये कैसी आजादी है?
नमन् उन्हें जो आजादी की खातिर सबकुछ भूल गये...
स्वतंत्रता दिवस की बधाई...
आओ एक संकल्प करें...
स्वतंत्रता का अनुष्ठान
15 अगस्त पर संबोधन का सफर ( आलेख ) डॉ लोक सेतिया
कोशिश (जय हिन्द )
अब हिन्दुस्तान की बारी है
835-तिरंगे की शान रहे/शत शत प्रणाम
हम सब में हो स्वतंत्रता की सच्ची भावना
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अब आज्ञा दीजिये ...
जय हिन्द !!!
अब आज्ञा दीजिये ...
जय हिन्द !!!
हार्दिक शुभकामनाएं। सुन्दर बुलेटिन।
जवाब देंहटाएंतिरंगे की शान रहे... जय हिंद! वन्दे मातरम्
जवाब देंहटाएंतिरंगे की शान रहे... जय हिंद! वन्दे मातरम्
जवाब देंहटाएंअहा देशप्रेम से ओतप्रोत । बहुत बढ़िया ।
जवाब देंहटाएंबेहतरीन पोस्ट सभी
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी सामयिक बुलेटिन प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबेहतरीन ...
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