ज़िन्दगी जब चॉकलेट होती है,
सरस्वती माँ के आगे अ से बिल्ली कह देने पर भी,
सब प्यार से हँसते हैं,
हर वक़्त दुनिया मुट्ठी में लगती है ।
फिर अचानक एक दिन,
A for के आगे चुप्पी साधे रहने पर,
खींच जाता है कान,
और सज़ा में चॉकलेट नहीं मिलती,
तब ये सारे बड़े बहुत बहुत बुरे लगते हैं
सुन्दर बुलेटिन। बढ़िया प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंबढ़िया बुलेटिन|
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