प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम |
एक महिला बड़ी हड़बड़ी में दंत चिकित्सक के क्लीनिक में पहुंची बोली: डॉक्टर साहब, मैं बहुत जल्दी में हूं!
मुझे एक जरूरी मीटिंग में जाना है इसलिये एनस्थीसिया (निश्चेतक) मत लगाइये और जल्दी से दांत बाहर निकाल दीजिये!
डॉक्टर ने कहा कमाल की बहादुर महिला है आप!
फिर उस महिला से बोला: ठीक है, जैसी आपकी मर्जी इस कुर्सी पर बैठ जाइये और बताइये कौन से दांत में दर्द है!
महिला ने दरवाजे के पास खड़े अपने पति को आवाज दी चलो! डॉक्टर साहब को दांत दिखाओ!
सादर आपका
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अब आज्ञा दीजिये ...
जय हिन्द !!!
क्रोध लाल रंग, ईर्ष्या हरे रंग, आनंद जीवंतता पीले रंग से जुड़े होते हैं
होली से पहले होली
यह लहर नहीं, सुनामी है
मर्डर इन गीतांजलि एक्सप्रेस
होली
मन में उमंग लिये
नीली-रंगीली-चमकीली होली
हिन्दी पढ़ना भूल गए -
कथा - गाथा : बिकनी में बॉबी : संजीव चंदन
होली
लो आ गयी शरारतों वाली होली
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~अब आज्ञा दीजिये ...
जय हिन्द !!!
होली की शुभकामनाएं। सुन्दर प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंहोली पर सुन्दर ब्लॉग बुलेटिन प्रस्तुति। होली की हार्दिक शुभ कामनाएं। मेरी रचना शामिल करने के लिये बहुत बहुत धन्यबाद।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर बुलेटिन प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंसभी को होली की हार्दिक शुभकामनाएं!
सुन्दर लिंक्स.मेरी रचना शामिल करने के लिए शुक्रिया
जवाब देंहटाएंआप सब का बहुत बहुत आभार |
जवाब देंहटाएंशिवम जी , सुंदर ब्लॉग्स का सुंदर कलेक्शन है ब्लॉग बुलेटिन।
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