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शुक्रवार, 20 जनवरी 2017

टूटी सड़क के सबक - ब्लॉग बुलेटिन

प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम |



अगर आपकी राह में छोटे छोटे पत्थर, ऊबड़ खाबड़ सड़क मिले या गड्ढे आयें तो समझ लेना...












अब तो चुनावों के बाद ही सड़क सही हो पाएगी।












किताबें और मेले

देवेन्द्र पाण्डेय at बेचैन आत्मा 
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अब आज्ञा दीजिये ...

जय हिन्द !!!

6 टिप्‍पणियां:

  1. टूटी सडक के सबक वाले इस विशेष प्रसारण में मेरे फूटे घडे का कॉम्बिनेशन अच्छा लगा । आभार सहित...

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  2. चुनाव के बाद भी तो एक दो साल तो वे ख़ुशी में मगरूर रहते हैं फिर उसके बाद चुनाव की चिंता और फिर वही ढाक के तीन पात ..
    अच्छी बुलेटिन प्रस्तुति हेतु धन्यवाद

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  3. सडकों में गड्ढे हैं या गड्ढों के बीच सड़कें...

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  4. ये सड़क और चुनाव ... कभी सड़क दुर्घटना, कभी नेता :)

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  5. देर से आने के लिए खेद है..चुनाव के वादे कभी पूरे हुए हैं..टूटी सड़क तब भी सुधरेगी इसका भी तो पक्का भरोसा नहीं..आभार !

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