Pages

शुक्रवार, 28 अक्टूबर 2016

कुम्हार की चाक, धनतेरस और शहीदों का दीया

प्रिय ब्लॉगर मित्रों ,
प्रणाम !

कुम्हार की चाक पर तेजी से चलने वाली अंगुलियों की रफ्तार धीमी ही नहीं बंद होती नजर आ रही है। मशीनरी करण के इस युग में मिट्टी की मूर्तियां और खिलौने बाजार से गायब ही होते जा रहे हैं अब तो मशीनों से ढले फाइबर के खिलौने और मूर्तियों की बिक्री का चलन चल निकला है पूजा के लिये मिट्टी की मूर्ति तलाश ने के बाद भी मिलना नामुमकिन होती जा रही है। 
बाजारीकरण ने आज कुम्हार को चॉक का पहिया जाम दिया है। वहीं लोगों में भी प्लास्टिक के खिलौने खरीदने की चाह बढ़ी है। एक तो प्लास्टिक खिलौने जल्दी टूटते फूटते नहीं हैं। वहीं मिट्टी के खिलौनों की हिफाजत करनी पड़ती है। जरा से हाथ से सरके कि टूट फूट गये। वहीं प्लास्टिक के खिलौनों की कीमत काफी कम है जबकि मिट्टी के खिलौने मंहगे होते हैं। भले ही मंहगाई की मार इतनी ग्राहकों पर न पड़ी हो। लेकिन मशीनीकरण ने कुम्हार की चॉक थाम कर उनकी रोजी रोटी छीन ली है। 
कुम्हारों का यह पुश्तैनी धंधा अब पतन की ओर है। हर शहर में कुछ बुजुर्ग कुम्हार ही बचे हैं। जिनकी काँपती उंगलियां आज भी चॉक के पहिये की रफ्तार को गतिवान किये हैं। यही हाल रहा तो प्लास्टिक के खिलौनों के इस बढ़ते चलन के कारण एक दिन कुम्हारी के बनाए माटी के कुल्हड़, गिलास, खिलौने, मूर्तियां आदि बीते युग की बाते हो जायेगी।

दिवाली आ गई है ... ऐसे मे आप सब से निवेदन है कि भले ही आप अपने घर मे कितनी भी बिजली की झालरें लगाएँ ... मिट्टी के चंद दिये जरूर जलाएं ... और उन दीयों में एक दिया हमारे अमर शहीदों के नाम का भी हो !!
मेरे पुत्र कार्तिक द्वारा प्रज्वलित शहीदों के नाम का दीया|

सादर आपका 

शिवम मिश्रा 
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~

एक दीप रखा है आँगन में मैंने

लाडलों का प्यार .....

शुभ दीपावली !

मेरे द्वारा प्रज्वलित शहीदों के नाम का दीया

ख्वाहिश की लंदन डायरी- 2

बंटती थीं खुशियां दिवाली पर

धन तेरस

दीये का संकल्प

हर्ष का त्यौहार है दीपावली

पहाड़ पर कविता

"तमसो माँ ज्योतिर्गमयः"

~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~


ब्लॉग बुलेटिन टीम की ओर से आप सब को धनतेरस की हार्दिक शुभकामनाएं !!



~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
 अब आज्ञा दीजिये ...

जय हिन्द !!! 

11 टिप्‍पणियां:

  1. धनतेरस की शुभकामनाएं । सुन्दर दीप पर्व का शुरुआती बुलेटिन ।

    जवाब देंहटाएं
  2. बहुत सुन्दर सूत्रों से सुसज्जित आज का बुलेटिन ! मेरी रचना को सम्मिलित करने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद एवं आभार शिवम जी ! ब्लॉग बुलेटिन के सभी पाठकों को दीपोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं !

    जवाब देंहटाएं
  3. इस ब्लॉग पर जगह मिलने से गर्व होता है। .. आभार

    जवाब देंहटाएं
  4. सभी लिंक बहुत अच्छे हैं। . आज घूम आई

    जवाब देंहटाएं
  5. सुन्दर लिंक....सभी पाठकों को दीपोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं !

    जवाब देंहटाएं
  6. सुन्दर बुलेटिन प्रस्तुति
    सबको दीवाली की शुभकामनाएं!

    जवाब देंहटाएं
  7. दीप पर्व मुबारक , दादा | शहीदों को नमन | बुलेटिन बहुत अच्छा लगा

    जवाब देंहटाएं
  8. अच्छी पठनीय सामग्री संजोई है और उसमें झरोखा भी स्थान बना सका ...... आभार

    जवाब देंहटाएं
  9. प्रेरक प्रस्तुति ।
    आपको दीप-पर्व की शुभकामनाएँ ।

    जवाब देंहटाएं

बुलेटिन में हम ब्लॉग जगत की तमाम गतिविधियों ,लिखा पढी , कहा सुनी , कही अनकही , बहस -विमर्श , सब लेकर आए हैं , ये एक सूत्र भर है उन पोस्टों तक आपको पहुंचाने का जो बुलेटिन लगाने वाले की नज़र में आए , यदि ये आपको कमाल की पोस्टों तक ले जाता है तो हमारा श्रम सफ़ल हुआ । आने का शुक्रिया ... एक और बात आजकल गूगल पर कुछ समस्या के चलते आप की टिप्पणीयां कभी कभी तुरंत न छप कर स्पैम मे जा रही है ... तो चिंतित न हो थोड़ी देर से सही पर आप की टिप्पणी छपेगी जरूर!