Pages

रविवार, 17 जुलाई 2016

दिल धड़कने दो ...

प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम |

इस दुनिया में एक दिल ऐसा है जो हमेशा ही आपके लिए धड़का है ...

और जब तक ज़िन्दगी रहेगी ...

धड़कता ही रहेगा ...

आप जानते है ना किसका ???
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
आपका ... और किसका ???

सादर आपका
शिवम् मिश्रा

~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~

भारतीय रेल की लेट लतीफी पर एक विचार

प्रातःस्मरणीय आतंकियों से एक निवेदन

पलायन के मर्ज़ की दवा क्या है!

वैज्ञानिक-तकनीकी प्रगति क्या है? - २

कुमारिल भट्ट

कटे हुये केशों में.. तेल चमेली लगा रहे -

'सम्वेदना की नम धरा पर' -- रश्मि रविजा जी की नज़र से

चावल के अनरसे बनाने की विधि

मेरा अंजाम मिल जाएँ ...

बुंदेली लोकगीतों में जल का महत्व... संध्या शर्मा

अमर शहीद फ्लाइंग ऑफिसर निर्मलजीत सिंह सेखों की ७३ वीं जयंती 

~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
अब आज्ञा दीजिये ...

जय हिन्द !!!

7 टिप्‍पणियां:

  1. मेरे काव्य संकलन 'सम्वेदना की नम धरा पर' की समीक्षा को आज के बुलेटिन में सम्मिलित करने के लिये आपका धन्यवाद शिवम जी !

    जवाब देंहटाएं
  2. सुन्दर दिल सुन्दर धड़कन सुन्दर बुलेटिन ।

    जवाब देंहटाएं
  3. दिल यूँ ही धड़कता रहे ...सुन्दर बुलेटिन प्रस्तुति हेतु आभार!

    जवाब देंहटाएं
  4. सुंदर लिंक संयोजन। स्थान देने हेतु आभार व शुभकामनाएं...

    जवाब देंहटाएं
  5. सुंदर लिंक संयोजन। स्थान देने हेतु आभार व शुभकामनाएं...

    जवाब देंहटाएं

बुलेटिन में हम ब्लॉग जगत की तमाम गतिविधियों ,लिखा पढी , कहा सुनी , कही अनकही , बहस -विमर्श , सब लेकर आए हैं , ये एक सूत्र भर है उन पोस्टों तक आपको पहुंचाने का जो बुलेटिन लगाने वाले की नज़र में आए , यदि ये आपको कमाल की पोस्टों तक ले जाता है तो हमारा श्रम सफ़ल हुआ । आने का शुक्रिया ... एक और बात आजकल गूगल पर कुछ समस्या के चलते आप की टिप्पणीयां कभी कभी तुरंत न छप कर स्पैम मे जा रही है ... तो चिंतित न हो थोड़ी देर से सही पर आप की टिप्पणी छपेगी जरूर!