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कार्टूनिस्ट सुधीर तैलंग (1960 - 06/02/2016) |
वे
मूल रूप से राजस्थान के बीकानेर से ताल्लुक रखते थे। 1960 में जन्मे सुधीर
ने महज़ 10 वर्ष में ही पहला कार्टून बनाया था। बतौर प्रोफेशनल कार्टूनिस्ट
उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1982 को मुंबई में इलस्ट्रेटेड वीकली ऑफ़
इंडिया के साथ की।
1983
में सुधीर तैलंग ने दिल्ली में नवभारत टाइम्स के साथ अपनी नई पारी शुरू
की। इसके बाद वे कई सालों तक देश के प्रतिष्ठित अंग्रेजी अखबार
हिन्दुस्तान टाइम्स के लिए कार्टूनिस्ट के तौर पर जुड़े रहे ।
इसी दौरान अन्य अंग्रेजी दैनिक अखबारों में भी उनके बनाये कार्टून, ब्लॉग,
विचार और टिप्पणियाँ समय-समय पर प्रकाशित होती रहीं। समसामयिक विषयों पर
उनकी पकड़ और राजनीति मसलों पर उनके कार्टून में हमेशा से सराहे गए।
तैलंग को कार्टून क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान के लिए 2004 में पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया।
हाल
ही में उन्होंने ‘नो, प्राइम मिनिस्टर’ शीर्षक से अपनी पुस्तक भी लांच की
थी। इस पुस्तक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से जुड़े कार्टून्स की
श्रृंखला शामिल थी।
उनके बनाए कुछ कार्टूनों पर एक नज़र डालिए-
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दिल्ली रेप कांड और महिला सुरक्षा की खामियों पर कटाक्ष |
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मशहूर संगीतकार जुबेन मेहता के श्रीनगर कॉन्सर्ट और चरमपंथियों का विरोध |
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महिला सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर विभिन्न नेताओं के बड़बोलेपन पर कटाक्ष |
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2014 आम चुनावों से पहले बीजेपी की अंतर कलह |
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2014 आम चुनावों मे प्रचार रेस मे जुटे मोदी और केजरीवाल |
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अपना कार्टून बनाने पर एक कार्टूनिस्ट को जेल भेजने वाली बंगाल की मुख्यमंत्री ममता पर कटाक्ष |
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अर्थव्यवस्था पर प्रधानमंत्री सिंह और वितमंत्री मुखर्जी की पकड़ पर कटाक्ष | | |
मशहूर कार्टूनिस्ट
श्री सतीश आचार्य जी ने अपने कार्टून के माध्यम से सुधीर तैलंग साहब को अपनी श्रद्धांजली दी है|
सादर आपका
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अब आज्ञा दीजिये ...
जय हिन्द !!!
बेहतरीन रचनाएँ
जवाब देंहटाएंकुछ तो देखी-भाली हैं
बाकी को रात में देखूँगी
सादर
सुधीर भाई नहीं रहे
जवाब देंहटाएंअश्रुपूरित श्रद्धांजली उन्हें
वे जीवीत रहेंगे अपने बनाए
कार्टूनों के माध्यम से
सादर
सुधीर तैलंग जी को विनम्र श्रद्धांजलि ।
जवाब देंहटाएंजाने माने कार्टूनिस्ट सुधीर तैलंग जी को भावभीनी श्रद्धांजलि ! अल्प आयु में ही उन्होंने यथेष्ट सम्मान एवं मुकाम पाया ! आज के बुलेटिन में मेरे कविता संग्रह 'सम्वेदना की नम धरा पर' की समीक्षा को सम्मिलित करने के लिये आपका हृदय से आभार शिवम जी ! धन्यवाद !
जवाब देंहटाएंश्रद्धांजलि..
जवाब देंहटाएंसुधीर जो को विनम्र श्रीद्धांजलि।
जवाब देंहटाएंसुधीर जो को विनम्र श्रीद्धांजलि।
जवाब देंहटाएंविनम्र श्रध्दांजलि.यादें ताजा करने के लिए आभार.
जवाब देंहटाएंबहुत ही दुखद!!
जवाब देंहटाएंसुधीर तेलंगजी को विनम्र श्रद्धांजलि!
जवाब देंहटाएंसुधीर तेलंगजी को विनम्र श्रद्धांजलि!
जवाब देंहटाएंसुधीर जी के कार्टून बहुत तीखी और अपनी विशिष्ट पहचान के लिए जाने जाते रहे हैं ... मेरी विनम्र श्रधांजलि ...
जवाब देंहटाएंआपका आभार मुझे भी आज जगह देने के लिए ...
आप सब का बहुत बहुत आभार |
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