बच्चे नर्म मिटटी से होते हैं
कुम्हार यानि अभिभावक उन्हें जिस तरह गढ़ ले
बच्चे पौधे से होते हैं
समय समय पर काट-छाँट ज़रूरी है
बच्चे जिज्ञासु होते हैं
उनके लिए कहानियों, कविताओं का माध्यम होना चाहिए
बहुत कुछ सीखने और जानने के लिए
ब्लॉग जगत में लिखी पढी जा रही पोस्टों , उनमें दर्ज़ की जा रही टिप्पणियां ,बहस ,विमर्श ..सबको समेट कर तैयार है बुलेटिन ... ब्लॉग बुलेटिन ...
बुलेटिन में हम ब्लॉग जगत की तमाम गतिविधियों ,लिखा पढी , कहा सुनी , कही अनकही , बहस -विमर्श , सब लेकर आए हैं , ये एक सूत्र भर है उन पोस्टों तक आपको पहुंचाने का जो बुलेटिन लगाने वाले की नज़र में आए , यदि ये आपको कमाल की पोस्टों तक ले जाता है तो हमारा श्रम सफ़ल हुआ । आने का शुक्रिया ... एक और बात आजकल गूगल पर कुछ समस्या के चलते आप की टिप्पणीयां कभी कभी तुरंत न छप कर स्पैम मे जा रही है ... तो चिंतित न हो थोड़ी देर से सही पर आप की टिप्पणी छपेगी जरूर!
बहुत सुंदर प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंसुन्दर बाल रचनाओं से सजी बुलेटिन प्रस्तुति हेतु आभार
जवाब देंहटाएंबच्चों के लिए ... एक शानदार प्रस्तुति |
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