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शनिवार, 29 अगस्त 2015

रक्षाबंधन की शुभकामनायें

आदरणीय ब्लॉगर मित्रों,

जैसा कि आप सभी जानते हैं आज रक्षाबंधन का त्यौहार है, बहन-भाई के स्नेह का पर्व, प्यार, अपनापन और रक्षा का प्रतीक यह दिन हर बहन-भाई के लिए एक ख़ास महत्त्व रखता है। मेरे लिए भी यह दिन बहुत ही ख़ास है। इस दिन को और ज्यादा सुन्दर और याद्कार बनाने के लिए मेरी तरफ़ से यह छोटा सा प्रयास, अपनी छोटी बहन के लिए लिखी यह दुलार भरी छोटी सी कविता। आप सभी मित्रों को राखी की बहुत बहुत शुभकामनाएं। सभी बहन-भाई आपस में स्नेह से रहें और प्रेमपूर्वक यह त्यौहार हंसी ख़ुशी के साथ मनाएं।


बस यही दुआ
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दिल ने दिल को दी आवाज़
जीवन का कर नया आग़ाज़
प्यार का है यह बंधन ख़ास
बहन-भाई हैं आज सरताज

सूनी कलाई पे बाँधा है प्यार
ममता जिसमें है भरी अपार
लाख़ जनम दूं तुझ पर वार
कम है जितना करूँ दुलार

बहना मेरी, तू है मेरी जान
तुझसे बढ़ती है मेरी शान
तू है मेरे मस्तक की आन
नहीं है तुझे ज़रा भी भान

तिलक करे दिन बन जाए
गर्व से सीना यह तन जाए
आरती करने जब तू आए
आलम सारा ये थम जाए

शगुन में तुझको दूं मैं क्या
'निर्जन' की बस यही दुआ
हंसती खेलती तू रहे सदा
ग़म तुझसे रहे सदा जुदा

--- तुषार राज रस्तोगी ---

आज की कड़ियाँ













आज के लिए इतना ही अगले सप्ताह फिर मुलाक़ात होगी तब तक के लिए - सायोनारा

नमन और आभार
धन्यवाद्
तुषार राज रस्तोगी
जय बजरंगबली महाराज | हर हर महादेव शंभू  | जय श्री राम

6 टिप्‍पणियां:

  1. रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाऐं । सुंदर रक्षाबंधन बुलेटिन। बहुत सुंदर दुआओं के साथ । आभारी है 'उलूक' भी उसके सूत्र 'रोज सुनता है मेरे यहाँ की कभी अपने यहाँ की क्यों नहीं कहता है' को भी मिला है आज स्थान :)

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  2. रक्षाबंधन की सभी पाठकों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें ! आज के इस बुलेटिन में मेरी रचना को सम्मिलित करने के लिये आपका बहुत-बहुत धन्यवाद एवं आभार ! सभी सूत्र रक्षाबंधन की माधुरी से सिक्त हैं और पठनीय हैं !

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  3. सभी मित्रों को राखी पर हार्दिक शुभकामनाएँ!!!

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  4. रक्षाबंधन की सभी पाठकों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें ! बढ़िया बुलेटिन तुषार भाई |

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  5. उम्दा लिंक्स और उनसे सजा बुलेटिन

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