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शनिवार, 11 जुलाई 2015

पहला प्यार - ज़िन्दगी में कितना ख़ास

प्रिये ब्लॉगर मित्रगण नमस्कार,

मित्रों आज सुबह से झमाझम बरसात हो रही है और मौसम बेहद ख़ुशनुमा और आशिक़ाना बना हुआ है ऐसे में आप सबके साथ अपनी ताज़ा लिखी कविता साँझा करना चाहता हूँ। उम्मीद करता हूँ आपको बारिश के मौसम में ये अपने पहले प्यार की याद ज़रूर दिलाएगी और आपके माज़ी की मीठी और ठंडी बौछारों से एक दफ़ा फिर आपको भिगो जाएगी। तो पेश-ए-ख़िदमत है :-

पहला प्यार - ज़िन्दगी में कितना ख़ास
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पहली नज़र
पहली धड़कन
पहला जज़्बात
पहला एहसास
ज़िन्दगी में
कितना ख़ास

पहली दफ़ा
पहला मौक़ा
पहली कशिश
पहला ख़याल
ज़िन्दगी में
कितना ख़ास

पहला प्यार
पहली माशूक
पहला परिचय
पहली बात
ज़िन्दगी में
कितना ख़ास

पहला ख़त
पहला कार्ड
पहला फूल
पहला उपहार
ज़िन्दगी में
कितना ख़ास

पहली डेट
पहली मुलाक़ात
पहली ट्रीट
पहला साथ
ज़िन्दगी में
कितना ख़ास

पहला इंतज़ार
पहला लफ्ज़
पहला इज़हार
पहला इक़रार
ज़िन्दगी में
कितना ख़ास

पहली गर्मी
पहली बरसात
पहली सर्दी
पहला अलाव
ज़िन्दगी में
कितना ख़ास

पहला स्पर्श
पहला मिलन
पहला चुंबन
पहला अनुभव
ज़िन्दगी में
कितना ख़ास

पहली पहल
सावन में आज 
'निर्जन' करता
दिल की बात
पहले प्यार
का एहसास

ज़िन्दगी में
कितना ख़ास

ज़िन्दगी में
कितना ख़ास...

--- तुषार राज रस्तोगी ---

आज की कड़ियाँ

खुद से मिलकर बातें करना अच्छा लगता है - रिया शर्मा

चरित्रहीन - एकता नागर

मोतीचूर लड्डू - प्रियंका जैन

काफ़िला लेकर - उदय वीर सिंह

सूखी हथेली - चेतन रामकृष्ण

अलग अलग राधायें - मदन मोहन बाहेती'घोटू'

घड़ीसाज - दिनेशराय द्विवेदी

कुछ करूँ बातें पुरानी - कीर्ति वर्धन

सिर्फ तुम्हारे लिए - प्रीती सुराणा

तुमसे मैं सम्पूर्ण हुई  - अपर्णा खरे

तुम्हारे और मेरे बीच  - सत्यम शिवम्

आज के लिए इतना ही अगले सप्ताह फिर मुलाक़ात होगी तब तक के लिए - सायोनारा

नमन और आभार
धन्यवाद्
तुषार राज रस्तोगी
जय बजरंगबली महाराज | हर हर महादेव शंभू  | जय श्री राम

18 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत से लिंक देखे। रिया शर्मा जी की कविता बहुत अच्छी लगी। यह जानकार भी अच्छा लगा कि अभी भी बेहतरीन बेहतरीन पोस्टें प्रक्षित हो रही हैं। हम ही दूर हो चले हैं।

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  2. बहुत सुन्दर बुलेटिन प्रस्तुति
    आभार!

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  3. बहुत सुंदर रचना और साथ में सुंदर सूत्रों की रिमझिम बारिश सुंदर बुलेटिन :)

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  4. इश्क़ की दास्तां है प्यारे ... अपनी अपनी जुबां है प्यारे ... :)

    रूमानी मौसम की रूमानी सी बुलेटिन के लिए आभार तुषार |

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  5. हार्दिक धन्यवाद..तुषार रस्तोगी जी..!!

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  6. meri rachna ko sthaan dene k liye shukriya Tushar ji

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