उन्हें परेशानी नहीं होती
वे देखते भी नहीं
- किसने पढ़ा, नहीं पढ़ा
उन्हें लिखना है - वे लिखते हैं
इस बात से बेखबर कि किसकी क्या प्रतिक्रिया है
वे लिखते भी चुपचाप हैं
पढ़ते भी चुपचाप हैं
यकीनन उन्हें अपने लिखने पर यकीन है
और अपनी पसंद से पढ़ने के लिए वे आज़ाद हैं
वे डरे नहीं रहते
कि एक टिप्पणी के लिए उन्हें पढ़ना है
या बिना पढ़े कुछ लिखना है !
मैं इन्हें पढ़ती हूँ
कमाल की अभिव्यक्ति
मन ही मन गुनना अच्छा लगता है
दिल-दिमाग के हर तार में
ये अभिव्यक्तियाँ चहलकदमी करती हैं
काफी वक़्त तक असर रहता है …
kartikulations.wordpress.com/
सदानीरा जल की
जवाब देंहटाएंशाँत धारा की तरह
बिना शोर किये चुपचाप ।
बहुत सुंदर ।
नायाब संकलन!
जवाब देंहटाएंJourney ... अच्छा लगा .
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति के साथ सार्थक बुलेटिन प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंक़माल की अभिव्यक्तियों को परखने वाली नज़र भी बेमिसाल है
जवाब देंहटाएंआभार
बस इन्हें पढ़ते रहना है
जवाब देंहटाएंलाज़वाब संकलन...
जवाब देंहटाएंवे लिखते हैं क्यूं कि उन्हे लिखना अच्छा लगता है। बढिया प्रास्ताविक के साथ सुंदर सूत्र।
जवाब देंहटाएंउम्दा बुलेटिन नायाव लिंक्स के साथ |
जवाब देंहटाएंमैं इन्हें पढ़ती हूँ
कमाल की अभिव्यक्ति
मन ही मन गुनना अच्छा लगता है |
बहुत खूब