सभी ब्लॉगर मित्रों को सादर नमस्कार।।
अब चलते हैं आज की बुलेटिन की ओर …………
आज की बुलेटिन में बस इतना ही कल फिर मिलेंगे। शुभरात्रि।।
गुरु दत्त हिन्दी सिनेमा के प्रसिद्ध निर्माता - निर्देशक और संजीदा अभिनेता थे। गुरु दत्त जी का जन्म 9 जुलाई, 1925 ई. को बैंगलोर में हुआ था। गुरु दत्त जी का असली नाम वसंत कुमार शिवशंकर पादुकोण था। गुरु दत्त जी ने अपने फ़िल्मी कैरियर की शुरूआत बाज़ी ( 1951 ) में बतौर निर्देशक के रूप में की थी। गुरु दत्त जी की बतौर निर्माता - निर्देशक कुछ प्रसिद्ध फ़िल्में हैं - बाज़ी, आर पार, मिस्टर एंड मिसेस 55, प्यासा, कागज़ के फूल आदि। गुरु दत्त ने जिन प्रमुख फिल्मों में अभिनय किया था वो थीं - प्यासा, कागज़ के फूल, चौदहवीं का चाँद, साहिब बीवी और गुलाम, बहुरानी, भरोसा, साँझ और सवेरा, सुहागन आदि है। 10 अक्टूबर, 1964 ई. को मुंबई में रहस्यमय स्थिति में गुरु दत्त जी मृत पाए गए।
भारतीय सिनेमा के मशहूर अदाकार संजीव कुमार का जन्म मुंबई में 9 जुलाई, 1938 को एक मध्यमवर्गीय गुजराती परिवार में हुआ था । इनका असली नाम हरिहर जरीवाला था , प्यार से सब इनको हरीभाई कहकर पुकारते थे । फिल्मों में आने के बाद इन्होंने अपना नाम बदलकर संजीव कुमार कर दिया । इनकी पहली फिल्म हम हिन्दुस्तानी (1960) थी ,जिसमे इनका क़िरदार बहुत छोटा था । बतौर मुख्य अभिनेता के रूप में इनकी पहली फिल्म 1965 में प्रदर्शित फिल्म निशान थी । वर्ष 1960 से 1968 तक का दौर इनके फ़िल्मी जीवन के संघर्ष का दौर था , इस दौरान इन्होंने कई फ़िल्में साइन करी जिसमे इन्होंने सहायक अभिनेता तक के किरदार निभाए । 1968 में प्रदर्शित फिल्म शिकार के लिए इन्हें पहली बार सहायक अभिनेता का फ़िल्म फेयर अवार्ड मिला । फ़िल्म खिलौना (1970) से इन्हें भारतीय सिनेमा के नए स्टार का दर्जा प्राप्त हो गया , इसी वर्ष फ़िल्म दस्तक के लिए इन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुआ । संजीव कुमार को फिल्म आंधी (1975) और अर्जुन पण्डित (1977) के लिए दो बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का फ़िल्म फेयर पुरस्कार भी प्राप्त हुआ । गीतकार और फ़िल्मकार गुलज़ार इनके परम मित्र थे , गुलज़ार के साथ इन्होंने कुल 9 फिल्मों में काम किया जिनमें आंधी , मौसम , अंगूर और नमकीन प्रमुख है । संजीव कुमार एक मझे हुये कलाकार थे , उन्होंने जो भी किरदार निभाये वो किरदार हमेशा के लिये अमर हो गए । इनकी कुछ और प्रमुख फ़िल्में है :- संघर्ष, सीता और गीता, अनामिका, नया दिन नई रात, शोले, शतरंज के खिलाड़ी, पति ,पत्नी और वो, त्रिशूल, जानी दुश्मन, सिलसिला और लव एंड गॉड । भारतीय सिनेमा के इस बेहतरीन अभिनेता की ह्रदय गति रुक जाने के कारण 6 नवंबर , 1985 को इनका आकस्मिक निधन हो गया ।
आज गुरु दत्त जी और संजीव कुमार जी के जन्मदिवसों पर हिन्दी ब्लॉग जगत और ब्लॉग बुलेटिन टीम उन्हें याद करते हुए उन्हें अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करती है। सादर।।
अब चलते हैं आज की बुलेटिन की ओर …………
आज की बुलेटिन में बस इतना ही कल फिर मिलेंगे। शुभरात्रि।।
सुंदर सूत्र सुंदर बुलेटिन हर्ष । गुरु दत्त व संजीव कुमार को नमन ।
जवाब देंहटाएंमेरी पोस्ट को शामिल करने के लिए धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंबढ़िया लिंक्स व प्रस्तुति , हर्ष भाई व बुलेटिन को धन्यवाद !
जवाब देंहटाएंI.A.S.I.H - ( हिंदी में समस्त प्रकार की जानकारियाँ )
सुंदर सूत्र......
जवाब देंहटाएंदोनों महान अभिनताओं को हमारा शत शत नमन |
जवाब देंहटाएंबढ़िया बुलेटिन हर्ष ... आभार |
दोनों महान अभिनेताओं को शत शत नमन .
जवाब देंहटाएंबढ़िया बुलेटिन
हमेशा की तरह बेहतरीन चर्चा....
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