सभी ब्लॉगर मित्रों को सादर नमस्कार।।
अब चलते हैं आज कि बुलेटिन की ओर .......
आज कि बुलेटिन में बस इतना ही कल फिर मिलेंगे। शुभरात्रि।।
सर चार्ली चैपलिन |
आज सर चार्ली चैपलिन जी का 125वां जन्म दिवस है। आज उनके जन्म दिवस के मौके पर हिन्दी ब्लॉग जगत और ब्लॉग बुलेटिन टीम उन्हें शत शत नमन करती है। सादर।।
अब चलते हैं आज कि बुलेटिन की ओर .......
सुंदर बुलेटिन हर्ष । आभार 'उलूक' का भी 'लिख आ कहीं जा कर किसी पेड़ की छाल पर ये भी' को शामिल किया आपने :) ।
जवाब देंहटाएंसर चार्ली चैपलिन जी के 125वां जन्म दिवस पर नमन व बुलेटिन को धन्यवाद , और बढ़िया प्रस्तुति हर्षवर्धन भाई !
जवाब देंहटाएंInformation and solutions in Hindi ( हिंदी में समस्त प्रकार की जानकारियाँ )
एक सच्चे कलाकार की यादों को यहाँ साझा करने के लिये बहुत बहुत शुक्रिया!!
जवाब देंहटाएंइस पोस्ट के लिए हम आपका हृदय से आभार प्रकट करते हैं।
जवाब देंहटाएंमहादेव हर हर ,
नरेंद्र मोदी जी के जीवन के बारे में कुछ अनछुए पहलू
आज मोदी भाई घर घर।
भाषा की रवानी और गेयता लिखे की देखते बनती है किशोर वय से ही यह व्यसन पाले बैठे हैं ज़नाब। सुन्दर मनोहर पल्लवन कालानुक्रम में विकास की सीढ़ी आप चढ़ते ही जा रहे हैं।
जवाब देंहटाएंमध्यमार्गी पथ असाध्य है
नरेंद्र मोदी जी के जीवन के बारे में कुछ अनछुए पहलू
इस अंक की विशेष रचनाएं रहीं .
इस अंक की विशेष रचनाएं रहीं :
सेतु चयन स्तरीय बना रहा।
भाषा के रवानी और गेयता लिखे की देखते भी बनती है किशोर व्यय से ही यह व्यसन पाले बैठे हैं ज़नाब। सुन्दर मनोहर पल्लवन कालानुक्रम में विकास की सीढ़ी आप चढ़ते ही जा रहे हैं।
जवाब देंहटाएंमध्यमार्गी पथ असाध्य है
मध्यमार्गी पथ असाध्य है
आदर्शों के मरुथल में, जीवन कष्टों का छोर नहीं है,
भ्रष्टाचारी दलदल में आ बचा सके, कोई जोर नहीं है ।
इन दो विषम उपायों से जीवन-रजनी में भोर नहीं है,
मध्यमार्गी पथ असाध्य है, अनुभव-युक्त किशोर नहीं है ।।
अन्तः दीपक जला हुआ है,
राग द्वेष से घिरा हुआ है,
मानव क्या निष्कर्ष निकाले, नियत बुद्धि का ठौर नहीं है ।
मध्यमार्गी पथ असाध्य है, अनुभव-युक्त किशोर नहीं है ।।१।।
संस्कार की सतोपासना,
औ’ समाज की कुटिल वासना,
स्वयं निरन्तर संग्रामित, जीवन निश्चय की ओर नहीं है ।
मध्यमार्गी पथ असाध्य है, अनुभव-युक्त किशोर नहीं है ।।२।।
आदर्शों का ध्येय मिला है,
आत्मोन्नति का पंथ खुला है,
पर समाज में जीवन यह, कटु सम्बन्धों की डोर नहीं है ।
मध्यमार्गी पथ असाध्य है, अनुभव-युक्त किशोर नहीं है ।।३।।
(एक किशोर के रूप में लिखी यह कविता आज पुनः याद आ गयी, पता नहीं क्यों?)
एक कलाकार के जन्म दिन पर नमन |जीवन दर्शन कराती लिंक्स |मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार |
जवाब देंहटाएंआशा
सुंदर सार्थक सूत्रों का संकलन ! बढ़िया बुलेटिन !
जवाब देंहटाएंआज के आम दिन को खास बनाने का शुक्रिया! एक बेजोड़ कलाकार को अपना भी नमन....
जवाब देंहटाएंबिना संवादों के बड़ी से बड़ी बात को केवल अपने अभिनय के दम पर दर्शक तक पहुँचा उनके दिलोदिमाग पर अपनी अमिट छाप छोडने वाले इस महान कलाकार को मेरा शत शत नमन |
जवाब देंहटाएंबढ़िया बुलेटिन हर्ष बाबू |
भाई! आपने इंडिया वाटर पोर्टल का लेख प्रसारित किया, इसके लिए हम आपके आभारी हैं।
जवाब देंहटाएंह्रदय से आभार
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