आदरणीय मित्रों,
सादर प्रणाम,
पाकिस्तान की जेल में बंद भारतवासी सरबजीत सिंह की दुखद मृत्यु पर समस्त ब्लॉग बुलेटिन परिवार शोक व्यक्त करता है । सरबजीत की दुखद और दर्दनाक मौत के लिए पाकिस्तानी सरकार तो ज़िम्मेदार है ही किन्तु उससे ज्यादा ज़िम्मेदार भारत की सरकार है जिसके घिनौने चेहरे का पर्दाफाश सरबजीत की इस हालत से हो गया है । लचर रवैया और गैर जिम्मेदारी का जो प्रमाण इस निर्लज्ज सरकार ने सरबजीत के मामले में प्रस्तुत किया है वह बेहद निंदनीय है । अगर इस मामले में पहले ही कुछ पुख्ता कदम उठा लिए गए होते तो शायद आज सरबजीत अपने परिवार के साथ होते । सरबजीत के साथ हुआ तो किसी से छिपा नहीं है परन्तु अब उनकी मौत पर अनेकों सवालिया निशाँ उभर कर आ रहे हैं । अब देखना यह है के इन सवालों के जवाब देने सरकार की तरफ से कौन आगे आता है ।
सरबजीत सिंह कौन थे ?
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आज की दूसरी बड़ी खबर - भारतीय फिल्म जगत के महान निर्देशक स्व. सत्यजीत रे की बारहवी जयंती पर उन्हें भावभीनी श्रधांजलि ।
आज की कड़ियाँ
सत्यजीत राय के- "फेलू'दा" - जयदीप शेखर
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अलहदा दृष्टिकोण के फिल्मकार थे सत्यजीत रे - दीपिका
समानांतर सिनेमा का भारतीय चेहरा - प्रीति सिंह परिहार
सत्यजीत रे की गण शत्रु - अनीता
९२ वीं जयंती पर विशेष - शिवम् मिश्रा
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सत्यजीत रे - प्रणय
स्टाइललेस स्टाइल से भी आगे थे सत्यजीत रे - अलोक नंदन
सत्यजीत रे और सिनेमा - सुनील कुमार
महताब - भागीरथी
बनो न चिड़िया - डॉ. ज्योत्स्ना शर्मा
अरे बाप रे! बंगाल टाइगर की आँखों में मेरा चेहरा - नीरा
तुम मुझसे मिलने आ जाओ - दीपक चौबे
नए साहब सुनो - भरत तिवारी
अमर कर दूँ तुझे कुछ इस तरह मैं - सौरभ शेखर
कविता - लोकेश सिंह
जब पीला पत्ता झरता है - के. सच्चीदानन्द
देखो..ये रंग न खोने पायें - पारुल चंद्रा
आधी उम्र - रमाकांत सिंह
अंशक की चुपड़ी रोटियां - राहुल मिश्रा
आशा है आज का बुलेटिन पसंद आएगा । धन्यवाद्
सादर प्रणाम,
पाकिस्तान की जेल में बंद भारतवासी सरबजीत सिंह की दुखद मृत्यु पर समस्त ब्लॉग बुलेटिन परिवार शोक व्यक्त करता है । सरबजीत की दुखद और दर्दनाक मौत के लिए पाकिस्तानी सरकार तो ज़िम्मेदार है ही किन्तु उससे ज्यादा ज़िम्मेदार भारत की सरकार है जिसके घिनौने चेहरे का पर्दाफाश सरबजीत की इस हालत से हो गया है । लचर रवैया और गैर जिम्मेदारी का जो प्रमाण इस निर्लज्ज सरकार ने सरबजीत के मामले में प्रस्तुत किया है वह बेहद निंदनीय है । अगर इस मामले में पहले ही कुछ पुख्ता कदम उठा लिए गए होते तो शायद आज सरबजीत अपने परिवार के साथ होते । सरबजीत के साथ हुआ तो किसी से छिपा नहीं है परन्तु अब उनकी मौत पर अनेकों सवालिया निशाँ उभर कर आ रहे हैं । अब देखना यह है के इन सवालों के जवाब देने सरकार की तरफ से कौन आगे आता है ।
मैं अपनी और ब्लॉग बुलेटिन परिवार की तरफ से सरबजीत के परिवार के शोक में शामिल हूँ । भगवान् सरबजीत की आत्मा को शांति प्रदान करे और उनका दिवंगत शरीर तुरंत भारत लाया जाये और उनके परिवार को सौंपा जाये बस यही अपील करना चाहता हूँ जिससे कम से कम उनकी अंतिम क्रिया तो सही प्रकार से पूरी की जा सके । जो अपने जीते जी कभी शांति नहीं देख सके वो मृत्युपरांत तो कम से कम सुकून हासिल कर सकें । उम्मीद है सरकार इस बारे में कुछ ठोस कदम ज़रूर उठाएगी ।
सरबजीत सिंह कौन थे ?
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- पंजाब में तरनतारन जिले के भिखीविंड गांव का रहने वाला था सरबजीत सिंह
- अनजाने में सीमा पार पाकिस्तान जा पहुंचा था
- पाकिस्तान के अनुसार वहां पर हुए बम धमाकों का आरोपी था सरबजीत
- लाहौर और फैसलाबाद में हुए थे बम धमाके
- पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार इस हमले में १४ लोगों की जान गई थी
- सरबजीत १९९० से लाहौर की कोट लखपत जेल में बंद था
- ३० अगस्त, १९९० को पाकिस्तानी सेना ने गिरफ्तार किया
- १९९१ में बम धमाके के झूठे आरोप में फांसी की सजा सुनाई गई थी
- इस मामले में पाकिस्तान के राष्ट्रपति को दया याचिका दी गई थी
- ५ बार दया याचिका दी गई, परन्तु फैसला कभी नहीं हुआ
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- २६ अप्रैल को शाम ४:३० बजे सरबजीत पर हमला
- लाहौर के कोट लखपत जेल में सरबजीत पर हमला
- अचानक और बेवजह किया गया सरबजीत पर हमला
- इलाज के लिए जिन्ना अस्पताल में भर्ती किया गया
- २७ अप्रैल को डीप कोमा में गए सरबजीत सिंह
- २७ अप्रैल को सरबजीत के ४ परिजन लाहौर पहुंचे
- परिवार ने सरबजीत को भारत लाने की मांग की
- २८ अप्रैल को पाक का सरबजीत को पाक से बाहर भेजने से इनकार
- २९ अप्रैल को सरबजीत का ब्रेन डेड होने की खबर आई
- ३० अप्रैल को डॉक्टरों ने ब्रेन डेड होने की बात को गलत बताया
- १ मई को सरबजीत के ४ परिजन भारत वापस लौटे
- १ मई को सरबजीत की बहन ने तालिबानियों से खतरे की बात कही
- २ मई को देर रात १:१५ पर सरबजीत की मौत हो गई
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आज की दूसरी बड़ी खबर - भारतीय फिल्म जगत के महान निर्देशक स्व. सत्यजीत रे की बारहवी जयंती पर उन्हें भावभीनी श्रधांजलि ।
आज की कड़ियाँ
सत्यजीत राय के- "फेलू'दा" - जयदीप शेखर
रे आफ़ रे - सलिल वर्मा
अलहदा दृष्टिकोण के फिल्मकार थे सत्यजीत रे - दीपिका
समानांतर सिनेमा का भारतीय चेहरा - प्रीति सिंह परिहार
सत्यजीत रे की गण शत्रु - अनीता
९२ वीं जयंती पर विशेष - शिवम् मिश्रा
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सत्यजीत रे - प्रणय
स्टाइललेस स्टाइल से भी आगे थे सत्यजीत रे - अलोक नंदन
सत्यजीत रे और सिनेमा - सुनील कुमार
महताब - भागीरथी
बनो न चिड़िया - डॉ. ज्योत्स्ना शर्मा
अरे बाप रे! बंगाल टाइगर की आँखों में मेरा चेहरा - नीरा
तुम मुझसे मिलने आ जाओ - दीपक चौबे
नए साहब सुनो - भरत तिवारी
अमर कर दूँ तुझे कुछ इस तरह मैं - सौरभ शेखर
कविता - लोकेश सिंह
जब पीला पत्ता झरता है - के. सच्चीदानन्द
देखो..ये रंग न खोने पायें - पारुल चंद्रा
आधी उम्र - रमाकांत सिंह
अंशक की चुपड़ी रोटियां - राहुल मिश्रा
आशा है आज का बुलेटिन पसंद आएगा । धन्यवाद्
तुषार राज रस्तोगी
जय बजरंगबली महाराज | हर हर महादेव शंभू | जय श्री राम
भगवान् सरबजीत की आत्मा को शांति प्रदान करे,उनके परिवार के साथ हमारी सहानुभूति है.अन्य सारे लिंक्स बेहतरीन हैं,सादर आभार.
जवाब देंहटाएंसरकार बोल रही हे की सरबजीत की दोनो बेटीयो को नोकरी मिलेगी और अगर उनकी पत्नी नोकरी करना चाहती हे
जवाब देंहटाएंतो उनको भी ।
अबे हरामखोरों 23 साल तक भुखा मरने दिया और अब नोकरी की घोषना करते हो ।।।
सरबजीत जिंदा थे तब क्या उनके मरने इंतेजार कर रहे थे ??
विन्रम श्रद्धांजलि....
जवाब देंहटाएंभगवान् सरबजीत की आत्मा को शांति प्रदान करे.
जवाब देंहटाएंसरबजीत को विनम्र श्रद्धांजलि।।
जवाब देंहटाएंफिल्म निर्माण के जादूगर "सत्यजीत रे" को भी शत - शत नमन।।
आज की बुलेटिन शानदार लिंकों के साथ सजी हुई है। धन्यवाद।
भगवान् सरबजीत की आत्मा को शांति प्रदान करे...
जवाब देंहटाएंlateast post मैं कौन हूँ ?
latest post परम्परा
आखिरकार सरबजीत सिंह आजाद हुए :(
जवाब देंहटाएंआज ट्विटर पर पढ़ा ... "ऐ सरबजीत, हमेशा की तरह तेरे जिंदा रहते तो हम ने कुछ नहीं किया, लेकिन अब देख तेरी मौत पे कैसा तमाशा होगा। ~ देश के नेता" ... :(
क्या कहें ... बेहद दुखद माहौल है देश का ... इंसाफ तो जैसे रहा ही नहीं है !
आज स्व॰ सत्यजित राय जी की ९२ वीं जयंती के अवसर पर हम सब उनको शत शत नमन करते है !
जवाब देंहटाएंajay ji
जवाब देंहटाएंmae is post kae sarbjeet waale hissae se purii tarah ashmat hun
agr ham apne desh me bomb dhamake karnae walo ko sajaa daetey haen to dusrae desho ko bhi adhikaar haen
sarbjeet ek sharbi thaa aesi bhi khabar haen aur sharab pee kar seema par gayaa thaa
ab kyaa yae sarkaar ki jimmedari haen ki wo har sharabi ko pakad kar seema kae andar rakhae
jisnae apnae desh kaa kanun nahin maanaa uskae prati sadbhaw dikhnaa kaunun sahii ho hi nahin saktaa { bhavnatmk rup sae its ok }
ham mae aur dusrae desh me bas itna antar haen ki hamari sarkaar ne " yae nahin kehaa ki sarbjeet bhartiyae nahin haen " jabki wo sarkaar kabhie maanti hi nahin ki hamarey yahaan marne walaa unkae desh kaa thaa
aap sae agrh haen ki aatank sae judae logo , sharabi ityadi kae vishay me likhnae sae pehlae
PLEASE RETHINK
with regards
rachna
सरबजीत को विनम्र श्रद्धांजलि।।
जवाब देंहटाएंRECENT POST: मधुशाला,
@ रचना जी,
जवाब देंहटाएंआप के विचार जान बड़ा अजीब लगा ... जब आप किसी आतंकी को सज़ा देने की बात करती हैं तो वहाँ उसका जुर्म साबित हो चुका होता है ... सरबजीत के मामले मे ऐसा नहीं था ... जिस बंदे ने उसके खिलाफ गवाही दी थी वो पाकिस्तानी सरकार के दवाब मे था ऐसा उसने खुद टीवी रिपोर्टर को बताया ... दूसरी बात अगर कि सरबजीत को फांसी हुई होती तब भी आप की बात वाजिब होती ... सरबजीत की हत्या हुई है ... और यह केवल हम नहीं कह रहे पाकिस्तान मे भी उन दो कैदियों पर अब हत्या का मुकदमा चलेगा जिन्होने सरबजीत पर हमला किया था !
एक शराबी किसी भी तरह का हँगामा न करें यह बिलकुल सरकार और सरकारी मशीनरी की ज़िम्मेदारी है खास कर तब जब मामला सीमा क्षेत्र का हो! जिस जमाने मे सरबजीत सीमा पार गया था ... भले ही नशे मे ही सही ... उस जमाने मे सीमा पर कोई फेंसिंग नहीं हुआ करती थी इस लिए सरकार की ज़िम्मेदारी और बढ़ जाती है ! तो आपका यह तर्क भी सही नहीं है !
दूसरों को आप ज्ञान देने से पहले ज़रा यह भी देखा करें कि पोस्ट लगाई किस ने है ... आपने अजय जी को इतनी बातें तो सुना दी ... "RETHINK" भी कह दिया ... जबकि पोस्ट तुषार राज रस्तोगी जी ने लगाई है ! ज़रा ध्यान दिया करें यूँ ही निर्दोषों पर आरोप लगते रहे तो क्या फर्क रहा हम मे और उन मे !?
आज जब पूरा देश सरबजीत के परिवार के साथ है जिस परिवार मे महिलाएं इस मामले मे सब से ज्यादा सक्रिय रही ... केवल लीक से अलग रहने के लिए आपके इस विरोध को देख कहना पढ़ता है ... Please Kindly Rethink !!
सादर
बहुत ही सुन्दर सूत्र..
जवाब देंहटाएंhamarivani sae is post par aayii wahaan ajay ji kaa hii naam dikh rahaa haen
जवाब देंहटाएंplease recheck
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आज की बड़ी खबर सरबजीत की मौत
ajay kumar jha
आदरणीय मित्रों,सादर प्रणाम,पाकिस्तान की जेल में बंद भारतवासी सरबजीत सिंह की दुखद मृत्यु पर समस्त ब्लॉग बुलेटिन परिवार शोक व्यक्त करता है । सरबजीत की दुखद और दर्दनाक मौत के लिए पाकि�... Read more
Tag :बुलेटिन
ब्लॉग बुलेटिन... Follow May 2, 2013, 10:22 am
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agr ब्लॉग बुलेटिन ko register karvaa dae hamarivaani par ek separate blog ki tarah to kewal aur kewal ajay kaa naam nahin dikhaegaa , takneek haen kyuki yae sab ajay kae blogs kae rup me registered haen is liyae ajay kaa hi naam wahaan dikhtaa haen
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ab is mae
दूसरों को आप ज्ञान देने से पहले ज़रा यह भी देखा करें कि पोस्ट लगाई किस ने है ... आपने अजय जी को इतनी बातें तो सुना दी ..
aap apni bhashaa kaa prayog avshya daekhae
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dusri baat puraa desh to har samay kisi naa kisi kae saath rehtaa haen aaj sarbjeet kae gharwaalo ko sarkaari naukri mil jaane kaa pravdhaan , uskae pehlae balatkaar piditaa ki maut ke baad uskae gharwaalo ko naukri kaa pravdhan
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apni baat kehna "gyan bagharna" hotaa hi nahin haen PLEASE RETHINK
with regards
rachna
किसी व्यक्ति का अपराध सिद्ध हुए बिना या झूठे आरोप में उसे बाईस साल जेल की कठोर यातनाओं में जीना पडे और फिर उसे भयानक क्रूरता का सामना करते हुए जान देनी पडे इससे बडी अमानवीयता व क्रूरता क्या होगी । जब सरबजीत की रिहाई की खबर आई थी मुझे वीरजारा की कहानी यादआई । काश सरबजीत को भी कोई ऐसा न्याय दिला पाता । ऐसे जाने कितने बेगुनाह पाकिस्तान की जेलों में मर-मर कर जी रहे होंगे ।
जवाब देंहटाएंसच तो यह है कि नेता व मंत्री सिर्फ मौत का इन्तजार करते हैं ताकि शोक जता सकें और सहायता की घोषणा कर सकें । पूरी करना अलग बात है । सरबजीत का यों अन्त होजाना बहुत ही दुखद रहा । पीछे कोई कुछ भी करता रहे ।
mera kament shyaad spam me haen jismae maenae kehaa thaa ki mae hamarivani sae is link par aayii thee
जवाब देंहटाएंpura kament wahaan vistar sae haen
ab agr spam me nahin haen aur delete kardiyaa gayaa haen then its ok anyathaa spam sae nikal kar publish kar dae
रचना जी ,
जवाब देंहटाएंआपकी टिप्पणी स्पैम में थी , उसे प्रकाशित कर दिया गया है । अब बात मुद्दे की ।
सरबजीत की हत्या , पडोसी देश के जेल में तथाकथित रूप से जेल अधीक्षक के कहने पर जान बूझ कर की गई थी जिसकी आशंका और संभावना कसाब की फ़ांसी के बाद से ही की जा रही थी ।
अब बात दूसरी ये कि , एक तरफ़ अजमल कसाब जिसे पूरी दुनिया ने आतंक का नंगा नाच किया उसे भी न्याय दिलवाने के नाम पर भारत सरकार द्वारा करोडों रुपए खर्च करने के साथ ही बहुत समय दिया गया उसके अंजाम तक पहुंचने में । फ़िर सरबजीत के ऊपर लगे आरोप , उनकी सुनवाई , उस मुकदमे के गवाह कुल मिला कर अब तक यही ईशारा कर रहे हैं कि , कुछ तो संदेहास्पद था , जबकि कानून का ये पहला सिद्धांत है कि ..आरोपी का आरोप किसी भी संदेह से परे बिल्कुल निश्चित होना चाहिए ।
और जैसा कि ऊपर भाई शिवम मिश्रा जी ने कहा है कि यदि दोष साबित होने के बाद उसे फ़ांसी की सज़ा सुनाई जाती तो स्थिति इतनी दयनीय नहीं होती । खैर जो भी हो मैं इस बारे में सिर्फ़ ये जानता हूं कि ..सरबजीत और उस जैसे कैदियों की इस प्रकार हत्या न सिर्फ़ अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है बल्कि प्राकृतिक न्याय के विपरीत भी है । ये मेरा निजि विचार है ।
हमारीवाणी के संदर्भ में आपके सुझाव पर बुलेटिन टीम जरूर विचार करेगी ।
हत्या न सिर्फ़ अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है
जवाब देंहटाएंsehmat
lekin uskae allawa aur bhi bahut sii baatae haen jin par vichaar karnae kae baad hi mass hysteria generate karna chahiyae
kyaa sarbjeet shaheed huae haen ki unko state funeral ki baat ho rahii haen itna to un faujiyon kae liyae nahin kiyaa gaya jinkaa sar kaat kar laash bhej dii gayii
sarbjeet ki behan kaa rona jaayz haen lekin unka yae kehna ki unka bhai shaheed hua haen is liyae bhartiyae sarkaar ko usko shaheed kaa status dae galt haen
is prakar ke dialog aur mass hysteria usko ek indian spy banaadaegaa aur yahii to pakistaan chahtaa haen
"नए साहब सुनो" को शामिल करने का शुक्रिया
जवाब देंहटाएंbhagvan sarbjit ko santi pardan kare. mene bhi computer and internet releted apna blog bnaya h buletin team se anurodh he ki vo mere blog par padhare or blog acha lage to apni team me jagah de. aapka bagut aabhar hoga. mere blog ka pata h...
जवाब देंहटाएंhttp://hiteshnetandpctips.blogspot.com
बहुत बढिया लिंक्स, सरबजीत सिंह को विनम्र आदरांजलि.
जवाब देंहटाएंरामराम.
विन्रम श्रद्धा सुमन ..
जवाब देंहटाएंराखियाँ थीं ,प्यार था.. आँखों में इंतज़ार ,
जवाब देंहटाएंकिसको पता था इस तरह काँधों पे आओगे ..अश्रुपूरित श्रद्धांजलि....सरबजीत तुमको !!
...bahut sundar sanyojan hai ...meree bhaavaabhivyakti ko sthan dene ke liye aabhaar .
saadar
jyotsna sharma
दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना!!
जवाब देंहटाएं