Pages

रविवार, 12 मई 2013

माँ संवेदना है - वन्दे-मातरम् - ब्लॉग बुलेटिन

प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम !

हर साल मई महीने के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाए जाने की रवायत है ... यूँ तो हम भारतवासियों को माँ के प्रति अपना लगाव या सम्मान दिखाने के किसी खास दिन की कभी कोई जरूरत ही नहीं रही पर अब जब एक रवायत चल ही पड़ी है तो भला हम ही पीछे क्यों रहे ???

जब जब माँ का जिक्र आता है ... अपने आप ही स्व॰ ओम व्यास ओम जी की अमर रचना "माँ संवेदना है" दिल ओ दिमाग पर छा जाती है ... लीजिये आज के दिन आप सब की नज़र है ...

 माँ संवेदना है

माँ…माँ संवेदना है, भावना है अहसास है
माँ…माँ-माँ संवेदना है, भावना है अहसास है
माँ…माँ जीवन के फूलों में खुशबू का वास है,
माँ…माँ रोते हुए बच्चे का खुशनुमा पलना है,
माँ…माँ मरूथल में नदी या मीठा सा झरना है,
माँ…माँ लोरी है, गीत है, प्यारी सी थाप है,
माँ…माँ पूजा की थाली है, मंत्रों का जाप है,
माँ…माँ आँखों का सिसकता हुआ किनारा है,
माँ…माँ गालों पर पप्पी है, ममता की धारा है,
माँ…माँ झुलसते दिलों में कोयल की बोली है,
माँ…माँ मेहँदी है, कुमकुम है, सिंदूर है, रोली है,
माँ…माँ कलम है, दवात है, स्याही है,
माँ…माँ परामत्मा की स्वयँ एक गवाही है,
माँ…माँ त्याग है, तपस्या है, सेवा है,
माँ…माँ फूँक से ठँडा किया हुआ कलेवा है,
माँ…माँ अनुष्ठान है, साधना है, जीवन का हवन है,
माँ…माँ जिंदगी के मोहल्ले में आत्मा का भवन है,
माँ…माँ चूडी वाले हाथों के मजबूत कधों का नाम है,
माँ…माँ काशी है, काबा है और चारों धाम है,
माँ…माँ चिंता है, याद है, हिचकी है,
माँ…माँ बच्चे की चोट पर सिसकी है,
माँ…माँ चुल्हा-धुंआ-रोटी और हाथों का छाला है,
माँ…माँ ज़िंदगी की कडवाहट में अमृत का प्याला है,
माँ…माँ पृथ्वी है, जगत है, धूरी है,
माँ बिना इस सृष्टी की कलप्ना अधूरी है,
तो माँ की ये कथा अनादि है,
ये अध्याय नही है…
…और माँ का जीवन में कोई पर्याय नहीं है,
और माँ का जीवन में कोई पर्याय नहीं है,
तो माँ का महत्व दुनिया में कम हो नहीं सकता,
और माँ जैसा दुनिया में कुछ हो नहीं सकता,
और माँ जैसा दुनिया में कुछ हो नहीं सकता,
तो मैं कला की ये पंक्तियाँ माँ के नाम करता हूँ,
और दुनिया की सभी माताओं को प्रणाम करता हूँ  ||

- स्व॰ ओम व्यास ओम   



सादर आपका 


=============================

तुम्‍हारे बारे में !!!!!!

कितने कर्ज़ उतारूँ माँ..... ?

**~ऊन के गोले जैसी.... "माँ " ~**

माँ

माँ ..........

माँ के बारे में क्या लिखूँ ....

माँ

मेरी माँ

माँ मुझे अपने आँचल में छुपा ले...

अम्मा कभी नहीं हुई बीमार---------

मात्र दिवस विशेष - माँ तुझे सलाम...!

तुम प्रणम्य !

साँझ ढले

आज माँ-दिवस हैं !!!

मेरे हर शब्द की प्रतिध्वनि में तुम हो ............"माँ "

माँ तुझे प्रणाम !

सभी प्यारी-प्यारी माँओं को प्यार

तलाश जारी है ...( मदर्स - डे Mother's Day ) ....गार्गी की कलम से

मातृ दिवस पर

माँ तुमने दिया जनम हमें .....................

माँ का रिश्ता सबसे अनमोल

हे ! भारत के मातायों

माँ के आँसू

"प्रतिदिन मातादिवस है" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')

हैप्पी मदर्स डे ... अम्मा

मातृ दिवस पर कुछ हाइकु .........

मातृ दिवस पर हास्यकवि अलबेला खत्री द्वारा जगतमाता आदिशक्ति हिंगुलाज को श्री हिंगुलाज चालीसा की संगीतमय भेन्ट ....

मां का मतलब हां होता है

मेरी माँ (काफी पुरानी तस्वीर)

(((...मां...)))

अम्मा !

happy mother's day in hindi

 माँ मेरी माँ

उस माँ को सलाम...

माँ!!! तुम्हे तो पता भी नही होगा आज माँ-दिवस हैं

माँ एक शब्द नहीं ग्रन्थ है

थपकी, चुम्बन, मीठी लोरी , ऐसे प्यार जताती है माँ

मीठी -सी याद

अथाह ममता का सागर ....माँ

माँ ,तुम थकती नही ...


=============================

अब आज्ञा दीजिये ...

वन्दे-मातरम्  !!

30 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत सुंदर लिनक्स लिए बुलेटिन...... आभार

    जवाब देंहटाएं
  2. रोज याद करने वाले को एक दिन कुछ खास याद कर लिया जाए तो भी क्या हर्ज है
    बढ़िया बुलेटिन

    जवाब देंहटाएं
  3. माँ पर विशेष बुलेटिन .... बहुत कुछ मिला पढ़ने को .... आभार

    जवाब देंहटाएं
  4. माँ को श्रद्धेय नमन।

    सादर

    जवाब देंहटाएं
  5. सभी लिंक्स एक से बढकर एक
    बढिया बुलेटिन

    जवाब देंहटाएं
  6. माँ की महानता को परिभाषित करता शानदार संकलन. आभार सहित...

    जवाब देंहटाएं
  7. शिवम् जी .............आभार आपका ..........

    जवाब देंहटाएं
  8. माँ पूरी कायनात की खुशबू है .... बुलेटिन पर वह खुशबू मिली

    जवाब देंहटाएं
  9. माँ पर एक ही स्थान पर इतनी सारी लिनक्स ......... बेहतरीन .
    मेरी रचना को शामिल किये जाने का आभार

    जवाब देंहटाएं
  10. shivam bhayi . dil se aabhaar . aur shukriya

    itni acchi blog Bulletin ke liye badhayi .

    vijay

    जवाब देंहटाएं
  11. माँ के साये से रौशन हो जाता है बच्चों का जहां
    हर माँ को नमन और आभार भाई
    हार्दिक शुभकामनायें ....

    जवाब देंहटाएं
  12. मदर्स डे की सभी पाठकों को हार्दिक शुभकामनायें ! माँ के ऊपर इतनी चुनिन्दा रचनाएं एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिये आभार आपका शिवम जी ! मेरी रचना को भी इन महत्वपूर्ण लिंक्स में सम्मिलित किया इसके लिये आपका दिल से धन्यवाद !

    जवाब देंहटाएं
  13. बहुत सुन्दर बुलेटिन...मातृत्व दिवस की बधाई 

    जवाब देंहटाएं
  14. सुन्दर और ममतामयी सूत्रों से भरा बुलेटिन।

    जवाब देंहटाएं
  15. बहुत सी प्‍यारी रचनाएं हैं इस खास दि‍वस पर। मेरी रचना को शामि‍ल करने का शुक्रि‍या..

    जवाब देंहटाएं
  16. माँ को शत शत नमन |आज मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार |
    आशा

    जवाब देंहटाएं
  17. एक से बढ़कर एक रचनाये ....मेरी रचना इस में शामिल हुई ...आभारी हूँ...

    जवाब देंहटाएं
  18. मेरे पोस्ट ब्लॉग बुलेटिन में शामिल करने के लिए हार्दिक धन्यवाद !!

    जवाब देंहटाएं
  19. सुंदर लिंक्स संयोजन ! मेरी रचना को शामिल करने का आभार!:)
    ~सादर!!!

    जवाब देंहटाएं
  20. माँ को समर्पित बेहतरीन आज की बुलेटिन.

    जवाब देंहटाएं
  21. माँ का अभिनन्‍दन करता ... यह बुलेटिन एवं लिंक्‍स सराहनीय है
    बहुत-बहुत आभार आपका

    सादर

    जवाब देंहटाएं
  22. maan .......... is chhote se shbd me sari kaynat hi samayi hai ........aur us pawan se naam ko ,ehsas ko shbdon me piro kar jo mala taiyar kiya maan ke ahsan ke liye kuchh bhi nahi.

    sadar sabhi rachnaon ke sath meri bhi rachna ko sthan dene ke liye

    जवाब देंहटाएं
  23. मां ..............इस शब्द के आगे पीछे कुछ नहीं लिखा कहा जा सकता है ये शब्द अपने आप में ही संपूर्ण जीवन है । बहुत ही सामयिक और पोस्टों का सुंदर संकलन शिवम भाई । संग्रहणीय पन्ना

    जवाब देंहटाएं
  24. माँ जीवन का आधार है,सृजन है
    बहुत सुंदर भावों के साथ रची गयी अनुभूतियों को सहेजा है
    ब्लॉग बुलेटिन में
    सुंदर रचनायें
    शानदार संयोजन
    बधाई

    मुझे सम्मलित करने का आभार

    जवाब देंहटाएं
  25. बहुत सुंदर लिंक्‍स...मां ही मां हैं....मेरी रचना के लि‍ए आभार

    जवाब देंहटाएं
  26. bahut sunder link hain ek se badh kr ek meri kavita ka link dene ke liye bahut bahut abhar
    dhnyavad
    rachana

    जवाब देंहटाएं

बुलेटिन में हम ब्लॉग जगत की तमाम गतिविधियों ,लिखा पढी , कहा सुनी , कही अनकही , बहस -विमर्श , सब लेकर आए हैं , ये एक सूत्र भर है उन पोस्टों तक आपको पहुंचाने का जो बुलेटिन लगाने वाले की नज़र में आए , यदि ये आपको कमाल की पोस्टों तक ले जाता है तो हमारा श्रम सफ़ल हुआ । आने का शुक्रिया ... एक और बात आजकल गूगल पर कुछ समस्या के चलते आप की टिप्पणीयां कभी कभी तुरंत न छप कर स्पैम मे जा रही है ... तो चिंतित न हो थोड़ी देर से सही पर आप की टिप्पणी छपेगी जरूर!