प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम !
आखिरकार शोधकर्ताओं ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि
चुइंगम चबाने से न केवल सोचने विचारने की क्षमता में वृद्धि होती है, बल्कि
दिमाग की सक्रियता भी बढ़ती है और वह अधिक सतर्क हो जाता है।
ब्रेन एंड काग्निशन नामक जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक चुइंगम
खाने के बाद किसी चीज पर प्रतिक्रिया करने में दस प्रतिशत तक की तेजी आई।
इसके अलावा लगातार चुइंगम चबाते रहने से दिमाग के आठ विभिन्न क्षेत्र
प्रभावित होते हैं। एक अन्य शोध के मुताबिक चुइंगम चबाने से सक्रियता
बढ़ती है, जिससे दिमाग में रक्त के संचार में सुधार आता है। शोधकर्ताओं ने
परीक्षण के तहत चुइंगम चबाने वाली महिलाओं और पुरुषों के दिमाग की स्कैनिंग
की और पता लगाया कि इससे दिमाग के कौन-कौन से हिस्से प्रभावित होते हैं।
इसके अलावा कंप्यूटर पर एक तरह के टेस्ट से यह भी पता लगाया गया कि आधे
घंटे तक चुइंगम चबाने से दिमाग की सक्रियता और प्रतिक्रिया में कितनी
वृद्धि हुई। परीक्षण के दौरान चुइंगम नहीं चबाने वाले लोगों ने एक सवाल पर प्रतिक्रिया देने में 545 मिली सेकेंड का समय लिया, जबकि चुइंगम चबाने
वाले लोगों ने मात्र 493 मिली सेकेंड में अपना जवाब दे दिया।
तो साहब कब शुरू कर रहे है चुइंगम चबाना ???
सादर आपका
शिवम मिश्रा
========================
महाकुंभ से कम नहीं है बंगलुरु का हवाई जहाजों का कुंभ
प्रयाग में गंगा के तट पर लगे आस्था के महाकुंभ और दिल्ली में ज्ञान कुंभ ' राष्ट्रीय पुस्तक मेले' के साथ साथ देश की सिलिकान सिटी बंगलुरु में भी एक अनूठा महाकुंभ लगा। इस कुंभ का नाम था एयरो इंडिया । इस कुम्भ का आस्था से तो कोई सरोकार नहीं था लेकिन ज्ञान के लिहाज से यह सर्वथा उपयोगी था क्योंकि यहाँ पिद्दी से ज़ेफायर विमान से लेकर तेजतर्रार तेजस और भीमकाय ग्लोबमास्टर विमान तक न केवल मौजूद थे बल्कि हवा में अपने करतब भी दिखा रहे थे। जेफायर देखने में तो नन्हा सा है परन्तु यह दुश्मन के इलाके में अन्दर तक जाकर जासूसी कर सेनाओं के लिए आँख कान का काम करता है। ग्लोबमास्टर को तो हम चलती फिरत... more »
लोकतंत्र के लिए एक मुकम्मल दिन: अरुंधति राय
*भारत के फासीवादी राज्य द्वारा अफजल गुरु की हत्या पर लेखिका-कार्यकर्ता अरुंधति राय का लेख. अनुवाद: रेयाज उल हक. साभार: द हिंदू.* * * नहीं था क्या? मेरा मतलब, कल का दिन. दिल्ली में बसंत ने दस्तक दी. सूरज निकला था और कानून ने अपना काम किया. नाश्ते से ठीक पहले, 2001 में संसद पर हमले के मुख्य आरोपी अफजल गुरु को खुफिया तरीके से फांसी दे दी गई और उनकी लाश को तिहाड़ जेल में मिट्टी में दबा दिया गया. क्या उन्हें मकबूल भट्ट की बगल में दफनाया गया? (एक और कश्मीरी, जिन्हें 1984 में तिहाड़ में ही फांसी दी गई थी. कल कश्मीरी उनकी शहादत की बरसी मनाएंगे.) अफजल की बीवी और बेटे को इत्तला नहीं दी गई थ... more »
कहते हैं मेरे घर में , सामान बहुत है (अजय की 'गठरी ' )
जब तुम नहीं तो ये शहर, वीरान बहुत है | तुम हो तो इस शहर में भी , जान बहुत है || मुझको बताओ दिल में मेरे दर्द क्यूं उठा सुनते है तुम्हें दर्द की पहचान बहुत है || करना है आपको ही मेरे दर्द का इलाज | बस मुस्कुराके देखिये , आसान बहुत है || रहती है इस गली में , कोई शोख हसीना | कमसिन सी , अपने हुश्न से , अनजान बहुत है || हो जाय मयस्सर कभी जुल्फों की घनी छाँव | भेजूं किसी को फूल ये अरमान बहुत है || इन इश्क की गलियों में बहुत लोग मिलेंगे | किसी का नाम बहुत है , कोई बदनाम बहुत है || पूछा किसी आशिक से , की आराम है कहाँ बोला उन्हीं की बांह में आराम बहुत है || जब सो गए बच्चे तो ,उन्हें प्यार स... more »
ये मेरी वफ़ा
*ऐ तू वफ़ा रुसवा नहीं करना* *सुनो ऐसा नहीं करना* *मैं पहले ही बहुत अकेला हूँ * *मुझे और तन्हा नहीं करना* *लोग कहते हैं हाथो की * *लकीरे अधूरी होती हैं * *पर तुम उस पर अमल मत करना * *जुदाई भी अगर आये* *दिल छोटा नहीं करना* *बहु मश्रुफ हो जाना* *मुझे सोचा नहीं करना* *भरोसा भी जरुरी है* *मगर सबका नहीं करना* *मुकद्दर फिर मुकद्दर है* *कभी दावा नहीं करना* *जो लिखा है जरुर होगा* *कभी शिकवा नहीं करना* *मेरी गुजारिश तुमसे है* *मुझे आधा नहीं करना* *हकीकत है मिलन अपना* *इसे सपना नहीं करना* *हमे तुम याद रहते हो* *हमे भूला नहीं करना* http://feedburner.google.com/fb/a/myfeeds
नैतिकता का पाठ !
बोलो बच्चों , आज की कहानी से क्या सबक सीखा ? डस्टर से ब्लैकबोर्ड साफ़ करते मास्टरजी ने कक्षा में बच्चों की और मुख करते हुए पूछा . उत्साहित मोहन ने हाथ खड़ा कर कहा , सर मैं बताऊँ . हाँ हाँ , बताओ मोहन ...उसका उत्साह बढ़ाते हुए सोहनलाल जी ने पूरी कक्षा को चुप कर सुनने का आदेश दिया . जी सर , हमने इस कहानी से सीखा कि जो आपको ईश्वर ने दिया है , उससे संतुष्ट रहना चाहिए . लालच नहीं करना चाहिए . कभी किसी का धन चुराने की इच्छा भी नहीं रखनी चाहिए . पास की सीट पर बैठा रोहित बोल उठा , सर , ये झूठ बोल रहा है , कल इसने मेरे टिफिन में से खाना चुरा कर खा लिया था . चुराया कब था , टेबल प... more »
कुल्हड़ की चाय!
*कुल्हड़ की चाय!* ** *मेहरबान! क़दरदान!!* *कोलकाता ! जहां ..* *बारीश की नम फुहार .. *** *पूरबइया**,**पछुआ बयार .. *** *पसीनों से सराबोर तन ... *** *परोपकार से भरा मन .. *** *लोकल की भीड़-भाड़ .. *** *ट्रामों की सुस्त रफ्तार .. *** *घर लौटते मजदूर थक-हार!! *** ** *कोलकाता ! जहां ..* *सुबह-सबेरे होती भोर .. *** *देर रात तक ट्राफिक का शोर .. *** *संस्कृति की पहचान .. *** *कल्पनाओं की उड़ान .. *** *शब्दों की मिठास .. *** *सफलता का आकाश ... *** *काली की आस्था .. *** *मौलिकता की परकाष्ठा .. *** *आपस का प्यार .. *** *सिग्नल पर टैक्सी की कतार .. ! *** *... more »
भाई हद्द है !!
[image: Neta-cartoon1] एक थैली मे रहें दिन रात.... भाई हद्द है ... और उधर संसद मे जूता-लात... भाई हद्द है आपके पैसे की रिश्वत आप को सड़क बिजली घर की लालच आपको चुनावी मौसम मे सेवक आपके जीत कर पूंछें न अपने बाप को आप ही के धन से धन्नासेठ हैं आप ही पर लगाते हैं घात ... भाई हद्द है शिकारी या भिखारी हर वेश मे जहाँ मौका मिले धन्धा कूट लें क्या गजब का हुनर पाया है कि ये जिस तरफ नज़रें उठा दें लूट लें दो धड़ों मे बाँट कर इन्सान को एक चिंगारी उछालें .........फूट लें अब लगी अपनी बुझाओ आप ... भाई हद्द है जाति भाषा क्षेत्र वर्गों मे फंसी सोच अपनी जेल बन कर रह गई वोट के आखेट पर ह... more »
ब्लॉगर को सम्मान
जनसंदेश टाइम्स, बनारस के 6 फरवरी 2013 को एक वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में शनीवार, 9 फरवरी को बनारस के होटल आइडियल टॉवर में एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एनसीईआरटी के पूर्व चेयरमैन श्री जगमोहन सिंह राजपूत थे। इनके अलावा असम के डीजीपी, विद्यापीठ के पूर्व वाइस चांसलर प्रो0 एस एस कुशवाहा, प्रदेश सरकार के मंत्री श्री सुरेंद्र पटेल, विधायक श्री अजय राय, श्रीमती ज्योत्सना श्रीवास्तव, श्री दीपक मधोक, सम्मानित मेयर समेत बनारस के कई विशिष्ट और गणमान्य लोगों की मौजूदगी ने आयोजन को भव्य बना दिया। इस कार्यक्रम में एक गोष्ठी का भी आयोजन किया गया जिसमें विषय था-का... more »
पातर नौचानिया,roopkund trek , Nand rajjat yatra
पत्थर नौचाणी या पातर नौचानी या पातर नौचानियां कई नामो से इसे पुकारा जाता है । नंदा देवी राजजात यात्रा जो कि हर साल होती है और बारह साल में एक बार काफी बडी होती है उसमें इस जगह के बारे में भी कहानी है इस लेख को आगे पढने के लिये यहां क्लिक करें
Church of Goa- Se Cathedral, गोवा के चर्च
गोवा यात्रा-22
दोनों गिरजाघर सड़क के दोनों ओर बने हुए है। पहले वाला चर्च लाल रंग का था,
देखने में भी किसी किले जैसा लग रहा था। किले को देखकर बाहर निकलते ही सड़क
पार दूसरी ओर सफ़ेद रंग की एक विशाल इमारत दिखायी दे रही थी। अगर सड़क किनारे
वाले बोर्ड़ पर लिखा ना होता कि यह एक चर्च है तो मैं भी इसे चर्च ना मानता।
दूर से देखने में यह कोई बंग्ला होने का आभास देता था। दूसरे चर्च के बाहर एक
बहुत बड़ा मैदान था। मैदान में शानदार बगीचा था। हमारे पास ज्यादा समय नहीं
था। इसलिये हम इन बगीचे में नहीं घुसे थे। हमारा निशाना सामने दिखाई दे रहे
चर्च व संग्रहालय थे। हमने पहले तो संग्रहालय देखने more »
चबाय चबाय दबाय रहन..
जवाब देंहटाएंएक बार ये शोधकर्ता बनारस आते और चुइंगम चबाने वालों का पान चबाने वालों से मुकाबला करवाते तो परिणाम जानकर माथा पीट लेते। :)
जवाब देंहटाएंन बुद्धिमान बनना है न चुइंगम चबाना है,दोनों सख्त नापसंद हैं.
जवाब देंहटाएंहाँ लिंक्स बढ़िया थे..
आभार.
अनु
चुइंगम चबाना मुझे बिलकुल पसंद नहीं , मगर लगता है अब आदत डालनी होगी।
जवाब देंहटाएंउम्दा लिंक्स के बीच अपना लिखा देखना अच्छा लगा .
बहुत आभार !
अच्छे लिंक्स !!
जवाब देंहटाएंच्युंगम के अनेक फायदे पता चले साथ ही बुलेटिन के माध्यम से अच्छे लिंक्स मिले और आभारी हूँ की मेरे ब्लॉग को भी स्थान मिला
जवाब देंहटाएंच्युंगम के अनेक फायदे पता चले साथ ही बुलेटिन के माध्यम से अच्छे लिंक्स मिले और आभारी हूँ की मेरे ब्लॉग को भी स्थान मिला
जवाब देंहटाएंआप सब का बहुत बहुत आभार !
जवाब देंहटाएं