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शनिवार, 10 नवंबर 2012

सुनते हैं चैतन्य को माँ के आँचल से उनकी जुबानी - एकल चर्चा



















चैतन्य यानि जागरूक और बहुत जागरूक है चैतन्य का हर कोना - थोड़ा शरारती पर बहुत प्यारा . ब्लॉग तो इनका इनकी मम्मा डॉ मोनिका शर्मा ने बनाया है , पर बातें चैतन्य करता है . मिलते हैं चैतन्य शर्मा से - जो हमारे बीच 2010 से हैं . सुनते हैं चैतन्य को माँ के आँचल से उनकी जुबानी - 

बड़े आत्मविश्वास से चैतन्य कहता है - 
"मैं चैतन्य एक बहुत अच्छा बच्चा हूँ | मैं माँ को परेशान भी नहीं करता | मुझे डांस करना बेहद पसंद है | स्कूल में मुझे सब बहुत पसंद करते हैं | ..." 

उदाहरण के लिए माँ (डॉ मोनिका)के शब्दों में पढ़िए मुझे या समझिये :)

"चैतन्य 
तुम्हारा आना 
जीवन में नई चेतना 
ले आया है 
उग आये हैं कुछ 
नए विचार 
मेरे ह्रदय के आँगन में 
और 
मैं गर्वित हूँ
कि संवेदनशीलता से 
फूटती ये वैचारिक कोंपलें 
अपनी जड़ें जमा रही हैं 

        मनुष्यता की सीढियाँ 
 चढ़ते हुए 
प्रकृति के समीप 
ले आया है मुझे 
तुम्हारा  साथ 
लौट आयीं हैं मेरे 
जीवन में तितलियाँ 
और भवरों की गुंजन 
फिर चला आया है 
इन्द्रधनुष देखने का हठ
 दृढ़ता पा गया है 
अपनी हर बात साधिकार 
कहने का आत्मविश्वास 
 फिर समेट लिए हैं मैंने 
माटी के रंग 
अपने आँचल में
 जो स्नेह और ममत्व के 
अनगिनत प्रतिमान 
गढ़ते हुए 
मुझे सही अर्थों में 
मानवी बना रहे हैं 

तुम्हारे आ जाने से 
  माँ हो जाने से 
चैतन्य
मुझे संसार के 
हर बच्चे से 
प्रेम हो गया है " ....... यानि मैं प्रेम हूँ, मैंने हर बच्चे को ख़ास बना दिया अपनी माँ की नज़रों में . इसे कहते हैं जादू !

21 नवम्बर मेरा जन्मदिन है ... :) बहुत जल्दी आनेवाला है और आप सब अच्छी तरह जानते हैं कि जन्मदिन का मतलब क्या होता है . नहीं जानते तो जानिये -


मैं सच में बहुत समझदार हूँ, क्योंकि मुझे किताबों से दोस्ती है . सांच को आंच नहीं -

फोटोग्राफी भी एक आर्ट है सबको नहीं आती , लेकिन मैंने फोटो  क्लिक करना  सीख लिया है | यह  हो  सकता है कि आपको मेरी खिची गयी फोटोस जल्दी से समझ ना आयें पर  थोड़ा  ध्यान से देखेंगें तो कोई ना कोई एंगल ज़रूर ठीक लगेगा | 

मैं ड्राइंग भी अच्छी करता हूँ .... अच्छे बच्चे के सारे गुण हैं मुझमें . मैं बिना साक्ष्य के कुछ नहीं कहता, ये रहा साक्ष्य मेरी दुर्लभ प्रतिभा का -


मुझे खेलना बहुत पसंद है - विशेषकर अपनी परछाईं से =


पर दिली सच माँ समझती है, मेरे चेहरे पर .... मेरे जैसे बच्चों के चेहरे पर उठते भावों को बखूबी समझती है, तभी तो अपनी कलम से मुझे लिखती है -



कहाँ मैं खेलूं चहकूं गाऊं
आप बङों को क्या समझाऊं
बोलूं तो कहते चुप रहो
चुप हूं तो कहते कुछ कहो
कोई राह सुझाओ तो.... मैं क्या करूं, मैं क्या करूं.........?

मां कहती है इधर ना आओ
दादी कहती उधर ना जाओ
इतनी सारी हैं पाबंदी
क्या मैं हूं इस घर का बंदी
कोई राह सुझाओ तो........ कैसे जिऊं, कैसे जिऊं.........?

दादा मुझको भूत दिखाते
पापा छिपकली से डराते
मां भी देती है ये धमकी
रात को ना मिलेगी थपकी
कोई राह सुझाओ तो........ मैं क्यों डरूं, मैं क्यों डरूं.........?

कार्टून का चैनल छोङो
कोई चीज ना जोङो-तोङो
मेरी घर में एक ना चलती
बिना कसूर के डांट है मिलती
कोई राह सुझाओ तो.......... मैं क्यूं सहूँ , मैं क्यूं सहूँ ........?

मैं हरदम करता हूं काम
पल भर ना मुझको आराम
इसमें क्या है मेरी गलती
बङों के आगे एक न चलती
कोई राह सुझाओ तो............मैं क्यूं रूकूं, मैं रूकूं..........?           

                                      ओह ! आपलोग कित्ती बातें करते हैं , मुझे भी उलझा देते हैं . बहुत हुआ ... अब जाता हूँ मैं :) जल्दी तो है, पापा गाड़ी में घुमाने ले जा रहे - हैप्पी दिवाली सबको आदर सहित 


17 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत सुन्दर है बेटे चैतन्य तुम्हारा नन्हा सा कोना, मोनिका जी आपको भी बहुत- बहुत बधाई इन ममता से भरी रचनाओं के लिए और रश्मि जी आपका आभार एक माँ के आँचल से इतना प्यार चुनकर लाने का...माँ की जादू भरी नज़र

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  2. बहुत आशीर्वाद के साथ दीपावली की शुभकामनायें !

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  3. बहुत ही प्यारा बच्चा है ,उतनी ही प्यारी लेखनी है उसकी .....

    बहुत-बहुत आशीर्वाद के साथ दीपावली की बहुत-बहुत शुभकामनायें !!

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  4. प्यार प्यार और प्यार...............
    माँ और बेटा दोनों को :-)
    और कुछ कहना मुनासिब नहीं...

    आभार रश्मि दी
    अनु

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  5. ढ़ेर सारा प्यार और आशीर्वाद
    दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ...
    :-)

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  6. प्यारे चैतन्य को बहुत बहुत स्नेहाशिश ... इस खास बुलेटिन के लिए आपका बहुत बहुत आभार रश्मि दी !

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  7. मैं नया ब्लॉगर हूँ और मेरा नाम यशवर्धन है । कृपया मेरे ब्लॉग "कविता संकलन " पर भी एक बार पधारे ।
    दिवाली की हार्दिक शुभकामनाये । ब्लॉग पता :-kavitasankalan.blogspot.com

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  8. Apki Hriday se abhari hun....... Mere vichron aur chaitanya ki posts ko itni mamtamayi nazar se dekha aur sabke saath sajha karne hetu is manch par jagah di...........

    bahut bahut dhanywad

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  9. चैतन्‍य ... नाम के अनुरूप, आपकी इस उत्‍कृष्‍ट पोस्‍ट के लिये बहुत-बहुत आभार

    सादर

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