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गुरुवार, 23 अगस्त 2012

अमर मरे नहीं, अमर मरा करते नहीं... ब्लॉग बुलेटिन

प्रिय ब्लॉगर मित्रो ,
प्रणाम !

आज से ठीक एक साल पहले ब्लॉग जगत खास कर हिन्दी ब्लॉग जगत को एक कठोर आघात का सामना करना पड़ा जिस से कि उबरने की कोशिश अब भी हम सब कर रहे है !

मैं बात कर रहा हूँ ड़ा ॰ अमर कुमार के असमय निधन की ... आज ड़ा ॰ साहब की पहली पुण्यतिथि है !
अमर मरे नहीं, अमर मरा करते नहीं..
वो दिलों में रहते हैं, हमेशा हमेशा के लिए...
पूरे ब्लॉग जगत की ओर से स्व॰ ड़ा॰ अमर कुमार जी को सादर नमन और हार्दिक श्रद्धांजलि !!
 
सादर आपका 
 
 
 
आज का ब्लॉग बुलेटिन समर्पित है स्व॰ ड़ा॰ अमर कुमार जी को ...
 
 
प्रिय ब्लॉग मित्रों, डॉ अमर कुमार नहीं रहे...ये हक़ीक़त है...लेकिन दिल इसे मानने को तैयार नहीं...मौत को भी ज़िंदादिली सिखा देने वाले शख्स ...
 
 
आप सबसे पहले तो माफ़ी चाहता हूं कि अमर वचन का सिलसिला मेरी व्यस्तता के चलते बीच में टूट गया था... डॉक्टर अमर कुमार के हमारे बीच ...
 
सेक्स वर्कर...वेश्यावृत्ति...दुनिया के सबसे पुराने पेशों में से एक...लेकिन सबसे बदनाम...लेकिन इनसान तो वोभी है...दिल तो उनका भी धड़कता है....
 
रचना जी का मैं शुक्रगुज़ार हूं , उन्होंने डॉ अमर कुमार की अमूल्य टिप्पणियां भेजी हैं ... डा० अमर कुमार बुज़ुर्ग़ ... मैं ? पँगा हो ...
 
31 अगस्त यानि डॉ अमर कुमार की जयंती...जन्मदिन की जगह जयंती कहना वाकई अजीब लग रहा है...लेकिन एक हफ्ता पहले दुनिया को अलविदा कह कर उन्होंने इस...
 
मैं शुक्रगुज़ार हूं रचना जी का, जिन्होंने डॉ अमर कुमार की ये अनमोल टिप्पणियां इस ब्लॉग के लिए भेजी... डा. अमर कुमार ने कहा … A sensibl...
 
डॉ अमर कुमार की टिप्पणियां ब्लॉग के लिए एकत्र करने की कोशिश में मुझे डॉ अनुराग आर्य को पढ़ने का मौका मिल रहा है...और मैं खुद को कोस रहा हूं...
 
रचना जी का मैं शुक्रगुज़ार हूं, उन्होंने डॉ अमर कुमार की अमूल्य टिप्पणियां भेजी हैं...कुछ टिप्पणियां इस पोस्ट में, शेष अगली पोस्ट में... ड...
 
बाल श्रम...हमारे देश में इसे रोकने के लिए क़ानून भी है...लेकिन क्या गांव, क्या शहर, क्या मेट्रो...हर जगह बच्चे मज़दूरी करते नज़र आ जाएंग...
 
शिखा वार्ष्णेय ने पिछले साल जेनेरेशन गैप पर बड़ी सारगर्भित पोस्ट लिखी थी- क्या करें  क्या न करें, ये कैसी मुश्किल हाय... इसमें बताया था क...
 
posted by शिवम् मिश्रा at बुरा भला 
*अमर मरे नहीं, अमर मरा करते नहीं..* *वो दिलों में रहते हैं, हमेशा हमेशा के लिए...* *पूरे ब्लॉग जगत की ओर से स्व॰ ड़ा॰ अमर कुमार जी को सादर नमन और हार्दिक श्रद्धांजलि !!* 
 
(आज के ब्लॉग बुलेटिन मे शामिल सभी लिंक्स, केवल आखिरी लिंक को छोड़ कर, खुशदीप सहगल जी  के स्व ॰ डॉ अमर कुमार जी को समर्पित एक ब्लॉग अमर कहानियां  से लिए गए है )

मेरा प्रस्ताव है कि 23 अगस्त को स्व ॰ डॉ अमर कुमार जी की याद मे 'हैप्पी ब्लोगिंग डे ' घोषित किया जाये ... आप सब की क्या राय है ???

10 टिप्‍पणियां:

  1. मृत्यु दिवस् पर खुशियों का इजहार हमारी संस्कृति में नहीं है ..
    बाकी अमर तो अमर ही हैं -उन्हें नमन !

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  2. किसी का भी जाना दुखदायी होता है, पर यदि उनके कर्मों को याद कर कुछ अच्‍छा किया जाए तो इससे अच्‍छा कुछ नहीं......

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  3. meri ray me hume unki pudytithi ko "AMAR BLOGGING DAY" ke rup me manana chahiye.Meri taraf se Shradhapuravk Shrdhanjali Amar ji ko.

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  4. अमर वाकई अमर हैं ..हमारी स्मृतियों में.
    सुन्दर बुलेटिन.

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  5. अपनी जीने की अड़ा भी है निराली सबसे,
    अपने मरने का भी अन्दाज़ निराला होगा!
    /
    इस एक शेर में ही इस अमर शेर का सम्पूर्ण व्यक्तित्व बयान किया जा सकता है!! श्रद्धा सुमन!!

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  6. अमल अमर-पद अमन मन, "अमर" *अबन बन अक्ष |
    कनक कथन कण समर्पण, कर ^कमलज समकक्ष |

    कर कमलज समकक्ष, पक्ष कर्मठ कर्तव्यम |
    कथन सहज अनवरत, परत लवणम सम द्रव्यम |

    अमर सरलतम समझ, रमय हर समय अनन्तर |
    उलट पलट कर पत्र, दरस सम्यक अभ्यंतर ||

    *सूर्य-चंद्रमा का उत्तरायण और दक्षिणायन होते रहना |
    ^ब्रह्मा
    #नमक

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