मित्रो... आइये आज के बुलेटिन में बात करते हैं समाज में फैले वैमनस्य और
बैर भाव की ... अफवाहों से घिरे हिंदुस्तान में कहीं खो चुके हमारे सामाजिक
ताने बने की ... और सरकारी तंत्र में विश्वास खो चुके उस आम इंसान की जो
यह सोच कर ट्रेन पकड़ रहा है की अगर ट्रेन ना पकड़ी को ज़िन्दगी ही कहीं छुट
जाएगी.. आखिर गड़बड़ हो कहाँ रही है... क्या हम अपने ही देश में अपने ही
लोगों को सुरक्षित रखने में नाकामयाब हैं? आखिर क्या कारण है जो राज्य और
केन्द्र दोनों मिलकर भी कुछ नहीं कर पा रहे... या निर्णय न ले पानें की कोई
राजनीतिक मजबूरी है। आखिर हुआ क्या है जो असम से निकली आग मुम्बई और अब
उत्तर प्रदेश के सात
शहरों को अपनें लपेटे में ले चुकी है, आखिर समस्या की जड क्या है? चलिए
जाननें की कोशिष करते हैं।भारत के गृह सचिव आरके सिंह ने आरोप लगाया है कि
भारत
में पूर्वोत्तर के लोगों के खिलाफ भारत में जो दहशत फैली है उसके पीछे
पाकिस्तान का हाथ है। पिछले कुछ दिनों से बंगलौर, चेन्नई और मुंबई समेत
भारत के कई बड़े शहरों से पूर्वोत्तर के रहने लोग पलायन कर रहे हैं. एसएमएस
और एमएमएस के जरिए ऐसी अफवाहें उड़ रही हैं कि उन पर हमला किया जाएगा. इस
आशंका के डर से हजारों लोग शहर छोड़ कर भाग गए हैं. हैदराबाद में असम और
अन्य पूर्वोत्तर के राज्यों से आए लोगों के बीच भय का माहौल है। जी
बिल्कुल ऐसा हो सकता है, हमारे मुल्क के दुश्मनों को पता है की उन्हें
केवल यहाँ के लोगों को बांटना है और बिखरी हुई हमारी जनता और बिना रीढ़ की
हड्डी के हमारा प्रशासन कुछ नहीं कर पायेगा... हमारे देश में देश द्रोहियों
की एक बहुत बड़ी फ़ौज है, जो खाते यहाँ की हैं और गाते वहां की हैं.. थाली
में छेद करनें वाले यह लोग आखिर हमारे हिंदुस्तान में इतनी पैठ क्यों बनाये
हुए है... मुम्बई में हुए हादसे के वक्त हमारे एक बड़े करीबी मित्र वहीँ
मौजूद थे और उन्होंने जो देखा वह था की चौदह पंद्रह साल के बच्चे पुलिस की
गाड़ी पर पत्थर फेक रहे थे और वहीँ कुछ और लोग भी थे जो यह भी कह रहे थे की
कुछ लोगों की वजह से सबको पूरी कौम को गाली देने का मौका मिलता है... हम यह
कतई नहीं कहते की पूरी कौम में समस्या है लेकिन वाकई एक बडे तबके में
समस्या है.... आखिर अमर जवान जैसी जगह को ध्वस्त करने वाला अपना देशभक्त तो
कतई नहीं हो सकता... क्या कार्यवाही होगी? या अब तक क्या हुई होगी ? आखिर
चंद लोग पूरे देश पर हावी कैसे हो सकते हैं.. हमारे दुश्मन जानते
हैं की वोट-बैंक से ग्रसित हमारी सरकार कोई निर्णय नहीं लेगी और मामला
रफ़ा-दफ़ा हो जायेगा। मोदी को लेके दस साल के बाद भी चिल्लानें वाला हमारा सेकुलर मीडिया
अमर-जवान पर तोड-फ़ोड करनें वाले और पाकिस्तानी झंडे लहरानें वाली की
तस्वीर भी नहीं दिखाता? माइक्रो ब्लागिंग ना होती तो फिर यह तस्वीरें कभी
बाहर भी ना आती.. आखिर देश भक्तों के इस देश में इस प्रकार की साजिश के लिए
क्या जगह है...
(गूगल से साभार) |
(गूगल से साभार) |
दर-असल आज़ाद भारत के बाद से ही भारत में बांटो और राज करो की राजनीति चमक
रही है, वोट बैंक की राजनीति को चमकाते रहना और सम्प्रदाय विशेष के प्रति
अनुराग बनाये रखना कहाँ तक न्याय और तर्क सांगत है.. कांग्रेस इस लिए कुछ
नहीं करती क्योंकि उसे कुछ करना ही नहीं है और उसने ऐसे मुद्दों पर कुछ ना
करने का निर्णय ले रखा है... कांग्रेस का आज तक का इतिहास यही कहता है की
कभी मुद्दों के समाधान की तलाश ना करो हमेशा मुद्दों पर राजनीति करो और
जनता को छलावे में रखो... आज कल के नए भारत में जब बाज़ार-वाद और
कारपोरेट-वाद ही सरकार की अर्थ-नीति का निर्धारण करते हैं, राजनैतिक फैसले
हमेशा "बांटो और राज करो" को ध्यान में रखकर किये जाते हैं... और जनता को
उसके दैनिक जीवन में ही इतना उलझा दिया जाता है की उसके पास कुछ और सोचने
की फुरसत ही ना हो तो ऐसे में जनता का तो भगवान् ही मालिक है... लेकिन
जनता के सहन की भी एक सीमा है... कोई भी राजनीति देश से बढ़कर नहीं होगी...
एक आतंकी केवल एक आतंकी है, वह किसी धर्म से जुडा व्यक्ति नहीं हो सकता..
चलते चलते एक कहानी पर ध्यान दिया जाए.....
एक गरीब लड़के को एक जादुई चिराग मिला... उसने उस चिराग को उठाया और जोर से घिसा.. चिराग के घिसते ही जोर का धमाका हुआ और कई लोग मारे गए...
शिक्षा... : जादुई चीजे मिलने का अब ज़माना नहीं रहा... और आप किसी भी लावारिस वस्तु को हाथ न लगायें...
चलते चलते एक कहानी पर ध्यान दिया जाए.....
एक गरीब लड़के को एक जादुई चिराग मिला... उसने उस चिराग को उठाया और जोर से घिसा.. चिराग के घिसते ही जोर का धमाका हुआ और कई लोग मारे गए...
शिक्षा... : जादुई चीजे मिलने का अब ज़माना नहीं रहा... और आप किसी भी लावारिस वस्तु को हाथ न लगायें...
ब्लाग बुलेटिन की पूरी टीम विनती करती है की किसी भी अफ़वाह पर ध्यान न
दें... सुरक्षित रहें और सतर्क रहें। किसी भी संदिग्ध की सूचना दें...
आपकी सतर्कता ही आपका बचाव हैं...
------------------------------------------------------------
असम हिंसा : क्या हो स्थायी हल । एक विचारणीय लेख
------------------------------------------------------------
LN स्टार में 'शब्द-सृजन की ओर' : कैप्टन लक्ष्मी सहगल । जै हो नेताजी की और नेताजी के सेनानियों की
LN स्टार में 'शब्द-सृजन की ओर' : कैप्टन लक्ष्मी सहगल । जै हो नेताजी की और नेताजी के सेनानियों की
------------------------------------------------------------
सीमा पर तनाव, लोगों ने गाँव खाली किये. । इस पाकिस्तान की तो...
सीमा पर तनाव, लोगों ने गाँव खाली किये. । इस पाकिस्तान की तो...
------------------------------------------------------------
प्रेम और सुभाषचन्द्र बोस: An Indian Pilgrim ...Ich denke immer an Sie । सटीक और सार्थक
प्रेम और सुभाषचन्द्र बोस: An Indian Pilgrim ...Ich denke immer an Sie । सटीक और सार्थक
------------------------------------------------------------
पथिक पवन बन जाता है : । कितनी सुन्दर कविता
पथिक पवन बन जाता है : । कितनी सुन्दर कविता
------------------------------------------------------------
फव्वारा चौक का अन्ना ? । वाकई विचारणीय चिट्ठी
फव्वारा चौक का अन्ना ? । वाकई विचारणीय चिट्ठी
------------------------------------------------------------
१८ अगस्त १९४५ और नेताजी सुभाष चंद्र बोस । विचारोत्तेजक और आम आदमी को झकझोडती पोस्ट
१८ अगस्त १९४५ और नेताजी सुभाष चंद्र बोस । विचारोत्तेजक और आम आदमी को झकझोडती पोस्ट
------------------------------------------------------------
होनी होनी है सच सच है ...। जी बिल्कुल...
होनी होनी है सच सच है ...। जी बिल्कुल...
------------------------------------------------------------
चलना तो तुम्हें ही होगा मुझे लेकर .... । नहीं तो फ़िर हम हैं न....
चलना तो तुम्हें ही होगा मुझे लेकर .... । नहीं तो फ़िर हम हैं न....
------------------------------------------------------------
परमानेंट मेमोरी इरेज़र से मुलाक़ात के पहले तक... । वाह जी वाह....
परमानेंट मेमोरी इरेज़र से मुलाक़ात के पहले तक... । वाह जी वाह....
------------------------------------------------------------
बाबा फ़रीद - शैख़ फ़रीदउद्दीन मसूद गंज-ए-शकर । जै हो
बाबा फ़रीद - शैख़ फ़रीदउद्दीन मसूद गंज-ए-शकर । जै हो
------------------------------------------------------------
यह कैसी आतंक पिपासा । क्या कहें...
यह कैसी आतंक पिपासा । क्या कहें...
------------------------------------------------------------
*** मेरा प्यारा ख्वाब *** । आमीन... सच हो जाए यही कामना है...
*** मेरा प्यारा ख्वाब *** । आमीन... सच हो जाए यही कामना है...
------------------------------------------------------------
तो मित्रों कल फ़िर मिलेंगे... आज देव बाबा को इजाज़त दीजिए.. तब तक के लिए सुरक्षित रहिये, सतर्क रहिए और जाग्रत रहिए... एक सतर्क देशभक्त नागरिक सैकडों देशद्रोहियों पर भारी होगा....
जय हिन्द
अफवाह फैलाने वाले वास्तव में आज़ाद भारत के मुजरिम है,,,,,,
जवाब देंहटाएंRECENT POST...: शहीदों की याद में,,
बढिया लिंक्स
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर प्रस्तुति
इस विचारणीय बुलेटिन के लिए बधाई। सचमुच, देश में अमन और शान्ति के खतरा बनने वाले लोगों के खिलाफ कड़ाई से ही निपटा जाना चाहिए।
जवाब देंहटाएंलगे हाथ आपको बता दूं कि ब्लॉगर्स के नाम महामहिम राज्यपाल जी का संदेश आया है। क्या पढ़ा आपने?
अपनी सरजमीं से प्यार करने वाला हर जिम्मेदार नागरिक आजकल ठगा- सा महसूस करता है . किस तरह रोके इन टुकड़े होते विश्वास को , समुदायों को , प्रान्त को , देश को . जब हर इंसान सिर्फ एक मतदाता है , वोट बैंक का एक मोहरा भर !
जवाब देंहटाएंदेश के मौजूदा हालत और उनसे उपजी भयंकर परिस्थिति का भयानक सच!!
जवाब देंहटाएंबेहद खतरनाक हालत है देश के ... और काफी हद तक हमारे राजनेता ही इस के लिए जिम्मेदार है !
जवाब देंहटाएंसार्थक बुलेटिन देव बाबू !
दुखद किंतु सच।
जवाब देंहटाएंबहुत खास है सभी लिंक्स...
जवाब देंहटाएंआभार...
बड़ा ही सावधान रहना होगा..
जवाब देंहटाएंMAHAAN GADKAAR BHARTENDU HARISHCHANDRA JI NE SAHI KAHA THA- "HUM HINDUSTANI TO RAILGADI KE DIBBE HAI|"
जवाब देंहटाएं