प्रिय ब्लॉगर मित्रो ,प्रणाम !
सर्दियां अपने पूरे शबाब पर हैं। इस मौसम में अक्सर लोग नहाने से बचते हैं। जबकि गुनगुने पानी से स्नान करने के कई फायदे होते हैं। इससे जहां शरीर साफ सुथरा रहता है वहीं आपको ताजगी मिलती है।
बस इसके लिए कुछ जरूरी बातों का रखें ध्यान :
मसाज करें
स्नान से पहले शरीर पर किसी तेल से हल्की मसाज जरूर करें। अगर आप रोज यह नहीं कर सकते तो कम से कम हफ्ते में तीन दिन तो ऐसा अवश्य करें। इससे रक्त संचार तेज होने के साथ ही आपकी त्वचा खिल उठेगी। सर्दियों में मसाज के लिए बादाम का तेल सबसे अच्छा रहता है।
सही साबुन चुनें
किसी भी साबुन से स्नान कर लेने केबजाय हमें प्राकृतिक चीजों से निर्मित साबुन का इस्तेमाल करना चाहिए ताकि त्वचा को किसी तरह का नुकसान न हो। साथ ही उसमें माइश्चराइजर और ग्लिसरीन, दोनों ही मिले हों।
कितनी देर करें स्नान
आप कितनी देर स्नान कर सकते है, यह भी एक अहम बात है। अगर 20 मिनट से अधिक समय तक पानी में रहते हैं तो आपकी त्वचा से प्राकृतिक तेल निकलने लगते हैं। इससे आपकी त्वचा रूखी हो सकती है।
नहाने के बादस्नान के बाद शरीर को पोंछना भी एक कला है। कुछ लोग रगड़कर बदन पोंछते हैं। इससे त्वचा रूखी हो जाती है। स्नान के बाद बदन को तौलिए से हल्के हाथों से पोंछे। बाद में हाथ पैरों पर माइश्चराइजर लगाना न भूलें।
वैसे कुछ साथियो का यह भी कहना है कि ब्लॉग बुलेटिन भी ताजगी पहुँचाने में काफी सहायक साबित होती है ... आप का क्या कहना है इस बारे में ???
सादर आपका
शिवम् मिश्रा
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posted by महफूज़ अली (Mahfooz Ali) at लेखनी...*अपने न्यू इयर रिज़ोल्यूशन* के मुताबिक़ फ़िर से हाज़िर हूँ. अब भाई लिखना तो है ही... लिखने से क्या होता है ना मन के अंदर का बहुत कुछ बाहर आ जाता है... नहीं तो अपने फीलिंग्स को या फ़िर विचार को सिर्फ एक बं...
posted by shikha varshney at स्पंदन SPANDAN*रद्दी पन्ना -* सफ़ेद कोरे पन्ने सी थी मैं जिस पर जैसी चाहे इबारत लिख सकते थे तुम पर तुमने भी चुनी काली स्याही यह सोच कर कि उसी से चमकेगा पन्ना पर भूल गए तुम उन काले शब्दों को उकेरना होता है बेहद एहत...
posted by Rudraksh Pathak at दुनिया मेरी नज़र सेजिस तरह के हालात हमारे देश के दिख रहे है और रोज रोज न्यूज़ पर आ रहे आन्दोलनों की ख़बरों को सुनने के बाद मुझे तो अब यही लगने लगा है की अगर हालत ये ही रहे तो वो दिन ज्यादा दूर नहीं जब हमारे देश के हालात नीचे...
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posted by abhi at मेरी बातेंजब ये पोस्ट यहाँ स्केचुल पब्लिश्ड होगी, तब मैं अपना ये शहर छोड़ एक दूसरे शहर में पहुँच चूका हूँगा या फिर पहुँचने वाला हूँगा.मेरा ये शहर बैंगलोर, जहाँ मैं अभी हूँ और आज की सुबह यहाँ की आखिरी सुबह है(वैसे एक...
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एक दुखद समाचार
बड़े दुःख के साथ सूचित किया जा रहा है कि हमारे ब्लोगर दोस्त श्री राजीव तनेजा जी की माता जी का कल शाम ७:३० पर स्वर्गवास हो गया |
अभी कुछ देर पहले आई इस पोस्ट से यह जानकारी मिली !
ब्लॉग बुलेटिन की पूरी टीम की ओर से माता जी को विनम्र श्रद्धांजलि और तनेजा परिवार को हार्दिक संवेदनाएं !
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बहुत बढ़िया पोस्ट्स..
जवाब देंहटाएंधन्यवाद..
तनेजा जी को हमारी ओर से संवेदनाएं..ईश्वर उन्हें संबल दें.
सादर.
स्नान के बाद शरीर तरोताजा , ब्लॉग बुलेटिन के साथ दिल दिमाग तरोताजा ...
जवाब देंहटाएंतनेजा जी को हमारी ओर से संवेदनाएं...माता जी को विनम्र श्रद्धांजलि
बढिया बुलेटिन है सारी खबरें कवर कर रहा है ……………राजीव जी की माता जी को विनम्र श्रद्धांजलि
जवाब देंहटाएंराजीव जी की माता जी को विनम्र श्रधांजलि .....
जवाब देंहटाएंबुलेटिन में सर्दियों के स्नानं का लाभ दर्शाया ..अच्छा लगा
kalamdaan.blogspot.com
हमें तो स्नान के पहले ब्लॉग से ही ताजगी आ जाती है। तनेजाजी के परिवार को संबल मिले।
जवाब देंहटाएंबुलेटिन की शोभा बढ़ा रही है मेरी बेटियाँ ...आभार
जवाब देंहटाएंसाथ में दुखद खबर !!! विनम्र श्रद्धांजली ....
ब्लॉग बुलेटिन --कभी धूप- कभी छाँव...
शिवम जी,मेरे पोस्ट को शामिल करने के लिए आभार,...
जवाब देंहटाएंब्लॉग बुलेटिन में सुंदर लिको की प्रस्तुति अच्छी लगी,....
एक सुझाव,जितने लोग एक सप्ताह में आपके बुलेटिन में क्मेट्स के
माध्यम से जुड़ते है उतने लोगो की पाठकों की रेटिग या उनके कमेंट्स की रेटिग कि किसके पोस्ट में कितने पाठक पहुचे मेरिट से १० लोगो के नाम दे, इससे ब्लॉग बुलेटिन में पाठकों की सख्या बढ़ेगी,तथा एक दूसरे के पोस्ट पर अधिक से अधिक लोग पहुचेगे.
शिवम जी की बात न मानें.. नहाने से परहेज करें तो करें, मगर बुलेटिन से बिलकुल परहेज न करें!! ये मेरा आजमाया हुआ नुस्खा है!!
जवाब देंहटाएंलिंक सारे बेहतरीन और चुनिन्दा हैं..
अंत में, राजीव जी के शोक में हम बराबर के शरीक हैं.. परमात्मा दिवंगत आत्मा को शान्ति प्रदान करे!!
इस बार के अंक में ताज़गी है ... स्नान के बाद वाला।
जवाब देंहटाएंसर्दियों में अच्छे टिप्स के साथ,बढ़िया बुलेटिन.
जवाब देंहटाएंबढिया बुलेटिन।
जवाब देंहटाएंकाफी सारे लिंक मिले पढने को।
तनेजा जी की माता जी को श्रध्दासुमन....
बहुत ही अच्छी प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंराजीव तनेजा जी की माता के प्रति विनम्र श्रद्धांजलि।
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