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सोमवार, 19 अगस्त 2019

इनाम में घोड़ा लेंगे या सेव - ब्लॉग बुलेटिन

प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम |

एक राजा था,,,उसने एक सर्वे करने का सोचा कि
मेरे राज्य के लोगों की घर गृहस्थी पति से चलती है या पत्नि से...??
🤷🏻‍♂🤷🏻‍♂

उसने एक ईनाम रखा कि "  जिसके घर में पति का हुक्म चलता हो, उसे मनपसंद घोडा़ ईनाम में मिलेगा और जिसके घर में पत्नि की सरकार हो वह एक सेब ले जाए.. ।
🐴🍎

एक के बाद एक सभी नगरजन सेब उठाकर जाने लगे ।
राजा को चिंता होने लगी.. क्या मेरे राज्य में सभी जगह पत्नी का हुक्म चलता है,,🤔🤔
इतने में एक लम्बी लम्बी मूछों वाला, मोटा तगडा़ और लाल लाल आखोंवाला जवान आया और बोला
" राजा जी मेरे घर में मेरा ही हुक्म चलता है .. घोडा़ मुझे दीजिए .."

राजा खुश हो गए और कहा जा अपना मनपसंद घोडा़ ले जा ..।😀😀
जवान काला घोडा़ लेकर रवाना हो गया ।

घर गया और फिर थोडी़ देर में दरबार में वापिस लौट आया।

राजा: " क्या हुआ जवामर्द ? वापिस क्यों आया..??"

जवान : " महाराज, घरवाली कहती है काला रंग अशुभ होता है, सफेद रंग शांति का प्रतिक होता है तो आप मुझे सफेद रंग का घोडा़ दीजिए।

राजा: " घोडा़ रख ..और सेब लेकर चलता बन,,,

इसी तरह रात हो गई ...दरबार खाली हो गया,, लोग सेब लेकर चले गए ।

आधी रात को महामंत्री ने दरवाजा खटखटाया,,,

राजा : " बोलो महामंत्री कैसे आना हुआ ?"

महामंत्री : " महाराज आपने सेब और घोडा़ ईनाम में रखा ,इसकी जगह एक मण अनाज या सोना वगेरह रखा होता तो लोग  कुछ दिन खा सकते या जेवर बना सकते थे,,,

राजा :" मुझे तो ईनाम में यही रखना था लेकिन महारानी ने कहा कि सेब और घोडा़ ही ठीक है इसलिए वही रखा,,,,

महामंत्री : " महाराज आपके लिए सेब काट दुँ..!!

राजा को हँसी आ गई और पुछा यह सवाल तुम दरबार में या कल सुबह भी पुछ सकते थे तो आधी रात को क्यों आये ??

महामंत्री : " मेरी धर्मपत्नी ने कहा अभी जाओ और पुछ के आओ,,,सच्ची घटना का पता चले।

राजा ( बात काटकर ) : " महामंत्री जी , सेब आप खुद ले लोगे या घर भेज दिया जाए ।"

सादर आपका
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लोहे का घर-56

३७६. इतवार

कभी तो चौंक के देखे कोई हमारी तरफ, क‍िसी की आंख में हमको भी इंतज़ार द‍िखे ….Gulzar

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#विश्व_फोटोग्राफी_दिवस #लघुकथा #कैमरा

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अब आज्ञा दीजिए ...

जय हिन्द !!!

10 टिप्‍पणियां:

  1. सुन्दर बुलेटिन.मेरी कविता शामिल की.आभार.

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  2. सार्थक बुलेटिन, मेरी पोस्ट को स्थान् देने हेतु हार्दिक धन्यवाद सर

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  3. कथा आनन्द दायक है। आज तो हम भी सेव लेकर आए हैं।

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  4. सार्थक बुलेटिन ... बहुत से अच्छे लिंक्स ...
    आभार मुझे भी शामिल करने के लिए आज ...

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  5. हा हा हा हा हा , जय हो पत्नी कथा की ।
    चकाचक बुलेटिन लगाए महाराज 🙏🙏🙏🙏🙏

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  6. रोचक भूमिका, पठनीय सूत्रों से सजा बुलेटिन..आभार !

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  7. रोचक किस्सा...पठनीय लिंक्स
    मेरी पोस्ट सम्मिलित करने के लिए धन्यवाद

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  8. धन्यवाद श‍िवम जी मेरी ब्लॉग पोस्ट को अपने इस नायाब सेकलन में शाम‍िल करने के ल‍िए

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