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हवलदार हंगपन दादा (अंग्रेज़ी: Hangpan Dada, जन्म- 2 अक्टूबर, 1979, अरुणाचल प्रदेश; शहादत- 27 मई, 2016, जम्मू और कश्मीर) भारतीय सेना के जांबाज सैनिकों में से एक थे, जिन्होंने आतंकवादियों के साथ लड़ते हुए शहादत प्राप्त की। वे 27 मई, 2016 को उत्तरी कश्मीर के शमसाबाड़ी में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए। वीरगति प्राप्त करने से पूर्व उन्होंने चार हथियारबंद आतंकवादियों को मौत के घाट उतार दिया। इस शौर्य के लिए 15 अगस्त, 2016 को उन्हें मरणोपरांत 'अशोक चक्र' से सम्मानित किया गया। 'अशोक चक्र' शांतिकाल में दिया जाने वाला भारत का सर्वोच्च वीरता पुरस्कार है।
आज की बुलेटिन में बस इतना ही कल फिर मिलेंगे तब तक के लिए शुभरात्रि। सादर ... अभिनन्दन।।
आज हम सब अशोक चक्र विजेता हवलदार हंगपन दादा के तीसरे सर्वोच शहादत दिवस पर उनका स्मरण करते हुए उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। जय हिंद। जय भारत।।
~ आज की बुलेटिन कड़ियाँ ~
आज की बुलेटिन में बस इतना ही कल फिर मिलेंगे तब तक के लिए शुभरात्रि। सादर ... अभिनन्दन।।
सुंदर रचनाओं का संकलन ।
जवाब देंहटाएंआभार !
विविधता पूर्ण विषयों पर पठनीय रचनाओं की खबर देता बुलेटिन..
जवाब देंहटाएंअशोक चक्र विजेता अमर शहीद हवलदार हंगपन दादा के तीसरे सर्वोच शहादत दिवस पर उनको विनम्र श्रद्धांजलि|
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर बुलेटिन प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंमेरी रचना को स्थान देने के लिए..... आभार