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शनिवार, 12 जनवरी 2019

१५६ वीं जयंती पर स्वामी विवेकानन्द जी को नमन

प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम |


"सभी मरेंगे- साधु या असाधु, धनी या दरिद्र- सभी मरेंगे। चिर काल तक किसी का शरीर नहीं रहेगा। अतएव उठो, जागो और संपूर्ण रूप से निष्कपट हो जाओ। 


भारत में घोर कपट समा गया है। चाहिए चरित्र, चाहिए इस तरह की दृढ़ता और चरित्र का बल, जिससे मनुष्य आजीवन दृढ़व्रत बन सके।"

- स्वामी विवेकानन्द

ब्लॉग बुलेटिन टीम और हिन्दी ब्लॉग जगत की ओर से स्वामी विवेकानन्द जी की १५६  वीं जयंती के अवसर पर उनको शत शत नमन |


सादर आपका

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अब आज्ञा दीजिए ... 

जय हिन्द !!!

7 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत सुंदर ब्लॉग बुलेटिन प्रस्तुति शानदार रचनाएं मेरी रचना को स्थान देने के लिए आपका बहुत बहुत आभार शिवम् जी

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  2. नमन स्वामी विवेकानन्द जी को उनकी 156वीं जयंंती पर।

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  3. स्वामी विवेकानन्द जी की 156 वीं जयंती पर उनको शत शत नमन। बहुत सुन्दर ब्लॉग बुलेटिन प्रस्तुति।मेरी रचना शामिल करने के लिये बहुत बहुत धन्यवाद।

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  4. स्वामी विवेकानंद जी को नमन। सुन्दर प्रस्तुति। मेरी रचना को बुलेटिन में शामिल करने के लिए दिल से आभार।

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  5. सार्थक भूमिका
    सुंदर सूत्र संयोजन
    सभी रचनाकारों को बधाई
    मुझे सम्मलित करने का आभार
    सादर

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