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बुधवार, 28 नवंबर 2018

भालजी पेंढारकर और ब्लॉग बुलेटिन

सभी हिंदी ब्लॉगर्स को नमस्कार।
भालजी पेंढारकर
भालजी पेंढारकर (अंग्रेज़ी: Bhalji Pendharkar, जन्म: 1898 – मृत्यु: 28 नवम्बर, 1994) प्रसिद्ध फ़िल्म निर्माता-निर्देशक और पटकथा लेखक थे। इन्हें सन् 1991 में सिनेमा के सर्वोच्च पुरस्कार दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इनका पूरा नाम 'भालचंद्र गोपाल पेंढारकर' था।

भालचंद्र गोपाल पेंढारकर ने मराठी फ़िल्मों को जिस तरह संवारा वह अद्भुत है। भारत का पहला देसी कैमरा बनाने वाले बाबूराव ने 1925 में बनाई गई भारत की पहली प्रयोगवादी फ़िल्म ‘सावकारी पाश’ को 1936 में आवाज दी। ‘सिंहगढ़’ की शूटिंग के लिए उन्होंने पहली बार रिफलेक्टर का इस्तेमाल किया। पेंढारकर पुणे के सिनेमाघर में गेटकीपर थे। 1927 में ‘वंदे मातरम आश्रम’ बनाने की वजह से गिरफ्तार हुए पेंढारकर ने 88 साल की उम्र में अपनी आखिरी फ़िल्म ‘शाबाश सुनवाई’ बनाई।


आज भालजी पेंढारकर जी की 24वीं पुण्यतिथि पर हिंदी ब्लॉग जगत और हमारी ब्लॉग बुलेटिन टीम उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।

~ आज की बुलेटिन कड़ियाँ ~
















आज की बुलेटिन में बस इतना ही कल फिर मिलेंगे तब तक के लिए शुभरात्रि। सादर ... अभिनन्दन।। 

8 टिप्‍पणियां:

  1. शुभ प्रभात हर्ष भाई..
    बेहतरीन बुलेटिन...
    आभार...
    सादर..

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  2. बहुत ही सुन्दर ब्लाॅग बुलेटिन

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  3. सुन्दर बुलेटिन प्रस्तुति हर्षवर्धन।

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  4. बहुत अच्छी बुलेटिन प्रस्तुति

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  5. भालजी पेंढारकर को विनम्र श्रद्धांजलि, विविधरंगी विषयों पर आधारित रचनाओं का परिचय करााता सुंदर बुलेटिन, आभार !

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