जून 8, 2018 को Ocean Day यानि समुद्र दिवस मनाया गया |
समुद्र में बहुत कचरा जमा हो चुका है और मनुष्य ने अपने फायदे के लिए प्राकृतिक संसाधनों का इस हद तक दोहन कर लिया है कि अब स्थिति खराब होने को हैं। आप सोच सकते हैं कि अब स्थिति ऐसी है जहाँ मॉरीशस, मालदीव जैसे देश आने वाली शताब्दी शायद न देख पाएं... समुद्र में गंदगी, ग्लोबल वार्मिंग, उत्तरी ध्रुव पर जमे ग्लेसियर का अजीब तरीके से पिघलने का क्रम और नदियों में समाप्त होता पानी.. जल स्तर का लगातार नीचे चले जाना... इस मामले में हम भारतीयों का हाल तो खैर बहुत ही खराब है... हम तो खैर विश्व की सबसे अनुशासनहीन जनता हैं सो हमको अब भी कोई फर्क नहीं पड़ता|
रामायण में जब प्रभु श्री राम ने समुद्र से लंका जाने के लिए मार्ग मांगा तो समुद्र देव ने गर्जना ही की... इस घनघोर गर्जना के बाद जब राम ने अपने बाण से समुद्र सुखा देने की चेतावनी दी और तब ही समुद्र प्रकट हुए... वह तो खैर भगवान थे सो समुद्र स्वयं प्रकट हुआ लेकिन अब शायद राम स्वयं ही पुकारें तो भी समुद्र के प्रकट होने की स्थिति कभी नहीं आएगी क्योंकि समुद्र बचेगा ही नहीं... एकदम साफ दिख रहे समुद्र में भी महज़ पन्द्रह मिनट की सफाई के बाद कुछ यह निकला सो कल्पना कीजिये यदि पूरे समुद्र की सफाई हो तो पृथ्वी में मनुष्य के रहने की जगह बचेगी?
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सोनम की समझदारी
एक किला जहाँ पूरी बारात ही गायब हो गयी
खुशफ़हम जिंदगी
कविता : दुनियाँ
दर्द.........विजय कुमार सप्पत्ति
तू चन्दा मैं चाँदनी - 1
इस अभेद में भेद को जान लेना तुम, पहाड़ों पर बारिशों के बाद जब कांस के फूल खिलेंगे तुम खुश होना-
मधुपुर मेरा मालगुडी है
थिकसे मठ - लद्दाख
घर की दहलीज़ !!!!
क्या जल रहा है...?
एक लम्बे अर्से के बाद देव जी की सुन्दर बुलेटिन।
जवाब देंहटाएंमेरी पोस्ट शामिल करने के लिए आभार ।
जवाब देंहटाएंबढ़िया पोस्ट
बढ़िया बुलेटिन देव बाबू।
जवाब देंहटाएंdhnyvaad ji
जवाब देंहटाएंdhnyvaad ji
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