प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम|
एक बार एक व्यक्ति ने अदालत में तलाक की अर्जी दी ... तारीख़ आने पर जज ने सवाल किया ...
सादर आपका
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अब आज्ञा दीजिये ...
जय हिन्द !!!
ब्लॉग जगत में लिखी पढी जा रही पोस्टों , उनमें दर्ज़ की जा रही टिप्पणियां ,बहस ,विमर्श ..सबको समेट कर तैयार है बुलेटिन ... ब्लॉग बुलेटिन ...
बुलेटिन में हम ब्लॉग जगत की तमाम गतिविधियों ,लिखा पढी , कहा सुनी , कही अनकही , बहस -विमर्श , सब लेकर आए हैं , ये एक सूत्र भर है उन पोस्टों तक आपको पहुंचाने का जो बुलेटिन लगाने वाले की नज़र में आए , यदि ये आपको कमाल की पोस्टों तक ले जाता है तो हमारा श्रम सफ़ल हुआ । आने का शुक्रिया ... एक और बात आजकल गूगल पर कुछ समस्या के चलते आप की टिप्पणीयां कभी कभी तुरंत न छप कर स्पैम मे जा रही है ... तो चिंतित न हो थोड़ी देर से सही पर आप की टिप्पणी छपेगी जरूर!
हार्दिक आभार
जवाब देंहटाएंआपके पोस्ट की भूमिका बेहद पसंद है
मनोरंजक भूमिका एवं पठनीय लिंकों का संकलन ! अच्छी प्रस्तुति बुलेटिन की.... मेरी रचना का चयन करने हेतु सादर आभार !
जवाब देंहटाएंसुबह की शुरुआत अच्छी रही
जवाब देंहटाएंएक शानदार बुलेटिन
सादर
बढ़िया बुलेटिन।
जवाब देंहटाएं"..मै दो बाप कि ओलाद हो गया" नामक लेख ने खासा प्रभावित किया. पढ़ कर लगा कि आज भी सचे लोग जिन्दा है.
जवाब देंहटाएंइस बुलेटिन के सारे लिंक्स बेहद लाजवाब रहे.
मुझे इस बुलेटिन का नीव बनाने के लिए आभार. :)
अच्छे सूत्र हैं।
जवाब देंहटाएंरोचक भूमिका के साथ सुंदर सूत्रों तक ले जाता शानदार बुलेटिन..आभार !
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