प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम |
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अगर तरबूज़ के बीज भी खरबूजे की ही तरह इकट्ठे बीच में डालते तो आपका क्या बिगड़ता!?
प्रणाम |
यूँ तो कोई भी शिकायत नहीं भगवान आपके किसी भी फैंसले से, पर ...
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अगर तरबूज़ के बीज भी खरबूजे की ही तरह इकट्ठे बीच में डालते तो आपका क्या बिगड़ता!?
सादर आपका
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आखिर कब ?
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अब आज्ञा दीजिये ...
जय हिन्द !!!
Shukriya aapka... yoon blogs ka soonapan chounkane wala hai
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंबढ़िया प्रस्तुति |मेरी रचना शामिल करेने के लिए धन्यवाद |
जवाब देंहटाएंआप सब का बहुत बहुत आभार।
जवाब देंहटाएंसुंदर पठनीय कड़ियां।
जवाब देंहटाएंपठनीय संकलन ।
जवाब देंहटाएं‘ब्लाग बुलेटिन’ के प्रति आभार ।
बहुत आभार। अब बस यहीं ब्लॉग्स देखने को मिलते हैं।
जवाब देंहटाएंमेरी रचना को ब्लॉग बुलेटिन में जगह देने हेतु आपका हार्दिक आभार...
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