प्रिय ब्लॉगर मित्रों ,
प्रणाम |
जय हिन्द !!!
प्रणाम |
ब्लॉग बुलेटिन टीम की ओर से आप सभी को की हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनाएँ |
जय हिन्द ... जय हिन्द की सेना ||
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गणतंत्र दिवस पर देश की सेना के साथ क्रूर मज़ाक
आओ मिलकर गणतंत्र सशक्त बनायें
गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएँ !!
गणों को तंत्र के शुभकामनाएं आज के लिये कल से फिर लग लेना है सजाने अपनी अपनी दुकान को
कुछ तो नया कीजिये अबके नए साल में
द 'अनकॉमन' कॉमन मैन - आर॰के॰ लक्ष्मण
वापस आओ ओ कोहरे, तुम्हारा इंतजार है
नेता और अफसर
अपने ही घरों से ------
बलिहारी है भंसाली जी
भविष्य के हाथों में खंजर देकर देख लिया, अब गिरेबां में झांकने का वक्त
आओ मिलकर गणतंत्र सशक्त बनायें
गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएँ !!
गणों को तंत्र के शुभकामनाएं आज के लिये कल से फिर लग लेना है सजाने अपनी अपनी दुकान को
कुछ तो नया कीजिये अबके नए साल में
द 'अनकॉमन' कॉमन मैन - आर॰के॰ लक्ष्मण
वापस आओ ओ कोहरे, तुम्हारा इंतजार है
नेता और अफसर
अपने ही घरों से ------
बलिहारी है भंसाली जी
भविष्य के हाथों में खंजर देकर देख लिया, अब गिरेबां में झांकने का वक्त
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अब आज्ञा दीजिये ...जय हिन्द !!!
शुभकामनाएं सभी को गणतंत्र दिवस की। आज की सुन्दर प्र्स्तुति में 'उलूक' के सूत्र को भी जगह देने के लिये आभार शिवम जी।
जवाब देंहटाएंगणतंत्र दिवस की सभी पाठकों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं ! बहुत ही सुन्दर सार्थक सूत्रों का संकलन आज का बुलेटिन ! मेरी प्रस्तुति 'बलिहारी है भंसाली जी' को आज के बुलेटिन में स्थान देने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार शिवम् जी ! वन्दे मातरम !
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी बुलेटिन प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंजय हिन्द!
आप सब का बहुत बहुत आभार |
जवाब देंहटाएंहार्दिक शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंसुंदर संयोजन
सभी रचनाकारी को बधाई
आपको साधुवाद
मुझे सम्मलित करने का आभार
सादर