सभी हिन्दी ब्लॉगर्स को मेरा सादर नमस्कार।
फिरोज़ गाँधी (अंग्रेज़ी:Feroze Gandhi, जन्म: 12 सितम्बर, 1912, मुम्बई; मृत्यु- 8 सितम्बर, 1960, दिल्ली) प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी और लोकसभा के प्रभावशाली सदस्य थे। वे भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी के पति थे। अगस्त, 1942 में ‘भारत छोड़ो आन्दोलन’ में फिरोज़ गाँधी कुछ समय तक भूमिगत रहने के बाद गिरफ़्तार कर लिए गए थे। रिहा होने के बाद 1946 में उन्होंने लखनऊ के दैनिक पत्र ‘नेशनल हेराल्ड’ के प्रबन्ध निर्देशक का पद सम्भाला।
स्वतंत्रता सेनानी फिरोज़ गाँधी का जन्म 12 सितम्बर, 1912 ई. को मुम्बई के एक अस्पताल में पारसी परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम जहाँगीर एवं माता का नाम रतिमाई था। 1915 ई. में वे अपनी माँ के साथ इलाहाबाद में कार्यरत एक सम्बन्धी महिला के पास आ गए। इस प्रकार उनकी आरम्भिक शिक्षा-दीक्षा इलाहाबाद में हुई। इलाहाबाद उन दिनों स्वतंत्रता संग्राम की गतिविधियों का केन्द्र था। युवक फिरोज़ गाँधी इसके प्रभाव में आए और नेहरू परिवार से भी उनका सम्पर्क हुआ। उन्होंने 1928 ई. में साइमन कमीशन के बहिष्कार में भाग लिया तथा 1930-1932 के आन्दोलन में जेल की सज़ा काटी। फिरोज़ गाँधी 1935 में आगे के अध्ययन के लिए लंदन गए और उन्होंने ‘स्कूल ऑफ़ इकोनोमिक्स’ से अंतर्राष्ट्रीय क़ानून में स्नातक की डिग्री प्राप्त की।
स्वतंत्रता सेनानी फिरोज़ गाँधी का जन्म 12 सितम्बर, 1912 ई. को मुम्बई के एक अस्पताल में पारसी परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम जहाँगीर एवं माता का नाम रतिमाई था। 1915 ई. में वे अपनी माँ के साथ इलाहाबाद में कार्यरत एक सम्बन्धी महिला के पास आ गए। इस प्रकार उनकी आरम्भिक शिक्षा-दीक्षा इलाहाबाद में हुई। इलाहाबाद उन दिनों स्वतंत्रता संग्राम की गतिविधियों का केन्द्र था। युवक फिरोज़ गाँधी इसके प्रभाव में आए और नेहरू परिवार से भी उनका सम्पर्क हुआ। उन्होंने 1928 ई. में साइमन कमीशन के बहिष्कार में भाग लिया तथा 1930-1932 के आन्दोलन में जेल की सज़ा काटी। फिरोज़ गाँधी 1935 में आगे के अध्ययन के लिए लंदन गए और उन्होंने ‘स्कूल ऑफ़ इकोनोमिक्स’ से अंतर्राष्ट्रीय क़ानून में स्नातक की डिग्री प्राप्त की।
आज हम सब फिरोज गाँधी जी के 105वीं जयंती पर शत शत नमन करते हैं।
~ आज की बुलेटिन कड़ियाँ ~
आज की बुलेटिन में बस इतना ही कल फिर मिलेंगे तब तक के लिए शुभरात्रि। सादर ... अभिनन्दन।।
बहुत बढ़िया प्रस्तुति हर्षवर्धन।
जवाब देंहटाएंसुन्दर सार्थक पठनीय सूत्रों का संकलन आज का बुलेटिन ! मेरी रचना को सम्मिलित करने के लिए आपका हृदय से बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार हर्षवर्धन जी !
जवाब देंहटाएंलेख शामिल करने का बहुत आभार...ब्लॉग लिखने और पढ़ने के प्रति उत्साह बढ़ाने के लिए बेहतरीन कार्य।
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी बुलेटिन प्रस्तुति ...
जवाब देंहटाएंफिरोज गाँधी के विषय में महत्वपूर्ण जानकारी, सार्थक रचनाओं के सूत्र देता बुलेटिन..आभार !
जवाब देंहटाएं