प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम |
रामनाथ कोविन्द ने आज भारत के 14वें राष्ट्रपति के रुप में शपथ ली, इस
दौरान संसद भवन के सेंट्रल हॉल में आयोजित इस शपथ ग्रहण समारोह में कई
गणमान्य लोग मौजूद रहे। चीफ जस्टिस ने रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति पद की
शपथ दिलाई। इससे पहले आज शपथ ग्रहण से पहले कोविंद ने राजघाट जाकर महात्मा
गांधी को श्रद्धांजलि दी इस दौरान उनकी पत्नी भी मौजूद थीं। नव-निर्वाचित
राष्ट्रपति द्वारा भारत के मुख्य न्यायाधीश के सामने शपथ लेने के बाद
उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गई। इसके बाद राष्ट्रपति ने अपना भाषण दिया।
इस समारोह में राज्य सभा के सभापति,
प्रधानमंत्री, भारत के मुख्य न्यायाधीश, लोक सभा अध्यक्ष, मंत्री परिषद के
सदस्य, राज्यपालगण, मुख्यमंत्रीगण, राजनयिक मिशनों के प्रमुख, संसद सदस्यगण
और भारत सरकार के प्रमुख असैनिक और सैनिक अधिकारी सेंट्रल हॉल में शामिल
रहे।
राष्ट्रपति सेंट्रल हॉल में
समारोह सम्पन्न होने पर राष्ट्रपति भवन के लिए प्रस्थान किया , जहां
प्रांगण में सेना के तीनों अंगों द्वारा उन्हें गार्ड आफ आनर दिया और
सेवा-निवृत हो रहे राष्ट्रपति को भी सौहार्दपूर्ण शिष्टाचार प्रदान किया गया|
रामनाथ कोविंद ने भारत के 14वें
राष्ट्रपति के रूप में पहला भाषण देते हुए कहा कि सरकार अकेले
ही विकास नहीं कर सकती है, इसके लिए सभी को साथ आना होगा। आइए आपको बताते
हैं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के भाषण की 14 खास बातें।
2.
सेंट्रल हॉल में आकर पुरानी यादें ताजा हुईं, सांसद के तौर पर यहां पर कई
मुद्दों पर चर्चा की है। कुछ पर सहमति बनी, तो कुछ पर नहीं बनी। लेकिन इस
दौरान सार्थक चर्चा हुई।
3. हमें सभी
समस्या का हल बातचीत से करना होगा, डिजिटल राष्ट्र हमें आगे बढ़ाएगा। सरकार
अकेले ही विकास नहीं कर सकती है, इसके लिए सभी को साथ आना होगा।
4. देश के नागरिक ग्राम पंचायत से लेकर संसद तक अपने प्रतिनिधि चुनते हैं। हमें उनकी अपेक्षाओं पर खरा उतरना है।
5. पूरा विश्व भारत की ओर आकर्षित है, अब हमारे देश की जिम्मेदारियां बढ़ गई हैं।
6. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दूसरे देशों की मदद करना भी हमारा दायित्व है। यह काम हम बखूबी निभा भी रहे हैं।
7. साल 2022 में देश अपनी आजादी के 75 साल पूरा कर रहा है, हमें इसकी तैयारी करनी चाहिए।
8.
हमें तेजी से विकसित होने वाली मजबूत अर्थव्यवस्था, शिक्षित समाज का
निर्माण करना होगा। इसकी कल्पना महात्मा गांधी और दीनदयाल उपाध्याय ने की
थी।
9. देश संस्कृति, परम्परा और
अध्यात्म पर गर्व है। हमें भारत की विविधता पर गर्व है, हमें देश के
कर्तव्यों पर गर्व है, हमें देश के नागरिक पर गर्व है।
10.
देश का हर नागरिक राष्ट्रनिर्माता है। सैनिक, किसान, वैज्ञानिक, डॉक्टर,
नर्स, छात्र राष्ट्र निर्माता हैं। घर और बाहर की देखभाल करने वाली
महिलाएं राष्ट्र निर्माता हैं।
12.
बाबा साहेब अंबेडकर को याद करते हुए कहा कि डॉ अंबेडकर ने कहा था कि केवल
स्वतंत्रता ही काफी नहीं बल्कि सामाजिक, आर्थिक स्वतंत्रता भी जरूरी है।
13.
विविधिता ही देश की सफलता का मंत्र है. देश की सफलता का मंत्र उसकी
विविधता है, हमें पंथो, राज्यों, क्षेत्रों का मिश्रण देखने को मिलता हैं
हम कई रूपों में अलग हैं लेकिन एक हैं। 21 सदी भारत की सदी होगी।
14.
हमें प्राचीन ज्ञान और समकालीन विज्ञान को एक साथ लेकर चलना है। हमें एक
ऐसे समाज का निर्माण करना है जिसकी कल्पना महात्मा गांधी ने की थी। पूरी
दुनिया भारत की परंपरा और आधुनिकता के प्रति आकर्षित है।
ब्लॉग बुलेटिन टीम और हिन्दी ब्लॉग जगत की ओर से हम महामहिम राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद जी को हार्दिक शुभकामनाएं देते हैं |
सादर आपका
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तरसता मन ....।।
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अब आज्ञा दीजिये ...
जय हिन्द !!!
बढ़िया बुलेटिन।
जवाब देंहटाएंमहामहिम के सफल कार्यकाल की शुभकामनाएँ!
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी बुलेटिन प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंराष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द जी को हार्दिक बधाई!
बहुत ही बढिया जानकारी और सुंदर लिंक्स, आभार.
जवाब देंहटाएंरामराम
#हिन्दी_ब्लॉगिंग
आप सब का बहुत बहुत आभार |
जवाब देंहटाएंशुक्रिया .....
जवाब देंहटाएंब्लॉग बुलेटिन से अच्छे लिंक मिले.
जवाब देंहटाएंमेरी ब्लॉग पोस्ट को यहाँ शामिल करने हेतु आभार !