सभी ब्लॉगर मित्रों को मेरा सादर नमस्कार।
अब चलते हैं आज की बुलेटिन की ओर .........
मेजर धन सिंह थापा (अंग्रेज़ी: Dhan Singh Thapa, जन्म: 10 अप्रैल, 1928 – मृत्यु: 6 सितम्बर, 2005) परमवीर चक्र से सम्मानित नेपाली मूल के भारतीय व्यक्ति है। इन्हें यह सम्मान सन 1962 में मिला। 1962 के भारत-चीन युद्ध में जिन चार भारतीय बहादुरों को परमवीर चक्र प्रदान किया गया, उनमें से केवल एक वीर उस युद्ध को झेलकर जीवित रहा उस वीर का नाम धन सिंह थापा था जो 1/8 गोरखा राइफल्स से, बतौर मेजर इस लड़ाई में शामिल हुआ था। धन सिंह थापा भले ही चीन की बर्बर सेना का सामना करने के बाद आज भी जीवित रहे, लेकिन युद्ध के बाद चीन के पास बन्दी के रूप में जो यातना उन्होंने झेली उसकी स्मृति भर भी थरथरा देने वाली है। धन सिंह थापा इस युद्ध में पान गौंग त्सो (झील) के तट पर सिरी जाप मोर्चे पर तैनात थे, जहाँ उनके पराक्रम ने उन्हें परमवीर चक्र के सम्मान का अधिकारी बनाया।
आज परमवीर चक्र विजेता धन सिंह थापा जी के 89वें जन्म दिवस पर पूरा देश उनके पराक्रम और शौर्यगाथा को याद करते हुए उन्हें शत शत नमन करता है। सादर।।
अब चलते हैं आज की बुलेटिन की ओर .........
आज की बुलेटिन में बस इतना ही कल फिर मिलेंगे तब तक के लिए शुभरात्रि। जय हिन्द। जय भारत।
आभार आपका
जवाब देंहटाएंजय हिंद
धन सिंग थापा को मेरा सलूट .. जय हिंद ...
जवाब देंहटाएंआभार मेरी रचना को जगह देने के लिए ...
परमवीर - धन सिंह थापा को उनके 89वें जन्मदिवस पर नमन। सुन्दर प्रस्तुति हर्षवर्धन। आभारी है 'उलूक' सूत्र 'फैसले के ऊपर चढ़ गई अधिसूचना एक पैग जरा और खींच ना' को बुलेटिन में जगह देने के लिये।
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति की बधाई एवं थापा जी को शुभकामनाएं, देर से आने के लिए क्षमा ।
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंमेरी पोस्ट को शामिल करने का आभार
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी बुलेटिन प्रस्तुति हेतु धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंहनुमान जयँती की हार्दिक शुभकामनाएं!
मेजर धन सिंह थापा की याद दिलाने का आभार!
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंपरमवीर मेजर थापा को नमन
जवाब देंहटाएंजय हिन्द