प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम |
प्रणाम |
बड़ी बहु BSNL शांत स्वभाव हमेशा घूंघट ओढ़े रहती थी। नो नेटवर्क प्रॉब्लम।
फिर बाद में दूसरी बहुएं आईं,
सुंदर लालपरी सी Airtel कुछ ही सैकेंड में सारे काम।
Modern बहु Idea आई। जो दुनिया बदल देती थी।
गोरी-चिट्टी विदेशी मेम Vodafone भी आई बहु बनकर।
जैसे-तैसे सब अपने अपने पत्नी धर्म निभा रही थीं.....
कि ना जाने कहाँ से ये लटके झटके दिखाती, बलखाती, सबके होश उड़ाती, छप्पन छुरी Jio आ गई।
जो सौतन बनकर सारी बहुओं का जीना हराम कर रही है।
सादर आपका
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अब आज्ञा दीजिये ...
जय हिन्द !!!
स्त्री प्रश्न है, महज़ विचार नहीं
कितना कुछ
ब्रेकअप के बाद
आवारा कुत्ता और देशद्रोही
मेरा वज़ूद
ओ माय गॉड...तुमने निचली जाती की महिला को काम पर रखा!!!
पत्थर फेंकनेवालों से निपटने का तरीका केवल कठोर हो
मैं हवा हूं, कहां वतन मेरा ...
आज कुछ लिखने का मूड नही है ताऊ
वो शोला था, जल बुझा...'(2)
पापा तुम समझते क्यूँ नहीं ?
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~अब आज्ञा दीजिये ...
जय हिन्द !!!
जय हो बहुओं की । सुन्दर बुलेटिन।
जवाब देंहटाएंपोस्ट को शामिल करने के लिए सादर आभार। आप के बेहतरीन ब्लॉग को शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंभारतीय मोबाइल परिवार की बहुओं के बारे मे सिर्फ इतना ही कहना चाहती हूं कि भारतीय बहुओं को सौतनों से निपटना आता है।
जवाब देंहटाएंमेरी रचना शामिल करने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।
मोबालिया बहुओं का ही जमाना है
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर बुलेटिन प्रस्तुति
मेरे पोस्ट को आपने शामिल किया...बहुत बहुत शुक्रिया...
जवाब देंहटाएंवाह....
जवाब देंहटाएंमैं तो नेट जियो से ही चला रही हूँ
जो 11 अगस्त तक एकदम फ्री है.....
एक अच्छी बुलेटिन
सादर
बहुत अच्छा.
जवाब देंहटाएंबहुएं तो बहुएं होती हैं. इन्हें निभाना हमारा धर्म होता है.
आप सब का बहुत बहुत आभार|
जवाब देंहटाएंदेर से आई क्षमाप्रार्थी हूँ । बहुत धन्यवाद आपका।
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