सभी ब्लॉगर मित्रों को मेरा सादर नमस्कार।
जगजीवन राम (अंग्रेज़ी: Jagjivan Ram, जन्म- 5 अप्रैल 1908 - मृत्यु- 6 जुलाई, 1986) आधुनिक भारतीय राजनीति के शिखर पुरुष जिन्हें आदर से 'बाबूजी' के नाम से संबोधित किया जाता था। लगभग 50 वर्षो के संसदीय जीवन में राष्ट्र के प्रति उनका समर्पण और निष्ठा बेमिसाल है। उनका संपूर्ण जीवन राजनीतिक, सामाजिक सक्रियता और विशिष्ट उपलब्धियों से भरा हुआ है। सदियों से शोषण और उत्पीड़ित दलितों, मज़दूरों के मूलभूत अधिकारों की रक्षा के लिए जगजीवन राम द्वारा किए गए क़ानूनी प्रावधान ऐतिहासिक हैं। जगजीवन राम का ऐसा व्यक्तित्व था जिसने कभी भी अन्याय से समझौता नहीं किया और दलितों के सम्मान के लिए हमेशा संघर्षरत रहे। विद्यार्थी जीवन से ही उन्होंने अन्याय के प्रति आवाज़ उठायी। बाबू जगजीवन राम का भारत में संसदीय लोकतंत्र के विकास में महती योगदान है।
अब चलते हैं आज की बुलेटिन की ओर .....
आज भारत के महान नेता श्री बाबू जगजीवन राम जी के 109वें जन्म दिवस पर हम सब उन्हें शत शत नमन करते है। सादर।।
अब चलते हैं आज की बुलेटिन की ओर .....
रामनवमी का मर्म
आज की बुलेटिन में बस इतना ही कल फिर मिलेंगे तब तक के लिए शुभरात्रि। सादर ... अभिनन्दन।।
सुंदर सूत्रों से सजी बुलेटिन..आभार !
जवाब देंहटाएंसुंदर लिंकों से सजी आपकी ब्लॉग बुलेटिन हर्षवर्धन जी।
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया बुलेटिन प्रस्तुति!
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