सभी ब्लॉगर मित्रों को मेरा सादर नमस्कार।
देविका रानी (अंग्रेज़ी: Devika Rani) (जन्म- 30 मार्च, 1908 विशाखापत्तनम - मृत्यु- 9 मार्च, 1994 बैंगलोर) भारतीय रजतपट की पहली स्थापित नायिका जो अपने युग से कहीं आगे की सोच रखने वाली अभिनेत्री थीं और उन्होंने अपनी फ़िल्मों के माध्यम से जर्जर सामाजिक रूढ़ियों और मान्यताओं को चुनौती देते हुए नए मानवीय मूल्यों और संवेदनाओं को स्थापित करने का काम किया था। कवि शिरोमणि गुरुदेव रवीन्द्रनाथ ठाकुर के ख़ानदान से ताल्लुक रखने वाली देविका ने दस वर्ष के अपने फ़िल्मी कैरियर में कुल 15 फ़िल्मों में ही काम किया, लेकिन उनकी हर फ़िल्म को क्लासिक का दर्जा हासिल है। विषय की गहराई और सामाजिक सरोकारों से जुड़ी उनकी फ़िल्मों ने अंतरराष्ट्रीय और भारतीय फ़िल्म जगत में नए मूल्य और मानदंड स्थापित किए। हिंदी फ़िल्मों की पहली स्वप्न सुंदरी और ड्रैगन लेडी जैसे विशेषणों से अलंकृत देविका को उनकी ख़ूबसूरती, शालीनता धाराप्रवाह अंग्रेज़ी और अभिनय कौशल के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जितनी लोकप्रियता और सराहना मिली उतनी कम ही अभिनेत्रियों को नसीब हो पाती है।
(साभार : http://bharatdiscovery.org/india/देविका_रानी )
आज देविका रानी जी के 109वें जन्म दिवस पर हम सब उनके अभिनय को स्मरण करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते है। सादर।।
अब चलते हैं आज की बुलेटिन की ओर...
आज की बुलेटिन में सिर्फ इतना ही कल फिर मिलेंगे, तब तक के लिए शुभरात्रि। सादर ... अभिनन्दन।।
धन्यवाद आपका
जवाब देंहटाएंसुन्दर बुलेटिन।
जवाब देंहटाएंसुन्दर बुलेटिन। धन्यवाद
जवाब देंहटाएंबढ़िया बुलेटिन प्रस्तुति, धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत धन्यवाद हर्षवर्द्धन जी , मेरे ब्लॉग ''अब छोड़ो भी'' को अपने चर्चामंच पर स्थान देने के लिए... आभार
जवाब देंहटाएंसादर आभार !
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