सभी ब्लॉगर मित्रों को मेरा सादर नमस्कार।
'डेंगू' एक आम संक्रामक रोग है। आम भाषा में इस बीमारी को "हड्डी तोड़ बुख़ार" कहा जाता है, क्योंकि इसके कारण शरीर व जोड़ों में बहुत दर्द होता है। डेंगू के प्रति लोगों में जागरुकता फैलाने तथा इसके प्रति सचेत रहने के लिए ही प्रतिवर्ष '10 अगस्त' को 'डेंगू निरोधक दिवस' मनाया जाता है।
डेंगू के मुख्य लक्षण हैं, तीव्र बुख़ार, जोड़ों में मांसपेशियों में और शरीर दर्द, चिडचिडा़पन तथा सिर दर्द। यह एड़ीज मच्छर के काटने से होने वाला एक तीव्र वायरल इन्फेक्शन है। इससे शरीर की सामान्य क्लॉटिंग (थक्का जमना) की प्रक्रिया अव्यवस्थित हो जाती है। ऐसी अवस्था प्लेटलेट के बहुतायत में नष्ट होने के कारण होती है। इससे कभी कभी घातक रूप में सारे शरीर में रक्तस्राव होने लगता है। यह एक ऐसी बीमारी है जिसे महामारी के रूप में देखा जाता है। वयस्कों के मुक़ाबले, बच्चों में इस बीमारी की तीव्रता अधिक होती है। यह बीमारी यूरोप महाद्वीप को छोड़कर पूरे विश्व में होती है तथा काफ़ी लोगों को प्रभावित करती है। डेंगू की स्थिति में मृत्युदर लगभग एक प्रतिशत है। यह बरसात के मौसम में तेज़ी से फैलता है। आपको या आपके पड़ोसी को अगर डेंगू बुख़ार हो जाता है, तो इससे बचने के उपाय अपनायें। सबसे पहले रक्तजांच करायें और अपने आसपास मच्छरों से सुरक्षा के उपाय अपनायें। साधारणतः गर्मी के मौसम में यह रोग महामारी का रूप ले लेता है जब मच्छरों की जनसंख्या अपने चरम सीमा पर होती है। डेंगु एशिया, अफ़्रीका, दक्षिण तथा मध्य अमेरिका के कई उष्ण तथा उपोष्ण क्षेत्रों में होता है।
( चित्र और जानकारी साभार :- http://bharatdiscovery.org/india/डेंगू )
अब चलते हैं आज की बुलेटिन की ओर...
मनुष्य की बुद्धि में प्रश्न यह है कि सही क्या है?
जरा याद करो कुर्बानी
इरोम के मौन संघर्ष की समाप्ति और सवाल
क्यों हम जीवन खो देते हैं?
साहित्य में गालियों के प्रतिवाद में
अखबर खान
रहम करो बाबा रहम!
प्रधानमंत्री जी से सीधी बात !
मेरा गोबरमय भारत का सपना
भागम-भाग में बीते दो महीने
शहर मे आदिवासी
आज की बुलेटिन में बस इतना ही कल फिर मिलेंगे, तब तक के लिए शुभरात्रि। सादर ... अभिनन्दन।।
'डेंगू' एक आम संक्रामक रोग है। आम भाषा में इस बीमारी को "हड्डी तोड़ बुख़ार" कहा जाता है, क्योंकि इसके कारण शरीर व जोड़ों में बहुत दर्द होता है। डेंगू के प्रति लोगों में जागरुकता फैलाने तथा इसके प्रति सचेत रहने के लिए ही प्रतिवर्ष '10 अगस्त' को 'डेंगू निरोधक दिवस' मनाया जाता है।
डेंगू के मुख्य लक्षण हैं, तीव्र बुख़ार, जोड़ों में मांसपेशियों में और शरीर दर्द, चिडचिडा़पन तथा सिर दर्द। यह एड़ीज मच्छर के काटने से होने वाला एक तीव्र वायरल इन्फेक्शन है। इससे शरीर की सामान्य क्लॉटिंग (थक्का जमना) की प्रक्रिया अव्यवस्थित हो जाती है। ऐसी अवस्था प्लेटलेट के बहुतायत में नष्ट होने के कारण होती है। इससे कभी कभी घातक रूप में सारे शरीर में रक्तस्राव होने लगता है। यह एक ऐसी बीमारी है जिसे महामारी के रूप में देखा जाता है। वयस्कों के मुक़ाबले, बच्चों में इस बीमारी की तीव्रता अधिक होती है। यह बीमारी यूरोप महाद्वीप को छोड़कर पूरे विश्व में होती है तथा काफ़ी लोगों को प्रभावित करती है। डेंगू की स्थिति में मृत्युदर लगभग एक प्रतिशत है। यह बरसात के मौसम में तेज़ी से फैलता है। आपको या आपके पड़ोसी को अगर डेंगू बुख़ार हो जाता है, तो इससे बचने के उपाय अपनायें। सबसे पहले रक्तजांच करायें और अपने आसपास मच्छरों से सुरक्षा के उपाय अपनायें। साधारणतः गर्मी के मौसम में यह रोग महामारी का रूप ले लेता है जब मच्छरों की जनसंख्या अपने चरम सीमा पर होती है। डेंगु एशिया, अफ़्रीका, दक्षिण तथा मध्य अमेरिका के कई उष्ण तथा उपोष्ण क्षेत्रों में होता है।
( चित्र और जानकारी साभार :- http://bharatdiscovery.org/india/डेंगू )
अब चलते हैं आज की बुलेटिन की ओर...
मनुष्य की बुद्धि में प्रश्न यह है कि सही क्या है?
जरा याद करो कुर्बानी
इरोम के मौन संघर्ष की समाप्ति और सवाल
क्यों हम जीवन खो देते हैं?
साहित्य में गालियों के प्रतिवाद में
अखबर खान
रहम करो बाबा रहम!
प्रधानमंत्री जी से सीधी बात !
मेरा गोबरमय भारत का सपना
भागम-भाग में बीते दो महीने
शहर मे आदिवासी
आज की बुलेटिन में बस इतना ही कल फिर मिलेंगे, तब तक के लिए शुभरात्रि। सादर ... अभिनन्दन।।
वाह।गोबरमय भारत !
जवाब देंहटाएंवाह।गोबरमय भारत !
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर दिल गोबर गोबर हो गया ।
जवाब देंहटाएंअच्छी बुलेटिन प्रस्तुति ...आभार
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