नमस्कार मित्रो,
आज, 12 मई, अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस (International
Nurses Day) है. आज ही नर्सिंग सेवा का आरम्भ करने वाली 'फ्लोरेंस नाइटइंगेल' का जन्म हुआ था. उनको
श्रद्धांजलि देने और उनके अतुलनीय कार्यों का स्मरण करने के लिए इस दिन को
प्रतिवर्ष मनाया जाता है. मानव सेवा से सम्बद्ध होने के बाद भी लोगों में नर्सिंग
के प्रति सकारात्मकता का भाव नहीं है. युवाओं में अन्य दूसरे रोजगारों के लिए
आकर्षण दिखता है किन्तु नर्सिंग के प्रति उनमें सजगता नहीं है. इसका कारण इस
क्षेत्र में आय के समुचित स्त्रोत न होना है. इसके अतिरिक्त नर्सिंग के क्षेत्र
में कार्यरत महिलाओं को लंबे समय तक कार्य करना पडता है और इसके बाद भी वे
अनेकानेक सुविधाओं से वंचित रह जाती हैं. इसके चलते भी प्रशिक्षित नर्सों की कमी बनी
रहती है. केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के अनुसार सरकारी
चिकित्सा महाविद्यालयों और अस्पतालों में नर्सों की कमी को देखते हुए विवाहित महिलाओं
को भी नर्सिंग पाठयक्रम में प्रवेश लेने की अनुमति दी गई है. नर्सों के सराहनीय
कार्यों, उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए परिवार एवं कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा
प्रतिवर्ष 12 मई को ‘राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगल पुरस्कार’
प्रदान किये जाते हैं. ये पुरस्कार प्रतिवर्ष माननीय राष्ट्रपति द्वारा प्रदान किये
जाते हैं. पुरस्कार स्वरूप 50 हज़ार रुपए नकद, एक प्रशस्ति पत्र और मेडल प्रदान किया जाता है.
नर्सिंग सेवा के द्वारा मानवता का कार्य कर रहे सभी लोगों को शुभकामनाओं सहित आपके समक्ष है, आज की बुलेटिन. आनंद लीजिये.
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अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस पर मानव सेवा को समर्पित फ्लोरेंस नाइटइंगेल को श्रद्धांजलि के साथ प्रस्तुत एक सुन्दर बुलेटिन ।
जवाब देंहटाएंमेरी ब्लॉग-पोस्ट "म्हारे साब" को स्थान देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद कुमारेन्द्र जी.
जवाब देंहटाएंनमस्ते सर! मेरे ब्लॉग को स्थान देने के लिए बहुत धन्यवाद!
जवाब देंहटाएं'फ्लोरेंस नाइटइंगेल' को हार्दिक श्रद्धा सुमन!
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया बुलेटिन प्रस्तुति
आभार!
अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं | सार्थक बुलेटिन राजा साहब |
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