Pages

शुक्रवार, 29 जनवरी 2016

बीटिंग द रिट्रीट 2016 - ब्लॉग बुलेटिन

प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम |

आज दिल्ली के विजय चौक पर हुये 'बीटिंग द रिट्रीट' के साथ ही इस साल के गणतंत्र दिवस समारोह का समापन हो गया !
 
बीटिंग द रिट्रीट गणतंत्र दिवस समारोह की समाप्ति का सूचक है। इस कार्यक्रम में थल सेना, वायु सेना और नौसेना के बैंड पारंपरिक धुन के साथ मार्च करते हैं। यह सेना की बैरक वापसी का प्रतीक है। गणतंत्र दिवस के पश्चात हर वर्ष 29 जनवरी को बीटिंग द रिट्रीट कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। समारोह का स्थल रायसीना हिल्स और बगल का चौकोर स्थल (विजय चौक) होता है जो की राजपथ के अंत में राष्ट्रपति भवन के उत्तर और दक्षिण ब्लॉक द्वारा घिरे हुए हैं। बीटिंग द रिट्रीट गणतंत्र दिवस आयोजनों का आधिकारिक रूप से समापन घोषित करता है। सभी महत्‍वपूर्ण सरकारी भवनों को 26 जनवरी से 29 जनवरी के बीच रोशनी से सुंदरता पूर्वक सजाया जाता है। हर वर्ष 29 जनवरी की शाम को अर्थात गणतंत्र दिवस के बाद अर्थात गणतंत्र की तीसरे दिन बीटिंग द रिट्रीट आयोजन किया जाता है। यह आयोजन तीन सेनाओं के एक साथ मिलकर सामूहिक बैंड वादन से आरंभ होता है जो लोकप्रिय मार्चिंग धुनें बजाते हैं। ड्रमर भी एकल प्रदर्शन (जिसे ड्रमर्स कॉल कहते हैं) करते हैं। इसके बाद रिट्रीट का बिगुल वादन होता है, जब बैंड मास्‍टर राष्‍ट्रपति के समीप जाते हैं और बैंड वापिस ले जाने की अनुमति मांगते हैं। तब सूचित किया जाता है कि समापन समारोह पूरा हो गया है। बैंड मार्च वापस जाते समय लोकप्रिय धुन सारे जहाँ से अच्‍छा बजाते हैं। ठीक शाम 6 बजे बगलर्स रिट्रीट की धुन बजाते हैं और राष्‍ट्रीय ध्‍वज को उतार लिया जाता हैं तथा राष्‍ट्रगान गाया जाता है और इस प्रकार गणतंत्र दिवस के आयोजन का औपचारिक समापन होता हैं। इस साल से इस कार्यक्रम मे देसी वाद्य यंत्रों और देसी धुनों का भी समावेश किया गया है |
वर्ष 1950 में भारत के गणतंत्र बनने के बाद बीटिंग द रिट्रीट कार्यक्रम को अब तक दो बार रद्द करना पड़ा है, 27 जनवरी 2009 को वेंकटरमन का लंबी बीमारी के बाद आर्मी रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में निधन हो जाने के कारण बीटिंग द रिट्रीट कार्यक्रम रद्द कर दिया गया। वह देश के आठवें राष्ट्रपति थे और उनका कार्यकाल 1987 से 1992 तक रहा। इससे पहले 26 जनवरी 2001 को गुजरात में आए भूकंप के कारण बीटिंग द रिट्रीट कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया था।
 
आज शाम को हुये इस कार्यक्रम को नीचे दिये वीडियो पर देख सकते है ... यह वीडियो दूरदर्शन के यू ट्यूब चैनल से लिया गया है ... हर साल की तरह इस साल भी दूरदर्शन ने यू ट्यूब पर बीटिंग द रिट्रीट कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी किया था !
 
 

सादर आपका
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~

नेताजी सुभाष चंद्र बोस के लिए ‘नेताजी’ शब्द कब, किसने और क्यों इस्तेमाल किया?

एक व्यंग्य : अवसाद में हूं ..

कुछ ...

जीवन में चुनौतियों का सामना कैसे करें।

दूध पकौड़ी:-

घुलनशील पदार्थ

शब्द से ख़ामोशी तक – अनकहा मन का (६)

तू चीज बड़ी है मस्त-मस्त

मेरी ज़िम्मेदारी

हाइकु क्या है.

मरने के बाद रोहित का पहला इंटरव्यू

~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
अब आज्ञा दीजिये ...


जय हिन्द !!!

जय हिन्द की सेना !!!

11 टिप्‍पणियां:

  1. भुक्खड़ घाट को शामिल करने का शुक्रिया :)

    जवाब देंहटाएं
  2. सुंदर संकलन । ब्लॉग बुलेटिन में मेरी रचना को स्थान देने का तहे दिल से शुक्रिया ।

    जवाब देंहटाएं
  3. जानकारी से भरा लेख और उम्दा लिंक्स ।

    जवाब देंहटाएं
  4. बहुत बढ़िया बुलेटिन प्रस्तुति हेतु आभार!

    जवाब देंहटाएं
  5. धन्यवाद सर ...जीवन की आपाधापी में थोडा सा खो सी गयी थी ।...पुन ब्लोगर मित्रो के समक्ष हाजिर हूँ .......पंक्तिया शामिल करने हेतु आभार ...

    जवाब देंहटाएं
  6. धन्यवाद सर ...जीवन की आपाधापी में थोडा सा खो सी गयी थी ।...पुन ब्लोगर मित्रो के समक्ष हाजिर हूँ .......पंक्तिया शामिल करने हेतु आभार ...

    जवाब देंहटाएं
  7. धन्यवाद सर ...जीवन की आपाधापी में थोडा सा खो सी गयी थी ।...पुन ब्लोगर मित्रो के समक्ष हाजिर हूँ .......पंक्तिया शामिल करने हेतु आभार ...

    जवाब देंहटाएं
  8. बढ़िया लिंक संयोजन ... हार्दिक आभार

    जवाब देंहटाएं

बुलेटिन में हम ब्लॉग जगत की तमाम गतिविधियों ,लिखा पढी , कहा सुनी , कही अनकही , बहस -विमर्श , सब लेकर आए हैं , ये एक सूत्र भर है उन पोस्टों तक आपको पहुंचाने का जो बुलेटिन लगाने वाले की नज़र में आए , यदि ये आपको कमाल की पोस्टों तक ले जाता है तो हमारा श्रम सफ़ल हुआ । आने का शुक्रिया ... एक और बात आजकल गूगल पर कुछ समस्या के चलते आप की टिप्पणीयां कभी कभी तुरंत न छप कर स्पैम मे जा रही है ... तो चिंतित न हो थोड़ी देर से सही पर आप की टिप्पणी छपेगी जरूर!