सभी ब्लॉगर मित्रों को मेरा सादर नमस्कार।।
निर्मला ठाकुर का जन्म 1942 ई. में उत्तर प्रदेश के ज़िला आजमगढ़ में 'महुई' नामक ग्राम में हुआ था। निर्मला जी प्रख्यात आलोचक मलयज की बहन थीं। बचपन से ही मलयज और शमशेर सिंह का इन्हें सान्निध्य प्राप्त हुआ था। इन्होंने 'इलाहाबाद विश्वविद्यालय' से हिन्दी में एम. ए. की डिग्री प्राप्त की थी।
निर्मला ठाकुर भारत की प्रसिद्ध कवियित्री थीं। देश के प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं में उनकी कविताएँ लगातार प्रकशित हुई थीं। इन्होंने प्रसिद्ध कहानीकार दूधनाथ सिंह से प्रेम विवाह किया था। वर्ष 2005 में निर्मला ठाकुर का काव्य संग्रह 'कई रूप-कई रंग' और 2014 में 'हंसती हुई लड़की' 'राधाकृष्ण प्रकाशन' से प्रकाशित हुआ था।
अंतिम दिनों में निर्मला ठाकुर आर्थराइटिस की मरीज हो गई थीं। तमाम इलाज के बाद भी सुधार नहीं हुआ, बल्कि समय के साथ दूसरे अन्य रोगों ने उन्हें दबोच लिया। 20 नवम्बर, 2014 को झूँसी ( इलाहाबाद ) स्थित उनके आवास पर निर्मला ठाकुर का निधन हुआ। निर्मला ठाकुर की जिंदादिली, मेहमाननवाजी और सहयोगी रवैये ने उन्हें साहित्य जगत में मशहूर कर दिया था।
( जानकारी स्त्रोत : http://bharatdiscovery.org/india/निर्मला_ठाकुर )
आज कवियित्री निर्मला ठाकुर जी की प्रथम पुण्यतिथि पर हिन्दी ब्लॉग जगत और हमारी ब्लॉग बुलेटिन टीम उन्हें स्मरण करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
अब चलते हैं आज की बुलेटिन की ओर ….
आज की बुलेटिन में बस इतना ही कल फिर मिलेंगे। तब तक के लिए शुभरात्रि। सादर … अभिनन्दन।।
कवियित्री निर्मला ठाकुर जी की प्रथम पुण्यतिथि पर उन्हे श्रद्धाँजलि तथा नमन । आज के सुंदर बुलेटिन में 'उलूक' के सूत्र 'झूठ सारे सोने से मढ़ कर सच की किताबों पर लिख दिये जायें' को स्थान देने के लिये आभार हर्षवर्धन ।
जवाब देंहटाएंकवियित्री निर्मला ठाकुर की प्रथम पूण्यतिथि पर उन्हें श्रध्दांजली अर्पित करता हूँ |
जवाब देंहटाएंसुन्दर बुलेटिन |
अच्छे लिंक्स..धन्यवाद
जवाब देंहटाएंनिर्मला जी को हार्दिक श्रद्धांजलि
जवाब देंहटाएंकवियित्री स्व॰ निर्मला ठाकुर जी की प्रथम पुण्यतिथि पर उन्हें मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि।
जवाब देंहटाएंनिर्मला जी की प्रथम पुण्यतिथि पर सादर श्रद्धा सुमन!
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया बुलेटिन प्रस्तुति में मेरी ब्लॉग पोस्ट शामिल करने हेतु आभार!