प्रथमं शैलपुत्री च द्वितीयं ब्रह्माचारिणी।तृतीय चंद्रघण्टेति कुष्माण्डेति चतुर्थकम्।पंचमं स्कन्दमातेति षष्ठं कात्यायनीति च।सप्तमं कालरात्रि महागौरीति चाऽष्टम्।नवमं सिद्धिदात्री च नवदुर्गा प्रकीर्तिताः।
शैलपुत्री - इसका अर्थ- पहाड़ों की पुत्री होता है।
ब्रह्मचारिणी - इसका अर्थ- ब्रह्मचारीणी।
चंद्रघंटा - इसका अर्थ- चाँद की तरह चमकने वाली।
कूष्माण्डा - इसका अर्थ- पूरा जगत उनके पैर में है।
स्कंदमाता - इसका अर्थ- कार्तिक स्वामी की माता।
कात्यायनी - इसका अर्थ- कात्यायन आश्रम में जन्मि।
कालरात्रि - इसका अर्थ- काल का नाश करने वली।
महागौरी - इसका अर्थ- सफेद रंग वाली मां।
सिद्धिदात्री - इसका अर्थ- सर्व सिद्धि देने वाली।
शक्ति की उपासना का पर्व शारदीय नवरात्र प्रतिपदा से नवमी तक निश्चित नौ तिथि, नौ नक्षत्र, नौ शक्तियों की नवधा भक्ति के साथ सनातन काल से मनाया जा रहा है। सर्वप्रथम श्रीरामचंद्रजी ने इस शारदीय नवरात्रि पूजा का प्रारंभ समुद्र तट पर किया था और उसके बाद दसवें दिन लंका विजय के लिए प्रस्थान किया और विजय प्राप्त की। तब से असत्य, अधर्म पर सत्य, धर्म की जीत का पर्व दशहरा मनाया जाने लगा। आदिशक्ति के हर रूप की नवरात्र के नौ दिनों में क्रमशः अलग-अलग पूजा की जाती है। माँ दुर्गा की नौवीं शक्ति का नाम सिद्धिदात्री है। ये सभी प्रकार की सिद्धियाँ देने वाली हैं। नवरात्रि के नौवें दिन इनकी उपासना की जाती है।
नवरात्रि की शुभकामनाऐं । सुंदर बुलेटिन प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंBehatreen links ...... Navratri ki anant shubhkamnayen
जवाब देंहटाएंमाता जी को साष्टांग नमन
जवाब देंहटाएंbadhiya bulletin Di...Thanks :)
जवाब देंहटाएंनवरात्रि पर हार्दिक शुभ कामनाएं |
जवाब देंहटाएंदुर्गोत्सव से सजी सुन्दर बुलेटिन प्रस्तुति में मेरी ब्लॉग पोस्ट "नवरात्रि : भक्ति और शक्ति का उत्सव" को शामिल करने हेतु आभार!
जवाब देंहटाएंसभी को नवरात्रि की हार्दिक मंगलकामनाएं!
सभी को नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाऐं ।
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