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शनिवार, 18 जुलाई 2015

४ का चक्कर - ब्लॉग बुलेटिन

प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम |

हम भारतीयों के जीवन में 4 नंबर का बहुत महत्व है। इसके कुछ प्रमुख उदाहरण इस प्रकार हैं।

जैसे...

जुम्मा-जुम्मा 4 दिनों का प्यार।

4 दिन की चांदनी फिर अंधेरी रात।

4 किताबें पढ़ क्या लीं खुद को तीस मार खां समझते हो।

4 पैसे कमाओगे तब पता चलेगा।

4-4 आने में बिकती है आज के दौर में ईमानदारी।

आखिर हमारी भी 4 लोगों में इज़्ज़त है।

ये बात 4 लोग सुनेंगे तो क्या सोचेंगे।

4 दिनों की आई हुई बहू के ऐसे तेवर।

4 दिन तो दुकान में टिक कर बैठ जाओ।

वो आई और 4 बातें सुना कर चली गई।

तुमसे क्या 4 कदम भी नहीं चला जाता।

और अंत में आज के नौजवानों का मनपसंदीदा ...

4 बोतल Vodka काम मेरा रोज़ का।
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ब्लॉग बुलेटिन टीम की ओर से सभी पाठकों को भगवान श्री जगन्नाथ की वार्षिक रथ यात्रा और ईद के पावन अवसर पर हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनाएं |

सादर आपका
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अब आज्ञा दीजिये ...

जय हिन्द !!!

9 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत सुंदर चार की चीर फाड़ । जहाँ चार यार मिल जायें वहाँ रात हो गुलजार / चार सौ के ऊपर बीस / जैसे और कई जगह चार का कमाल है । सुंदर सूत्रों के साथ सुंदर बुलेटिन शिवम जी ।

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  2. ब्लाग बुलेटिन में मेरे आलेख को जगह देने के शिवम् आप को बहुत धन्यवाद

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  3. ४ पक्तियां क्या लिख दीं समझ रहे हो चौक्का मार दिया - ;) - मस्त बुलेटिन भाई पढ़कर मज़ा आ गया पढ़कर | आज मेरी बुलेटिन लगाने के लिए शुक्रिया भाई | जय हो मंगलमय हो - हर हर महादेव :)

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  4. जोरदार लगा ४ का चक्कर
    सुन्दर बुलेटिन प्रस्तुति हेतु आभार!

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