अनुभव की सीढ़ी कहें
या वर्ष का तकाजा
.... अपने अपने जन्मोत्सव के साथ
हम एक वर्ष आगे बढ़ गए हैं ....
स्वस्थ कदम बढ़ते रहें
जब तक जीने की चाह हो जीते रहें
यही शुभकामना है
यही उपहार है …
कुछ बीते पल, कुछ आज के लम्हें -
ब्लॉग जगत में लिखी पढी जा रही पोस्टों , उनमें दर्ज़ की जा रही टिप्पणियां ,बहस ,विमर्श ..सबको समेट कर तैयार है बुलेटिन ... ब्लॉग बुलेटिन ...
बुलेटिन में हम ब्लॉग जगत की तमाम गतिविधियों ,लिखा पढी , कहा सुनी , कही अनकही , बहस -विमर्श , सब लेकर आए हैं , ये एक सूत्र भर है उन पोस्टों तक आपको पहुंचाने का जो बुलेटिन लगाने वाले की नज़र में आए , यदि ये आपको कमाल की पोस्टों तक ले जाता है तो हमारा श्रम सफ़ल हुआ । आने का शुक्रिया ... एक और बात आजकल गूगल पर कुछ समस्या के चलते आप की टिप्पणीयां कभी कभी तुरंत न छप कर स्पैम मे जा रही है ... तो चिंतित न हो थोड़ी देर से सही पर आप की टिप्पणी छपेगी जरूर!
जवाब देंहटाएंस्वस्थ है इंसान तो जीवन सार्थक वर्ना जीने की चाहत भर ..बहुत सुन्दर बुलेटिन प्रस्तुति
बुलेटिन की सुंदर प्रस्तुति, शामिल करने के लिए धन्यवाद
जवाब देंहटाएंसुन्दर लिंक संयोजन .........आभार
जवाब देंहटाएंस्वस्थ कदम बढते रहें!
जवाब देंहटाएंबेहतरीन!
thnx :)
जवाब देंहटाएंजन्मोत्सव की ढेरों बधाइयाँ । सुंदर बुलेटिन आभारी है 'उलूक' सूत्र 'बुद्धिजीवियों के शहर में चर्चा है किताबों की का कुछ शोर हो रहा है' को बुलेटिन में स्थान दिया ।
जवाब देंहटाएंसुन्दर कड़ियों से सजी आज की बुलेटिन। आभार।।
जवाब देंहटाएंजिजीविषा प्रबल है, जीवन को उत्सव मान बितायें।
जवाब देंहटाएं