नमस्कार मित्रो,
बुधवार की बुलेटिन के साथ आपके समक्ष
पुनः उपस्थित हैं. ३० जुलाई भारतीय एवं वैश्विक इतिहास में कई घटनाओं की गवाह बनी
है, इनमें से कुछ घटनाएँ ख़ुशी का एहसास कराती हैं तो कई घटनाओं से क्षोभ का भाव
पैदा होता है. भारतीय सन्दर्भ में आज का दिन कई घटनाओं का साक्षी बना और इनमें से
एक घटना जो गौरवान्वित करती है, वो है देश की बैडमिंटन की खिलाड़ी साइना नेहवाल से
सम्बंधित है. वर्ष २०१० में आज ही साइना नेहवाल को देश का सर्वोच्च खेल रत्न
पुरस्कार ‘राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार’ दिए जाने की घोषणा की गई थी. बैडमिंटन
में देश का नाम रोशन करने वाली साइना नेहवाल लन्दन ओलम्पिक में महिला एकल स्पर्धा
में कांस्य पदक जीता था. ऐसा करने वाली वे पहली भारतीय महिला हैं. इसके अलावा वे वह
विश्व कनिष्ठ बैडमिंटन चैम्पियनशिप जीतने वाली पहली भारतीय हैं. अभी हाल ही में
उन्होंने आस्ट्रेलियन ओपन खिताब जीतकर बैडमिंटन प्रेमियों को बहुत बड़ी ख़ुशी प्रदान
की. साइना को पद्म श्री पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है. ऐसी बेटियों की सफलता उन
लोगों के मुँह पर तमाचा है जो बेटियों को बोझ समझकर उन्हें जन्म लेने से रोकते
हैं. हम सभी उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं.
इस गौरवशाली क्षण के साथ आप सभी आज
की बुलेटिन का आनंद लीजिये और अगली बुलेटिन तक के लिए हमें दीजिये इजाजत.
शुभरात्रि.. आपका हर पल आनंददायक और खुशियों से भरा हो.
शुभरात्रि.. आपका हर पल आनंददायक और खुशियों से भरा हो.
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चित्र गूगल छवियों से साभार
बहुत बढ़िया लिंक्स का संकलन......शामिल करने का आभार
जवाब देंहटाएंमैं तो समझती हूँ कि जो लोग बेटियों को बोझ समझते हैं वे किसी बोझ के काम नहीं होते ..
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर सार्थक बुलेटिन प्रस्तुति
shukriya dost meri post ko sthaan dene ke liye .
जवाब देंहटाएंdil se aabhar aur dhanywad
aapka
vijay