Pages

सोमवार, 28 अक्टूबर 2013

कौन निभाता किसका साथ

नमस्कार दोस्तों,

प्रस्तुत है आज की बुलेटिन मेरी नई कविता के साथ -


















कौन निभाता किसका साथ
आती है रह-रह कर यह बात

मर कर भी ना भूलें जो बातें
कोई बंधा दे अब ऐसी आस

गुज़रे लम्हों को लगे जिलाने
रो रो दिनभर कर ली है रात

सूना यह दिल किसे पुकारे
दया ना आती जिसको आज

आना होता अब तो आ जाता
अपनी कहने सुनने को पास

कह देता इतना मत रो अब
यह अपने आपस की बात

झूठी हसरत सुला कब्र में
सुबह हुई 'निर्जन' अब जाग

आती है रह-रह कर यह बात
कौन निभाता किसका साथ

आज की कड़ियाँ 

पता नहीं समझने में कौन ज्यादा जोर लगाता है - सुशिल कुमार जोशी

स्मृतियाँ - अनुलाता

जाने कहाँ चली गई ज़िंदगी - रेखा जोशी

अल्टीमेट मूल्य सूची - रविशंकर श्रीवास्तव

साठ माह और सही - कृतीश भट्ट

ख्वाब के पौधे - शहीद अंसारी

बददुआ - उदय

रिश्ते, नेहरू और पटेल के - मोहन क्षत्रिय

हिन्‍दुस्‍तान में हिन्‍दू होने की सजा - विकेश

इन मुखौटों की सच्चाई तुम क्या जानो - उपासना सिआग

लाज - इमरान अंसारी

आज के लिए बस इतना ही फिर मुलाक़ात होगी तब तक के लिए विदा |

जय हो मंगलमय हो | हर हर महादेव | जय बजरंगबली महाराज 

12 टिप्‍पणियां:

  1. आती है रह-रह कर यह बात
    कौन निभाता किसका साथ
    सच्ची बात .....

    जवाब देंहटाएं
  2. वक़्त लगता हैं एक एक लिंक तक जाने में .पढ़कर वह ही कमेंट करूंगी आपने अछे लिनक्स संजोये हैं शुक्रियां

    जवाब देंहटाएं
  3. बेहतरीन सूत्रों के साथ उल्लूक का पता नहीं समझने में कौन ज्यादा जोर लगाता है को भी शामिल किया आभार बहुत सुंदर बुलेटिन प्रसारित आज किया !

    जवाब देंहटाएं
  4. वाह बहुत खूब ... बढ़िया भाव दर्शाये कविता के माध्यम से ... बुलेटिन भी चकाचक है ... जय हो |

    जवाब देंहटाएं
  5. बढ़िया बुलेटिन.....हमारी रचना को शामिल करने का शुक्रिया..

    अनु

    जवाब देंहटाएं
  6. बहुत बहुत शुक्रिया हमारे ब्लॉग कि पोस्ट को यहाँ शामिल करने का |

    जवाब देंहटाएं
  7. Watch free Unseen hot videos from here Watch now for free
    Get your free 10 $ Get your free 10 $ Now

    Get millions of free YouTube views for your videos Free Views for your videos

    Get millions of adf hits for free Get your free copy now

    जवाब देंहटाएं

बुलेटिन में हम ब्लॉग जगत की तमाम गतिविधियों ,लिखा पढी , कहा सुनी , कही अनकही , बहस -विमर्श , सब लेकर आए हैं , ये एक सूत्र भर है उन पोस्टों तक आपको पहुंचाने का जो बुलेटिन लगाने वाले की नज़र में आए , यदि ये आपको कमाल की पोस्टों तक ले जाता है तो हमारा श्रम सफ़ल हुआ । आने का शुक्रिया ... एक और बात आजकल गूगल पर कुछ समस्या के चलते आप की टिप्पणीयां कभी कभी तुरंत न छप कर स्पैम मे जा रही है ... तो चिंतित न हो थोड़ी देर से सही पर आप की टिप्पणी छपेगी जरूर!