प्रिये ब्लॉगर मित्रों,
आज हिंदी दिवस के उपलक्ष में एक छोटी से आशा आपको समर्पित कर रहा हूँ | उम्मीद है मेरी प्रार्थना पर आप सभी गौर करेंगे और इस आकांशा का सम्मान करेंगे |
हिंदी दिवस
-------------------------------
आता है साल में एक बार
कहते जिसे 'हिंदी दिवस'
क्यों इसे मनाने के लिए
हम सभी होते हैं विवश
हिन्द की बदकिस्मती
हिंदी यहाँ लाचार है
पाती कोई दूजी ज़बां
यहाँ प्यार बेशुमार है
काश! हिंदी भी यहाँ
बिंदी बनकर चमकती
सूर्य की भाँती दमकती
अँधेरे में ना सिसकती
आओ मिलकर लें अहद
हिंदी को आगे लायेंगे
अपनी मातृभाषा को हम
माता समझ अपनाएंगे
शर्म न आये किसी को
अब हिंदी के उपयोग में
मान अब सब मिल करें
हिंदी के सदुपयोग में
हाथ जोड़े करता वंदन
'निर्जन' हिंदी भाषा को
अर्जी है हम आगे बढ़ाएं
राष्ट्रभाषा, मातृभाषा को
सिर्फ एक दिन नहीं साल का हर दिन हिंदी दिवस के रूप में मनाएं | हिंदी को सर्वोच्च स्थान देने में सहायता करें | हिन्द में हिंदी की गरिमा बनायें रखें | अपनी मातृभाषा का सम्मान करें | उससे प्रेम करें | अत्यधिक प्रयोग में लायें | हिंदी भाषी बनें | हिंदी में लिखें पढ़ें अच्छा लगता है | सम्मानित और गौरवान्वित महसूस होता है | हिंदी जिंदाबाद | हिन्द जिंदाबाद | भारत माता की जय | जय हो मंगलमय हो |
आज की कड़ियाँ
हिंदी दिवस तो हो गया ! - सुशील कुमार जोशी
हिंदी की समस्या - आशुतोष दूबे
कविता में भारतीयता की पहचान - मोहन श्रोत्रिय
हे माँ हिंदी भावभरी ! - तरुण
कहती हूं.....सुन लो तुम - रश्मि शर्मा
हुई कण्ठहार हिंदी !! - डॉ. ज्योत्स्ना शर्मा
मातृभाषा का सम्मान करें - अनुपमा त्रिपाठी
चौदह सितम्बर-चौदह दोहे - डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
हिंदी दिवस (दोहावली) - सरिता भाटिया
हिन्दी इक डोर हुई - डॉ. ज्योत्स्ना शर्मा
आओ हिंदी दिवस मनाएं - प्रतिभा मालिक
अब इजाज़त | आज के लिए बस यहीं तक | फिर मुलाक़ात होगी | आभार
आज हिंदी दिवस के उपलक्ष में एक छोटी से आशा आपको समर्पित कर रहा हूँ | उम्मीद है मेरी प्रार्थना पर आप सभी गौर करेंगे और इस आकांशा का सम्मान करेंगे |
हिंदी दिवस
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आता है साल में एक बार
कहते जिसे 'हिंदी दिवस'
क्यों इसे मनाने के लिए
हम सभी होते हैं विवश
हिन्द की बदकिस्मती
हिंदी यहाँ लाचार है
पाती कोई दूजी ज़बां
यहाँ प्यार बेशुमार है
काश! हिंदी भी यहाँ
बिंदी बनकर चमकती
सूर्य की भाँती दमकती
अँधेरे में ना सिसकती
आओ मिलकर लें अहद
हिंदी को आगे लायेंगे
अपनी मातृभाषा को हम
माता समझ अपनाएंगे
शर्म न आये किसी को
अब हिंदी के उपयोग में
मान अब सब मिल करें
हिंदी के सदुपयोग में
हाथ जोड़े करता वंदन
'निर्जन' हिंदी भाषा को
अर्जी है हम आगे बढ़ाएं
राष्ट्रभाषा, मातृभाषा को
सिर्फ एक दिन नहीं साल का हर दिन हिंदी दिवस के रूप में मनाएं | हिंदी को सर्वोच्च स्थान देने में सहायता करें | हिन्द में हिंदी की गरिमा बनायें रखें | अपनी मातृभाषा का सम्मान करें | उससे प्रेम करें | अत्यधिक प्रयोग में लायें | हिंदी भाषी बनें | हिंदी में लिखें पढ़ें अच्छा लगता है | सम्मानित और गौरवान्वित महसूस होता है | हिंदी जिंदाबाद | हिन्द जिंदाबाद | भारत माता की जय | जय हो मंगलमय हो |
आज की कड़ियाँ
हिंदी दिवस तो हो गया ! - सुशील कुमार जोशी
हिंदी की समस्या - आशुतोष दूबे
कविता में भारतीयता की पहचान - मोहन श्रोत्रिय
हे माँ हिंदी भावभरी ! - तरुण
कहती हूं.....सुन लो तुम - रश्मि शर्मा
हुई कण्ठहार हिंदी !! - डॉ. ज्योत्स्ना शर्मा
मातृभाषा का सम्मान करें - अनुपमा त्रिपाठी
चौदह सितम्बर-चौदह दोहे - डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
हिंदी दिवस (दोहावली) - सरिता भाटिया
हिन्दी इक डोर हुई - डॉ. ज्योत्स्ना शर्मा
आओ हिंदी दिवस मनाएं - प्रतिभा मालिक
अब इजाज़त | आज के लिए बस यहीं तक | फिर मुलाक़ात होगी | आभार
जय श्री राम | हर हर महादेव शंभू | जय बजरंगबली महाराज
बहुत ही बेहतरीन लिंकों की प्रस्तुति के लिये बधाई.तुसार जी !!
जवाब देंहटाएंहै जिसने हमको जन्म दिया,हम आज उसे क्या कहते है ,
क्या यही हमारा राष्र्ट वाद ,जिसका पथ दर्शन करते है
हे राष्ट्र स्वामिनी निराश्रिता,परिभाषा इसकी मत बदलो
हिन्दी है भारत माँ की भाषा,हिंदी को हिंदी रहने दो .....
RECENT POST : बिखरे स्वर.
Behtareen links ...........meri rachna ko sthan mila .....hriday se aabhar Tushar ji .
जवाब देंहटाएं........... हिंदी दिवस पर बधाई !
जवाब देंहटाएंबहुत ही बेहतरीन लिंकों की प्रस्तुति हिंदी दिवस पर बधाई !
जवाब देंहटाएंहिंदी दिवस के शुभ मौके पर हिंदी को एक ओर उपहार ---हिंदी तकनीकी दुनिया का शुभारंभ... कृपया पधारें, आपके विचार मेरे लिए "अमोल" होंगें |
जवाब देंहटाएंसुन्दर सूत्र, हिन्दी हम सबकी पहचान है और उसे खोने नहीं देंगे।
जवाब देंहटाएंहिंदी को प्रणाम के साथ खुबसूरत शुरुआत
जवाब देंहटाएंबढ़िया सूत्र संजोजन
मेरी दोहावली को स्थान देने के लिए शुक्रिया तुषार
आभार...
जवाब देंहटाएंसुप्रभात, आपका दिन मंगलमय हो...
ब्लाग बुलेटिन कर रहा है
जवाब देंहटाएंहिंदी को प्रणाम
मात्र भाषा का सम्मान है
हम सब का सम्मान
यज्ञ में देकर एक आहुति
सुरक्षित करेँ अपना और
अपने देश का आत्मसम्मान !
चिंता न करो तुषार भाई जब तक हम सब हिन्दी ब्लॉगर सक्रिय है हिन्दी हमेशा ही बिंदी बनकर चमकती और सूर्य की भाँती दमकती रहेगी
जवाब देंहटाएंवो दिन कभी नहीं आएगा जब हिन्दी को अँधेरे में सिसकना पड़े !
जय हिन्दी ... जय हिन्द !!
हिंदी के प्रति समर्पित बहुत सराहनीय प्रयास आपका ...हिंदी हमारी "कण्ठहार " है और एक सूत्र में जोड़ने वाली डोर भी ...रचनाओं को स्थान देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद तथा हार्दिक शुभ कामनाओं के साथ ....
जवाब देंहटाएंज्योत्स्ना शर्मा
बढ़िया बुलेटिन तुषार भईया। वो दिन कभी नहीं आएगा, हिंदी को बस थोड़ी हमारी थोड़ी मदद की ज़रूरत है बस !!
जवाब देंहटाएं