आगे बढ़ने की चाहत
नए ताने बाने
एहसास जो मुंडेर पर रखी थी
वह आज भी ताजा है
बस - मुंडेर पर गए अरसा हुआ !
…………………… आइये चलें उस मुंडेर पर
जहाँ एहसासों की आग से
एहसासों का धुंआ
मन की चिमनी से छन छन कर निकल रहा
एहसासों की छौंक की महक कम नहीं हुई है
sundar abhivyakti
जवाब देंहटाएंआइये चलें उस मुंडेर पर
जवाब देंहटाएंचलें ....
!!
सुन्दर प्रस्तुति और सार्थक बुलेटिन। आभार।।
जवाब देंहटाएंनये लेख : ट्विटर पर "रिपोर्ट एब्यूज" बटन, फेसबुक से ईनाम और द्वितीय विश्वयुद्ध से जुड़े ख़ुफ़िया दस्तावेज हुए ऑनलाइन।
जन्म दिवस : किशोर कुमार
सुन्दर सूत्रों से सजा बुलेटिन।
जवाब देंहटाएंसुन्दर सूत्र। अपनी पुरानी कविता को देख अच्छा लग रहा है।
जवाब देंहटाएंसुन्दर लिंक्स...
जवाब देंहटाएंsundar links
जवाब देंहटाएंबिलकुल आप के अंदाज़ की तरह है आज की बुलेटिन ... अनोखी ... :)
जवाब देंहटाएंसभी लिंक्स एक से बढ़कर एक
जवाब देंहटाएंबढिया
बढ़िया संकलन
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर उम्दा लिंक्स ,,,
जवाब देंहटाएंRECENT POST : जिन्दगी.
वापस लौटना हमेशा सुखद होता है!
जवाब देंहटाएंसुन्दर सूत्रों से सजा बुलेटिन।
जवाब देंहटाएंजिन खोज तिन पाईयाँ...धन्यवाद...इस खोज के लिए...
जवाब देंहटाएं